टांग अड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य, tang adana muhavare ka arth likhkar vakya mein prayog kijiye
अगर प्रसिद्ध मुहावरो की बात की जाए तो यह भी उनमे से एक है । वैसे आज हम इस लेख में टांग अड़ाना मुहावरे को अच्छी तरह से समझ लेगे । तो टेंसन न ले क्योकी आपको इस मुहावरे के अर्थ और वाक्य में प्रयोग के साथ साथ मुहावरा पूरी तरह से समझ में आ जाएगा ।
टांग अड़ाना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
टांग अड़ाना | अड़चन डालना या दखल देना । |
टांग अड़ाना मुहावरे को समझने का प्रयास करे
वैसे जब कोई व्यक्ति कही पर जा रहा होता है तो उसके रास्ते में अगर हम हमारी टांग को फैला देते है तो इससे उस व्यक्ति के कार्य में बांधा या अड़चन पैदा होती है । और अगर वह ध्यान नही देता है तो गिर भी सकता है । वैसे बांधा या अड़चन पैदा करने को दखल देना भी कहा जाता है । और आपको पता ही होगा की जीवन में अनेक ऐसे लोग है जो की एक दूसरे के कार्य में दखल देते रहते है । तो यह जो दखल देना है वही टांग अड़ाना है ।
विद्वानो इस बात से यह सिद्ध होता है की टांग अड़ाना मुहावरे का अर्थ अड़चन डालना या दखल देना होता है ।
टांग अड़ाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – संजय मिर्च मसले बचेने का कारोबार खोलने के लिए जा रहा था मगर उसके घर के लोगो ने ही टाग अड़ा दी और वह कारोबार नही खोल सका ।
2. वाक्य में प्रयोग – रजनी व्यापार में कब का सफल हो जाती मगर लोगो ने उसके काम में टांग अड़ा दी ।
3. वाक्य में प्रयोग – पुलिस विभाग शहर का जुर्म करने के लिए शहर में कठिन नयम बनाए और उनका उपयोग करने को कहा मगर लोगो ने ही अपनी टांग अड़ा कर नियमो को बदलवा दिया ।
4. वाक्य में प्रयोग – सेठ रामलाल गाव का विकाश करने के लिए हॉस्पीटल बनाने की सोच रहा था मगर उनकी पत्नी ने इस शुभ काम में टांग अड़ा दी ।
5. वाक्य में प्रयोग – पार्वती का बेटा डीएमएलटी का कोर्स करने की सोच रहा था मगर उसके पड़ोसी ने टांग अडा दी ।
चीते (leopard) ने शेर (Lion) के काम में टांग अड़ाई, पढ़े मजेदार कहानी
एक जंगल में चीते (leopard) और शेर (Lion) एक साथ रहते थे। चीते (leopard) बहुत तेज भागते थे और शेर (Lion) उनकी शक्तियों का पूरा समर्थन करता था। शेर (Lion) भी बहुत शक्तिशाली था, लेकिन चीते (leopard) से तेज नहीं भाग सकता था।
एक दिन, चीते (leopard) और शेर (Lion) एक साथ शिकार करने निकले। चीते (leopard) शिकार करते हुए बहुत आगे निकल गए थे जब एक जंगल में एक महाशक्तिशाली जादूगर आ गया। जादूगर ने शेर (Lion) को पकड़ लिया और उसे अपने कार्य में लगा दिया।शेर (Lion) के अभाव में, चीते (leopard) अपनी शक्तियों का उपयोग करके शिकार करने में सफल होने लगे। वे दूसरे जंगलों में भी जा कर शिकार करने लगे और अपनी शक्तियों को और अधिक बढ़ाने लगे।
कुछ दिनों बाद, जादूगर का वह शिकार करते हुए चीते (leopard) का नजर उसे पड़ गया था। उसने चीते (leopard) को पकड़ लिया और उसे भी अपने कार्य में लगा दिया। अब शेर (Lion) और चीते (leopard) दोनों जादूगर के अधीन हो गए थे। उन्होंने अपनी ताकत खो दी थी और शेर (Lion) और चीते (leopard) दोनों जादूगर के कार्य में बंद थे, लेकिन चीते (leopard) कुछ न कुछ करने का सोचते रहते थे। एक दिन, जब जादूगर सोते हुए थे, चीते (leopard) ने शेर (Lion) से कहा कि उन्हें जादूगर से बाहर निकालना चाहिए।
