pani pani hona muhavare ka arth vakya prayog, पानी पानी होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
जब वर्षां होती है तो चारो और पानी ही पानी देखने को मिलता है । मगर आपको बता दे की यह एक मुहावरा है जिसका सही अर्थ कुछ और ही होता है । वैसे हम इस लेख में पानी पानी होना मुहावरे के बारे में सब कुछ जान लेगे । तो आइए शुरू करते है
पानी पानी होना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
पानी पानी होना | शर्मिदा होना या लज्जित होना । |
पानी पानी होना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
वैसे कहा जाता है की जब मानव शर्मिंदा होता है या लज्जित होता है तो उसका मुंह इस तरह से बन जाता है की मानो वह पूरा का पूरा पानी की तरह हो चुका है । मतलब लगता है जैसे की उसके मुंह पर पानी मडरा रहा है । हालाकी इस बात में कितनी सचाई है यह आप स्वयं ही पहचाने ।
हां इस आधार पर कहा जाए तो पानी पानी होना मुहावरे का अर्थ शर्मिदा होना या लज्जित होना होता है । अब आपको एक बात बता दे की लज्जित या शर्मिदा मानव कई कारणो से हो सकता है तो सभी के स्थान पर इस मुहावरे का प्रयोग हम कसते है ।
पानी पानी होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
1. वाक्य में प्रयोग – जब संगिता ने अपने होने वाले पति से पहली मुलाकत की तो शर्म से पानी पानी हो गई ।
2. वाक्य में प्रयोग – महेश तो हर कन्या से बात करते समय शर्म से पानी पानी हो जाता है ।
3. वाक्य में प्रयोग – किशोर थानेदार था और लोगो के साथ मिल कर गलत काम करता था, मगर जब वह पकड़ा गया तो अपनी करनी पर पानी पानी हो गया ।
4. वाक्य में प्रयोग – राजा ने जब अपनी पत्नी की बढाई की तो वह शर्म से पानी पानी हो गई ।
5. वाक्य में प्रयोग – रेखा से जब एक लड़के ने प्यार का इजहार किया तो वह शर्म से पानी पानी हो गई ।
गेंडा (rhinoceros) और मादा गेंडा (female rhinoceros)पानी पानी होते थे, एक मजेदार कहानी
एक बार एक गेंडा (rhinoceros) एक जंगल में रहता था। वह जंगल का राजा माना जाता था क्योंकि वह बहुत ताकतवर था और उसके पास बहुत सारी संपत्ति थी। उसे दूसरे जानवरों से डर नहीं था। गेंडा (rhinoceros) बहुत समझदार था और उसके पास अपनी ताकत का अच्छा इस्तेमाल करने का ज्ञान भी था। वह जंगल के सभी जानवरों को समझता था और उनसे अच्छे संबंध बनाता रहता था। जंगल के बाकी जानवर भी गेंडे (rhinoceros) से बहुत प्रेम करते थे क्योंकि वह उन्हें दूसरे जानवरों से अधिक समझता था।
एक दिन एक चींटी (ant) उसके पास आयी और बोली, “आपका समय खत्म हो गया है, जंगल का राजा। अब मेरी बात सुनो – आपको अब जंगल में से निकाल देना चाहिए।”
गेंडा (rhinoceros) बहुत चौंक गया। वह इतनी आसानी से जंगल का राजा नहीं होने देना चाहता था। वह चींटी (ant) के पास गया और उससे कहा, “कृपया मुझे माफ़ करें। मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूँ क्योंकि आपने मुझे सही बात बताई है। मैं एक बुरा आदमी था और मैं इस जंगल को बिगाड़ने के लिए अनेकों बुरी चीजें की हैं।”
चींटी (ant) ने गेंडे (rhinoceros) को माफ़ कर दिया और उसे दूसरे जानवरों से बचने के लिए एक उपाय बताया। वह बताया कि गेंडा (rhinoceros) को दूसरे जानवरों से मुँह छिपाने की आदत डालनी चाहिए। जब दूसरे जानवर गेंडे (rhinoceros) को देखा तो जब दूसरे जानवर गेंडे (rhinoceros) को देखेंगे, तब उसे डर लगेगा और वह गेंडे (rhinoceros) से दूर रहेगा। गेंडा (rhinoceros) ने चींटी (ant) की सलाह मानी और उसने अपनी आदत बदल दी।
अब जब दूसरे जानवर गेंडे (rhinoceros) को देखते तो वे डर जाते थे। गेंडा (rhinoceros) का अभिमान बहुत बढ़ गया। उसने जंगल में उच्च स्थान पर एक मंदिर बनवा दिया और उसे अपनी संपत्ति का संरक्षण संभालने के लिए दिया। अब उसे जंगल का सबसे महत्त्वपूर्ण जानवर माना जाता था।
मगर समय के साथ गेंडा (rhinoceros) को अपनी करनी के कारण से पानी पानी होना पड़ा । जल्द ही गेंडे (rhinoceros) को यह अनुभव हुआ कि दूसरे जानवरों से अलग रहकर जीना भी अकेलापन और उदासी लेकर आता है। उसे अपनी अभिमान और दूसरों से अलग होने की आदत से छुटकारा चाहिए था।
गेंडा (rhinoceros) ने यह समझा और उसने अपनी आदत फिर से बदल दी। अब वह दूसरे जानवरों के साथ भी मिलजुलकर रहने लगा। उसने अपने अभिमान को छोड़ दिया और उसके जीवन में एक नया अध्याय शुरू हुआ।
