daal mein kala hona muhavare ka vakya mein prayog, दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
आपको बता दे की दाल में काला होना एक मुहावरा है । मगर यह एक हिंदी भाषा की फिल्म का भी नाम है । जो की 1964 में बनाई गई थी । मगर हम यहां पर फिल्म के बारे में बात नही कर रहे है बल्की हम यहां पर मुहावरे के बारे में बात कर रहे है । तो हम जानेगे की इस मुहावरे का अर्थ कया है और वाक्य में प्रयोग किस तरह से होता है।
दाल में काला होना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
दाल में काला होना | किसी बात पर संदेह होना । |
दाल में काला होना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
दाल जो होती है वह एक तरह की सब्जी होती है और यह लगभग सुंदर दिखाई देती है इसमें किसी तरह का काला दिखाई नही देता है । मगर कभी कभार दाल के अंदर पत्थर वगैरह आ जाते है । जो की सब्जी में काला बने हुए दिखाई देते है ।
उसी तरह से दाल जो होती है वह मानव जीवन में आस पास के लोगो को दर्शाती है । और जो काला दिखाई देता है वह किसी तरह के संदेह को दर्शाता है । तो इस तरह से दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ किसी बात पर संदेह होना होता है ।
दाल में काला होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
1. वाक्य में प्रयोग – महेश एक टॉपीबाज है ओर वह जब मुझसे चिकनी-चुपड़ी बाते करने लगा तभी मैं समझ गया की दाल में कुछ काला है और उसकी बातो पर ध्यान नही दिया ।
2. वाक्य में प्रयोग – महेश कभी भी मेरी मदद करने के लिए तैयार नही हुआ मगर आज वह मदद करने के लिए स्वयं ही आ गया जरूर दाल में कुछ काला होगा ।
3. वाक्य में प्रयोग – आज शहर में फोजी भाईयो का पहरा देख कर ऐसा लग रहा है जैसे मानो दाल में कुछ काला है ।
4. वाक्य में प्रयोग – दिन हो या रात राजवीर फोन के साथ पता नही कहा चला जाता है जरूर दाल में कुछ काला होगा ।
5. वाक्य में प्रयोग – किसन को देखते ही मुझे पता चल गया था की दाल में कुछ काला है और आज वह जुआ खेलता हुआ पकड़ा गया ।
6. वाक्य में प्रयोग – जब राघव के पास अचानक से बहुत सारा धन आने लगा तो सभी को लगने लगा की दाल में कुछ काला है और हुआ यही पुलिस ने उसे पकड़ लिया और लोगो को पता चला की वह दो नम्बर का काम करता है।
पांडा (Panda) को लगा दाल में काला है, एक अनोखी कहानी जो आपको कुछ सीखएगी जरूर
एक बार एक पांडा (Panda) एक नदी के किनारे बैठा था। वह अपनी प्रिय बाम्बू के टुकड़ों का स्वाद ले रहा था। वह खुश और संतुष्ट था। उसका सारा ध्यान बाम्बू के स्वाद पर ही था।
एक दिन, पांडा (Panda) को दाल में कुछ काला लगता है कि उसकी जिंदगी में कुछ नहीं है। वह सोचने लगा कि उसे क्या करना चाहिए जिससे वह खुश और संतुष्ट हो सके। वह यह सोचते-सोचते उदास हो गया। फिर एक दिन एक बात उसे समझ में आई कि जब तक वह बाम्बू के स्वाद का आनंद लेता है, तब तक वह खुश होता है। उसे यह भी समझ में आया कि वह अपनी जिंदगी को और अधिक मजबूत बना सकता है और उसमें खुशी ला सकता है।
उसने अपनी जिंदगी में नए तरीके ढूंढना शुरू किया। वह बाम्बू के साथ एक नया स्थान ढूंढने के लिए जा रहा था। उसने नदी के उपर एक झुला बनाया जिससे वह बाम्बू के लिए दूर-दूर तक जा सकता था। वह बाम्बू के लिए जंगल में ढूंढता था और उस पांडा (Panda) ने अपनी जिंदगी में नए रंग भरने की ताकत देखी थी। वह नहीं सोचता था कि जो कुछ उसे खुश करता था, उससे ज़्यादा भी अच्छा हो सकता है।