शेर (Lion) ने इसे संभावित नहीं समझा, लेकिन चीते (leopard) के ज़ोरदार आग्रह के बाद उन्होंने सहमति दी। चीते (leopard) ने फिर अपनी तेज दौड़ और ताकत का उपयोग करते हुए जादूगर के पास जाकर उसके हाथ से शेर (Lion) को छुड़ा लिया। शेर (Lion) और चीते (leopard) दोनों अब जादूगर को धक्के मारते हुए बाहर निकलने के लिए तैयार हुए। जादूगर ने उन्हें पीछे नहीं छोड़ा, लेकिन शेर (Lion) और चीते (leopard) एक साथ मिलकर जादूगर से निपटने में सफल हुए।
शेर (Lion) और चीते (leopard) दोनों अपनी ताकत के साथ फिर से जंगल में शिकार करने लगे। लेकिन इस बार, चीते (leopard) ने शेर (Lion) से समझाया कि वे दोनों एक दूसरे की मदद कर सकते हैं और उन्हें मिलकर कामयाब होना चाहिए। शेर (Lion) ने इसे स्वीकार किया और शेर (Lion) और चीते (leopard) दोनों एक साथ मिलकर शिकार करते रहे और उनकी मित्रता दिनों-दिन बढ़ती गई। चीते (leopard) ने शेर (Lion) को अपने जंगल में ले जाकर अपने परिवार से मिलवाया और शेर (Lion) ने भी उनको अपने जंगल में ले जाकर अपने परिवार से मिलवाया।
शेर (Lion) और चीते (leopard) की मित्रता इतनी मजबूत हो गई कि वे अब एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे। वे हर समस्या का सामना मिलकर करते थे और एक दूसरे की मदद करते थे।
देर रात, जब शेर (Lion) और चीते (leopard) खुश होकर सो रहे थे, तभी एक शेर (Lion)नी उनके पास आई। शेर (Lion) और चीते (leopard) तैयार रहे शेर (Lion)नी से लड़ने के लिए, लेकिन शेर (Lion)नी ने उन्हें नहीं हमला किया। इसके बजाय, शेर (Lion)नी ने उनसे मिलने आई थी।
शेर (Lion) ने जब शेर (Lion)नी को देखा तो उसे उससे प्रेम हो गया । मगर चीता न जाने क्यो अपनी टांग अड़ाने लग गया था । शेर (Lion)नी ने उनसे कहा कि वह उन्हें एक साथ शिकार करने में मदद कर सकती है। मगा चीते (leopard) ने मना कर दिया और कहा की हम एक साथ मिल कर शिकार नही कर सकते है । क्योकी तुम मादा हो और हम नर है । मगर शेर (Lion) ने कहा की हां हम शिकार करने के लिए तैयार है ।
शेर (Lion) की बाते सुन कर चीते (leopard) को काफी घुस्सा आता है और वह शेर (Lion) को अपनी दोस्ती का हवाला देते हुए कहता है की अगर तुम इसके साथ शिकार करते हो तो मैं तुम्हारे साथ शिकार नही करूगा । यह कहने पर शेर (Lion) ने चीते (leopard) को कोने में लेजाकर कहा की क्योकी मेरे प्रेम में टांग अड़ा रहे हो । तब चीने कहा की तुम और प्रेम ।
तब शेर (Lion) ने चीते (leopard) से कहा की शेर (Lion)नी को देखते ही उसे प्रेम हो गया है और यही कारण है की वह उसके साथ शिकार करना चाहता है तब चीते (leopard) ने शेर (Lion) से कहा की भाई मैं तो तुम्हारे साथ मजाक कर रहा था । बल्की मुझे इस बारे में पहले ही अहसास हो गया । अत में चीते (leopard) ने कहा की तुम दोनो शिकार करने के लिए चले जाओ । मैं तुम दोनो के काम में टाग अड़ा कर क्या करूगा । इस तरह से चीता पीछे हट जाता है । और शेर (Lion) शेर (Lion)नी एक साथ समय बिताने लग जाते है ।
कुछ दिनो के बाद में दोनो में प्रेम संबंध बन जाता है और दोनो विवाह कर लेते है । अब शेर (Lion) ओर शेर (Lion)नी एक साथ रहने लग जाते है ओर चीता एक दोस्त के रूप में उनके साथ जीवन गुजारता है ।