‌‌‌बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

baal ki khaal nikalna muhavare ka arth, बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

अगर आप मुहावरो की दुनिया का बादशाह बनना चाहते है तो आपको इस मुहावरे को भी याद रखना होगा । वैसे हम आपको बताएगे की बाल की खाल निकलना मुहावरे का अर्थ क्या ‌‌‌होता है और इसका वाक्य में प्रयोग किस तरह से होता है ।

‌‌‌बाल की खाल निकालना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
‌‌‌बाल की खाल निकालनाबारीकी से जाच पडताल करना ।

‌‌‌बाल की खाल निकालना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

सबसे पहली बात तो यह की बाल की किसी तरह की खाल नही होती है । हां यह कह सकते है की बाल अनेक तरह के भागो से मिलकर बना होता है और जो उसके उपर की परत होती है वह खाल है । मगर आपको पता है की बाल जो होता है वह आसानी से दिखाई नही देता है । और उसी तरह से ‌‌‌अगर बाल की खाल की बात की जाए तो वह तो और अधिक दिखाई नही देगा । जिसके कारण से अच्छी तरह से जांच करनी होती है । यानि बाल की खाल निकालने के लिए अच्छी तरह से जांच करनी जरूरी है तभी हम ऐसा कर सकते है । तो इस आधार पर इस मुहावरे का अर्थ हुआ बारीकी से जाच पडताल करना ।

‌‌‌बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

‌‌‌बाल की खाल निकालना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग जब शहर में महारानी का ताज चोरी हो गया तो पुलिस अधिकारी बाल की खाल निकालने में लग गए ।

2. वाक्य में प्रयोग कोहिनूर हिरे की चोरी होने के कारण से अधिकार यह पता करने की कोशिश कर रहे है की आखिर चोर कोन है इसलिए वे बाल की खाल निकालने में लगे है ।

3. वाक्य में प्रयोग ‌‌‌इंडियन आर्मी को जब पता चला की देश में दुश्मन घुस गए है तो उन्होने बाल की खाल निकालकर दुश्मनो को पकड़ लिया ।

4. वाक्य में प्रयोग जब मंत्री साहब पर किसी ने हमला कर दिया तो अधिकारी बाल की खाल निकालकर गुन्हेगार को पकड़ने में लगे है ।

5. वाक्य में प्रयोग इंकम टैक्स ऑफिसर बाल की खाल निकाल कर पैसे तलाश लेते है ।

‌‌‌6. वाक्य में प्रयोग सुरजे जैसा अफसर इस देश में कही नही मिलेगा वह बाल की खाल निकाल कर अपराधी को पकड़ लेता है ।

7. वाक्य में प्रयोग अपराध को कम करने के लिए अपराधी को पकड़ा होता है जिसके लिए बाल की खाल निकाला जरूरी है ।

भालू (Bear) बाल की खाल निकालने लगा, एक मजेदार कहानी

एक बार की बात है, जब एक भालू (Bear) जंगल में घूम रहा था। वह अपनी जानकारी और जांच करने की इच्छा से प्रेरित था। एक दिन वह एक जगह पहुंचा जहाँ कुछ लोगों ने अपने बागान में बारीकी उगाने का काम शुरू किया था।

भालू (Bear) को यह बारीकी बहुत रोचक लगी और उसने उसे ज्यादा नजदीक से जांचने का निर्णय लिया। वह धीरे-धीरे बारीकी के पौधों के पास जा रहा था जब उसने एक छोटी सी बिंदु देखा जो पौधों के बीच दिखाई दे रहा था।

भालू (Bear) ने इस बिंदु को जांचने का फैसला किया और उसे नजदीक से देखने लगा। बिंदु के कुछ देर जांचने के बाद, उसने एक छोटी सी घाव दिखाई दिया। भालू (Bear) को उस बिंदु के संबंध में सक्षमता नहीं थी, इसलिए वह और ध्यान देने का निर्णय लिया।