एक दिन उस पांडा (Panda) ने देखा कि एक उंब्रेला उसकी आँखों के सामने से गुजर रही है। वह सोचने लगा कि क्या उसे भी इस उंब्रेले की तरह अपनी जिंदगी में नए रंग भरने की कोशिश करनी चाहिए।
वह अपनी जिंदगी में नए चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार था। वह अपने आसपास के सभी जानवरों और पक्षियों से दोस्ती करने लगा था। उसने नए दोस्त बनाए और उनसे सीखा कि जिंदगी में हमेशा कुछ नया करना चाहिए।
उस पांडा (Panda) ने जीवन का सफर नए रंगों से भर दिया था। उसने अपनी जिंदगी में नए उद्यमों का सामना किया था और इससे वह खुश और संतुष्ट था।
जब पांडा (Panda) ने अपनी जिंदगी में नए रंग भरने का निर्णय लिया, तब वह दुनिया के नए संचार माध्यमों से भी रूबरू हुआ। उसने इंटरनेट पर समाचार देखना और विभिन्न सोशल मीडिया वेबसाइटों का उपयोग करना शुरू किया।
उसने अपनी रुचि के अनुसार फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में भी रुचि दिखाई। उसने अपने दोस्तों को फोटोग्राफी सीखने में मदद की और वे उससे वीडियोग्राफी सीखते थे।
पांडा (Panda) के दोस्त उसे एक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कंपनी में भर्ती करने में मदद करते थे। उसने अपने कौशल का उपयोग करके आधुनिक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के काम किया और इससे उसे नए अनुभवों की प्राप्ति हुई।
उसने अपनी जिंदगी के नए रंगों से बहुत कुछ सीखा। उसने यह भी सीखा कि जिंदगी में कुछ भी हो सकता है और आपको संदेह में होने की जगह, आपको उससे नई उचाइयों की ओर ले जाना चाहिए।
एक दिन, पांडा (Panda) एक भालू (Bear) से मिला। दोनों दोस्त बन गए और साथ में बहुत मज़े करने लगे। पांडा (Panda) और भालू (Bear) साथ में खेलते, घूमते, खाते-पीते और बातें करते रहते थे। लेकिन एक दिन, पांडा (Panda) को बाल में कुछ काला लगता है, उसे लगने लगा कि भालू (Bear) उसे धोखा दे रहा है और शायद उससे कुछ छिपा हुआ हो सकता है। उसे बहुत परेशानी हुई और वह अपने मित्रता पर विचार करने लगा।
पांडा (Panda) ने भालू (Bear) से कुछ दिनों तक बात नहीं की। भालू (Bear) बहुत उदास था और उसे पता नहीं था कि उसका मित्र उससे इतना दूर क्यों हो गया है। एक दिन, पांडा (Panda) ने भालू (Bear) से अपने संदेहों के बारे में बताया । जिसके कारण से भालू (Bear) ने कहा की नही मैं तो ऐसा कुछ नही कर रहा हूं । यह सुन कर पांडा (Panda) ने भालू (Bear) से हाथ जोड़ कर और कान पकड़ कर माफी मांगी । भालू (Bear) ने पांडा (Panda) को गले लगाकर कहा कि उसे पता नहीं था कि उसका मित्र उससे नाराज़ है और उसने कुछ भी बुरा नहीं सोचा था।
पांडा (Panda) ने देखा कि भालू (Bear) वास्तव में एक अच्छा मित्र था और उसे संदेह करने का कोई कारण नहीं था। वह उसकी मित्रता के लिए खुश था और इस तरह से पांडा (Panda) और भालू (Bear) फिर दोनो एक साथ अपना जीवन फिर से शुरू करते है । और पांड़ा और भालू (Bear) का जीवन इसी तरह से चलता रहता है। दोनो एक साथ जीवन जीते है ओर दोनो खुश रहते है ।