गेंडा (rhinoceros) जब अकेला रहता था तो उसे अपने आप से बातें करने की आदत थी, पर अब वह दूसरे जानवरों के साथ वक्त बिताने लगा था। वह अब समझ गया था कि जीवन में संयोग और एकता का महत्व होता है। उसे अब दूसरे जानवरों के साथ रहते हुए खुशी मिलती थी।
एक दिन, गेंडा (rhinoceros) जंगल में घूम रहा था जब उसे एक जानवर मिला जो बहुत दर्द से रो रहा था। गेंडा (rhinoceros) ने उससे पूछा कि क्या हुआ है। वह जानवर बताया कि वह गिरगिट (Chamaeleon) के द्वारा काट लिया गया है। गेंडा (rhinoceros) उस जानवर को समझाते हुए उसे मंदिर ले गया और उसे अपनी संपत्ति का संरक्षण दिया।
इस तरह गेंडा (rhinoceros) ने दूसरों की मदद करने का महत्व समझा और वह दूसरों के साथ एक समूह बन गया। गेंडे (rhinoceros) ने अपनी ज़िम्मेदारी समझी और वह जंगल के राजा बन गया। उसकी यह नई आदत उसे एक बेहतर जीवन देने के लिए सहायता करने वाले लोगों के दिल में जगह बनाई।
जंगल के जीवों में गेंडा (rhinoceros) का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता गया। वह अब जंगल के सभी जीवों की सेवा करता था और उनसे मित्रता और सम्बन्ध बनाता था। जंगल के राजा बनने के बाद, गेंडा (rhinoceros) ने जंगल के हर प्राणी के संरक्षण के लिए एक नियम बनाया।
जंगल में किसी भी जीव को हिंसा नहीं पहुंचाने का नियम बनाया गया था। गेंडा (rhinoceros) ने जंगल के सभी जीवों को जोड़ा और एक साथ काम करने की समझ बनाई। वह सभी जीवों के साथ समझौते करता था और उनकी ज़रूरतों को समझता था।
जंगल के सभी जीवों ने उसकी योजना का समर्थन किया और उसके साथ खड़े होकर समूह बना लिया। गेंडा (rhinoceros) ने उन सभी जीवों की आवाज सुनी और उनकी मदद की। उसने उन्हें उनकी ज़रूरतों के अनुसार खाने की व्यवस्था, संरक्षण और आराम की व्यवस्था की।
इस तरह गेंडा (rhinoceros) ने जंगल के सभी जीवों को एक साथ जोड़ा और उनका दोस्त बन गया। उसकी बदली गई आदतें उसे जंगल के सभी जीवों के साथ रहने में सहयोग करने लग गई ।
एक दिन की बात है गेंडा (rhinoceros) को मादा गेंडा (female rhinoceros)नजर आती है ओर देखते ही पहली नजर में प्रेम हो जाता है । जिसके कारण से गेंडा (rhinoceros) मादा गेंडा (female rhinoceros)के पास जाता है और अपने प्यार का इजहार कर देता है । और मादा गेंडा (female rhinoceros)भी मान जाती है ।
गेंडा (rhinoceros) बहुत खुश था क्योंकि उसे अब अपनी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण कदम उठाना था। वह मादा गेडा के साथ जीवन भर का साथ देने के लिए तैयार था। दोनों के प्रेम भरे शब्दों ने एक-दूसरे को और ज्यादा करीब ला दिया।
उनका विवाह बहुत सरल था। गेडे ने अपनी संपत्ति के बारे में जानकारी दी और उन्होंने अपनी समृद्धि का इस्तेमाल करके अपनी शादी में शानदार तरीके से खर्च किया। मादा गेडा और उसके परिवार को बहुत खुशी हुई और उन्होंने गेंडे (rhinoceros) को अपना दमाद स्वीकार किया।
जब गेंडा (rhinoceros) और मादा गेंडा (female rhinoceros)के विवाह की पहली रात थी तो गेंडा (rhinoceros) ने मादा गेंडा (female rhinoceros)से प्रेम भरी बाते कही । जिसके कारण से मादा गेंडा (female rhinoceros)शर्म से पानी पानी हो गई । और इसी तरह से वह रात बित गई । अब दोनों का जीवन बहुत सुखद था। वे एक दूसरे के साथ समय बिताना पसंद करते थे और उनका प्रेम और अभिमान दोनों के बीच बढ़ता जा रहा था। जंगल के अन्य जानवर भी उनके प्रेम के प्रति आदर और सम्मान दिखाते थे।
गेंडा (rhinoceros) और मादा गेड़े का विवाह होने के बाद, दोनों का रिश्ता और भी मजबूत हो गया। गेंडा (rhinoceros) बहुत खुश था कि उसे एक साथ जीवन व्यतीत करने का मौका मिला था। दिन-रात वो दोनों मिलकर खुशियों का त्योहार मनाते रहते थे। और गेंडा (rhinoceros) और मादा गेंडा (female rhinoceros)एक दूसरे से प्रेम भरी बाते करते थे । जिसे सुन कर मादा गेंडा (female rhinoceros)कई बार पानी पानी हो जाती थी । इसी तरह से एक महिने तक चलता रहा । और फिर गेंडा (rhinoceros) अपने समूंह की और ध्यान फिर से देने लग गया था ।
अब गेंडा (rhinoceros) मादा गेंडा (female rhinoceros)के साथ रात में समय बिताता था और दिन के समय अपने जंगल के जानवरो की मदद करने के लिए चला जाता था और यही गेंडा (rhinoceros) के जीवनक्रिया था । इस तरह से फिर गेंडा (rhinoceros) का जीवन काफी शानदार रूप में बितता चला गया ।
इस तरह से गेंडा (rhinoceros) शर्म से पानी पानी होता था ।