उसके बाद, भालू (Bear) ने उस जगह से निकलने का फैसला किया लेकिन वह नहीं जानता था कि वह बिंदु एक तीखे शीशे का टुकड़ा था जो किसी ने अपने बागान में फेंक ‌‌‌दिया था । कुछ समय के बाद में बारिस होती है ।

बारिश के बाद, जब भालू (Bear) वापस लौटा तो वह देखा कि जगह पर एक बड़ा हादसा हुआ था। उस बिंदु का टुकड़ा असामान्य तरीके से तेज बारिश के कारण बड़ी चीजों के तूफान से बिखर गया था और बगीचे में खुले लोगों के सिर पर गिरा था।

यह हादसा जो घटा वह उन लोगों को संज्ञान में लाने के लिए था जो बागान में काम कर रहे थे। वे बारिश के कारण वहाँ से नहीं गए थे। भालू (Bear) को उनकी मदद करने का निर्णय लेने के बाद, उसने उन लोगों को संज्ञान में लाने के लिए अपने दोस्त शेर को बुलाया।

शेर ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करके लोगों की मदद की और उन्हें उन खतरनाक स्थितियों से बचाया जो उनके सामने थे। इस तरह से भालू (Bear) ने अपनी जांच करने की इच्छा को अपने साथ लेकर वहाँ काम करने वालों की जान बचाई।‌‌‌और फिर शेर ने उससे कहा की तुम तो बाल की खाल निकालना जानते हो ।

‌‌‌इसी तरह से एक दिन की बात है जब भालू (Bear) अपने घर में आराम कर रहा था । तभी अचानक उसके पास दोड़ा दोड़ा शेर आता है और जल्दी से कहता है की मेरा बेटा नही मिल रहा है । भालू (Bear) समझ नही पाया तो उसने फिर से शेर से कहा की क्या हुआ । तब शेर ने बताया की कल रात मेरा बेटा मेरे पास था मगर अब मिल नही रहा है ।

‌‌‌बाल की खाल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

शेर की बात सुन कर भालू (Bear) ने कहा की चलो मैं तुम्हारे बेटे का पता लगाता है । भालू (Bear) ने शेर से सब कुछ पूछा की आखिर बार तुमने अपने बेटे के साथ क्या किया था और उसे कहा देखा था । ‌‌‌तब शेर ने उससे कहा की मैंने बेटे को रात के समय देखा था । इतने में भालू (Bear) और शेर दोनो शेर के निवास स्थान पर आ जाते है । वहां पर भालू (Bear) छानवीन शुरू करता है । अब भालू (Bear) इतनी अच्छी छोटी छोटी बातो पर ध्यान दे रहा था की मानो वह बाल की खाल निकालने में लगा हो ।

‌‌‌इसी तरह से भालू (Bear) शेर के बेटे की तलाश जारी रखता है । तभी भालू (Bear) को जमीन पर छोटे छोटे पैरो के निशान मिलते है । भालू (Bear) उसे गंभीरता से लेता है और उसकी छानबीन शुरू करता है । और श्याम होते होते भालू (Bear) और शेर एक झाड़ी के पास पहुंचे वहां पर उन्होने देखा की बच्चा झाड़ी में फसा हुआ ।

‌‌‌तब भालू (Bear) ने अपने दिमाग का उपयोग किया ओर शेर के बेटे को बचा लिया । यह देखने के बाद में शेर और शेर का बेटा काफी खुश था । और फिर शेर ने भालू (Bear) से कहा की तुमने तो आज बाल की खाल निकाल कर मेरे बेटे की जान बचा ली । और भालू (Bear) का धन्यवाद किया और फिर तीनो एक साथ भोजन करने लग जाते है ।

इस घटना के बाद मे ‌‌‌भालू (Bear) सभी जानवरो की मदद करने लग जाता है । और इस तरह से भालू (Bear) बाल की खाल निकालता रहता है ।

कैसी लगी कहानी बताना जरूर

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