sar par savar hona muhavare ka arth kya hai, सिर पर सवार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
सिर के बारे में आपको पता है तो आपको समझना चाहिए की यह मुहावरा हमसे कितना जुड़ा हुआ है । और यही कारण है की हम कहते है की आपको इस मुहावरे के बारे में पूरी तरह से जानकारी होनी चाहिए
सिर पर सवार होना मुहावरे का अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
सिर पर सवार होना | किसी चिज का हठ करना या पीछे पड़ना । |
सिर पर सवार होना मुहावरे के अर्थ को समझने के लिए प्रयास करे
सिर को दिमाग का घर कहा जाता है । और यह जो होता है वह हमेशा अपनी सोच समझ कर ही कार्य करता है । मगर जब सिर पर सवार हो जाता है तो दिमाग पर असर पड़ता है और वह व्यक्ति हठ करने लग जाता है । या फिर कह सकते है की पीछे पड़े रहते है। जैसे की इसे समझने के लिए आपको एक छोटे बच्चे का उदहारण लेना चाहिए । जो की जैसे ही किसी वस्तु को देखता है तो उसे लेने के लिए हठ करने लग जाता है । और जब तक उसे वस्तु नही मिलती है तो वह उसे लेने के लिए पीछे पड़ा रहता है । तो इस तरह से पीछे पड़ा या किसी चिज के लिए हठ करना को सीर पर सवार होना कहा जाता है ।
सिर पर सवार होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
1. वाक्य में प्रयोग – जैसे ही किसन ने देखा क सामने गुबारा है तो वह लेने के लिए माता के सिर पर सवार हो गया ।
2. वाक्य में प्रयोग – अरे मुर्ख मैंने तुम्हे कितनी बार कहा की मैं उधार रूपय नही दे सकता हूं मगर फिर भी तुम सिर पर सवार हो रहे हो ।
3. वाक्य में प्रयोग – आजकल जब तक सरकारी अफसर के सिर पर सवार नही हुआ जाता है तब तक वह काम नही करते है ।
4. वाक्य में प्रयोग – शार्मा जी कोई भी काम करवाने के लिए किसी के भी सिर पर सवार हो सकते है ।
5. वाक्य में प्रयोग – बेटे को बाइक चाहिए है इसी लिए वह आज मेरे सिर पर सवार हो रहा है ।
6. वाक्य में प्रयोग – कल की ही बात है मैं शहर गया हुआ था वहां पर एक भिखारी मिल गया जो की मेरे सिर पर सवार हो गया और अंत में उसे कुछ पैसे देकर ही पीछा छूटाना पड़ा ।
7. वाक्य में प्रयोग – आजकल हर छोटे बड़े शहर में भिखारी सिर पर सवार हो जाते है ।
शेर (Lion) हिरण (Deer) के सिर पर सवार हो गया एक कहानी
एक बार एक शेर (Lion) जंगल में घूम रहा था। वह बहुत खुश था और खुले आसमान के नीचे भोजन का सुख उठा रहा था। वह लम्बे समय तक घूमता रहा और अपने समय का मजा लेता रहा।
लेकिन एक दिन वह एक सुनसान स्थान पर पहुंच गया, जहां एक बहुत बड़ी गड्ढा था। शेर (Lion) ने गड्ढे की ओर ध्यान नहीं दिया और जमीन से गिर गया।
शेर (Lion) को जमीन पर लटकते हुए कुछ समय बीत गया, जब एक जंगली बैल उस तरफ गुजर रहा था। बैल ने शेर (Lion) को देखा और उसे बचाने के लिए तुरंत काम करने लगा। बैल ने जमीन को खोदा और शेर (Lion) को उस से बाहर निकाल लिया।
शेर (Lion) ने बैल का शुक्रिया अदा किया और उससे पूछा कि वह अब क्या करेगा। बैल ने कहा कि वह अपने मालिक को अगली गाड़ी लेकर जाना चाहता है, और उसके लिए वह जल्दी से दौड़ने लगा। शेर (Lion) ने बैल को धन्यवाद दिया और उसे जाने दिया।
एक बार फिर से शेर (Lion) के साथ हुआ था । दरसल शेर (Lion) अब एक अजीब सी स्थिति में फंस गया था। वह गड्ढे में फंसा था शेर (Lion) ने अपनी समस्या का हल ढूंढने के लिए अपने आसपास देखा लेकिन उसे कोई रास्ता नहीं नजर आया। फिर उसने अपनी आवाज बुलंद करके मदद के लिए चीखना शुरू कर दिया।
जंगल में कुछ समय बाद, शेर (Lion) की आवाज को सुनकर एक गांव के कुछ लोग वहां पहुंचे। वे शेर (Lion) को देखकर डर गए लेकिन वे उसे मारने की जगह उसे बचाने का निर्णय लिया। वे शेर (Lion) के करीब जाकर उसे आराम से पकड़ लिया और उसे बाहर निकालने के लिए काम करने लगे। शेर (Lion) ने उन्हें धन्यवाद दिया और उनसे कहा कि वह उनका बहुत शुक्रिया अदा करता है।
इस घटना के बाद से, शेर (Lion) ने सीख ली कि कभी-कभी हमें आपकी मदद के लिए दूसरों की मदद की आवश्यकता होती है और हमें अन्य लोगों के साथ अच्छी तरह से जुड़ना चाहिए। वह जंगल में अपने आप को अकेला महसूस नहीं करता था, बल्कि अपने साथियों से मिलकर उन्हें खोजता रहता था।
शेर (Lion) को उस दिन की घटना से बहुत सीख मिली थी। वह जान गया था कि कभी-कभी अकेलापन और घमंड से बचने के लिए आपको दूसरों की मदद की आवश्यकता होती है।
उस दिन से शेर (Lion) जंगल में अपने साथियों के साथ घूमने लगा था। वह अपने आप को कभी अकेला महसूस नहीं करता था और उसे सबसे अधिक मजा उसके साथियों के साथ घूमने में आता था। शेर (Lion) अपनी समस्या को अकेले हल नहीं करने के साथ, उसके साथियों के साथ अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए मिलकर काम करता था। वह अपने दोस्तों के साथ जंगल में नहाने जाता था, उनके साथ शिकार करता था और उनके साथ जीवन के हर पहलू को अनुभव करता था।
शेर (Lion) ने जीवन में एक महत्वपूर्ण सीख हासिल की थी कि जीवन अकेले जीने का नहीं होता, बल्कि उसे दूसरों के साथ जीना होता है। उसने इस बात को समझा कि जीवन एक समुदाय होता है और हमें दूसरों के साथ अच्छी तरह से जुड़ना चाहिए।
मगर एक बार की बात है जब शेर (Lion) को भूख लगती है और भूख को मीटाने के लिए शेर (Lion) को भोजन करना पड़ता है । जिसके कारण से वह शिकार पर जाता है । और उसे रास्ते में एक हिरण (Deer) दिखता है । शेर (Lion) पहले तो सोचता है की वह हिरण (Deer) को नही मारेगा क्योकी वह काफी सुंदर दिखता है । मरग अपनी भुख मिटाने के लिए मजबुर होकर शेर (Lion) को हिरण (Deer) के सिर पर सवार होना पड़ा ।
जब हिरण (Deer) ने यह देखा तो अपनी जान बचाने के लिए भागने लगा । अब शेर (Lion) भी अपनी भुख मिटाने के लिए मजबूर था और वह हिरण (Deer) का पीछा किया जा रहा था । आखिर में हिरण (Deer) थकने लगा था और शेर (Lion) भी थकने लगा था । तब हिरण (Deer) ने शेर (Lion) से कहा की क्यो भाई शेर (Lion) मेरे सिर पर सवार हो रहे हो । मुझे आज आज छोड़ दो मगर शेर (Lion) नही माना और उसके सिर पर ही सवार रहा ।
अत में हिरण (Deer) ने शेर (Lion) से कहा की मेरी जान मत लो बदले में मैं तुम्हे दो दिनो तक के लिए पेट भर कर भोजन कराउगा । और यह सुन कर शेर (Lion) तुरन्त रुक गया और हिरण (Deer) भी रूका और धिरे धिरे शेर (Lion) के पास जाकर दोस्ती कर ली ।
वादे के अनुसार हिरण (Deer) ने शेर (Lion) को दो दिन के लिए भोजन दिया और फिर शेर (Lion) और हिरण (Deer) एक दूसरे के दोस्त बन गए और एक साथ जीवन बिताने लग गए थे ।
दोस्तो इस तरह से शेर (Lion) हिरण (Deer) के सिर पर सवार हो गया था ।