एक अनार सौ बीमार मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग और एक मजेदार कहानी

एक अनार सौ बीमार मुहावरे का अर्थ,  ek anar sau bimar muhavare ka arth aur vakya prayog

अगर आप बीमार लोगो को अनार खिलाते हो तो इससे काफी फायदा पहुंचता है । हालाकी अगर अनार एक ही हो तो अनेक बीमार लोगो को कैसे खिलाया जा सकता है ‌‌‌। मगर टेंसन न ले हम आपको बताएगे की यह एक मुहावरा है और इसका जो अर्थ होता है वह काफी अगल ओर रोचक होता है ।

एक अनार सो बीमार मुहावरे का अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
एक अनार सो बीमार‌‌‌वस्तु कम व मांग अधिक होना ।

एक अनार सो बीमार मुहावरे को समझने का प्रयास करे

‌‌‌कहते है की अगर कोई बीमार होता है तो उसे अनार खिलाना चाहिए । हालाकी इसके फायदे क्या है वह एक अगल बात है । मगर जब अस्पताल में आप दस बीमार लोगो से मिलने के लिए जाते हो ओर अपने साथ केवल एक ही अनार लेकर जाते हो तो आप यह निश्चित नही कर सकते हो की यह अनार किसको देना है । ‌‌‌क्योकी आपके पास जो अनार है वह बीमार लोगो के लिए कम होता है । यानि अनार की मांग अधिक है मगर आपके पास है कम । तो इस तरह से एक अनार सो बीमार मुहावरे का अर्थ ‌‌‌वस्तु कम व मांग अधिक होना होता है ।

एक अनार सौ बीमार

एक अनार सो बीमार मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग ‌‌‌कचरा सफाई के लिए सरकारी नोकरी के लिए 20 ‌‌‌लोगो के लिए आवेदन मागे गए थे मगर शहर के 25,000 लोग इसके लिए आवेदन करते है, यह तो वही बात हुई एक अनार सो बीमार ।

‌‌‌2. वाक्य में प्रयोग कंचन जब नोकरी लग गई तो उसके लिए भर भर कर रिश्ते आने लगे थे औ यह देख कर कंचन ने भी कहा एक अनार सो बीमार ।

3. वाक्य में प्रयोग कोरोना के चलते शहर में 500 लोग बीमार हो गए और उन्हे देखने वाले डॉक्टर केवल दो थे यह तो वही बात हुई एक अनार सो बीमार ।

4. वाक्य में प्रयोग इंकमटैक्स ऑफिसर बनते ही राहुल के लिए अनेक विवाह के रिश्ते आने लगे तब राहुल ‌‌‌के पिता ने उससे कहा एक अनार सो बीमार ।

5. वाक्य में प्रयोग‌‌‌स्कूल में अध्यापक के पास कहानी एक एक मजेदार पुस्तक थी जिस लेकर वह बच्चो से पूछने लगे की कोन इस पुस्ताक को पढना चाहेगा और अध्यपक ने देखा की सभी इसके लिए तैयार है यह देख कर उन्होने कहा एक अनार सो बीमार ।

आखिर भालू (Bear) ने क्यो कहा एक अनार सो बीमार, एक मजेदार कहानी

एक जंगल में एक बड़ा सा भालू (Bear) रहता था। वह बहुत ही बड़ा और भारी था, लेकिन उसका मन बहुत ही नरम था। वह खाने के लिए खोज करता रहता था और एक दिन उसे जंगल के एक बगीचे में एक अनार का पेड़ मिला। भालू (Bear) को अनार बहुत पसंद था और वह जल्दी से अनार को तोड़ कर खाने लगा।

जैसे ही भालू (Bear) ने अनार खाना शुरू किया, उसे बंदरों (Monkeys) की भीड़ दिखाई दी। बंदरों (Monkeys) ने भालू (Bear) को देखा और उसके पास जाकर उससे अनार मांगने लगे। भालू (Bear) ने उन्हें उसका अनार दिया और बंदरों (Monkeys) को बड़ा मज़ा आया।

बंदरों (Monkeys) के दौरे के बाद, भालू (Bear) ने फिर से अनार का स्वाद चखा और उसे फिर से खाने लगा। लेकिन फिर भी, बंदरों (Monkeys) को देखते हुए उसे उनके साथ अपना अनार बाँटने का मन करने लगा।

इसी तरह कुछ दिनों तक चलता रहा। भालू (Bear) अपने अनार का आनंद लेता और बंदरों (Monkeys) को भी अपने साथ अनार खिलाता। उसने बंदरों (Monkeys) के साथ दोस्ती की और उनसे सभी प्रकार की चीजें सीखी।

एक दिन, जब भालू (Bear) अपने अनार का स्वाद लेते हुए बंदरों (Monkeys) को अनार खिला रहा था, उसे एक शेर ने देख लिया। शेर भालू (Bear) के पास दौड़ा और उसे खाने के लिए जबरदस्ती करने लगा। भालू (Bear) बहुत डर गया था और शेर से लड़ने की बजाय उसने शेर को अपने अनार का टुकड़ा दिया। शेर ने अनार का टुकड़ा खाया और उसका स्वाद पसंद आया। उसने अपने दोस्त भालू (Bear) से कहा कि उसे भी अनार दे दो।

भालू (Bear) ने शेर को अपना अनार दिया और शेर को भी अनार का मजा आया। शेर ने अपने दोस्त भालू (Bear) से कहा कि वह भी उसके दोस्त है और उसके साथ खुश रहना चाहता है। इस घटना के बाद से, शेर और भालू (Bear) एक दूसरे के साथ दोस्ती करने लगे और दोनों मिलकर जंगल में घूमने लगे। इस दोस्ती से, बंदरों (Monkeys) को भी अपनी एकजुटता का अहसास हो गया और वे भी भालू (Bear) और शेर के साथ दोस्ती करने लगे।

इस तरह, जंगल में सभी जानवरों के बीच एक सुखद और खुशहाल माहौल बन गया। धीरे-धीरे, बंदर (Monkey)और भालू (Bear) एक-दूसरे के साथ जगह-जगह घूमने लगे। वे साथ खेलना, खाने का स्वाद लेना, और अलग-अलग चीजों को खोजने का मजा लेने लगे।

जंगल में, दोस्तों की निकटता और सहयोग बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए, बंदर (Monkey)और भालू (Bear) के बीच जल्दी ही एक गहरी दोस्ती हो गई। वे एक-दूसरे के साथ खुश थे और हमेशा एक-दूसरे की मदद करने को तैयार रहते थे।

एक दिन, जब बंदर (Monkey)और भालू (Bear) जंगल में घूम रहे थे, तभी एक बुरा शेर उनके पास आ गया। वह शेर बहुत ही खतरनाक था और बंदर (Monkey)और भालू (Bear) को उससे बचना था। भालू (Bear) ने तुरंत एक चाल की योजना बनाई। वह शेर के सामने खड़ा हो गया और अपने शिकार के रूप में खुद को पेश किया। शेर ने इसके बारे में नहीं सोचा और भालू (Bear) की तरफ दौड़ा।

इस अवसर का फायदा उठाते हुए, बंदर (Monkey)ने शेर के पीछे आकर उसे पत्थर से मार डाला। शेर अंत में मर गया और बंदर (Monkey)और भालू (Bear) शेर को देखकर बहुत खुश थे कि वे उस स्थिति से बच गए। वे अपनी दोस्ती के बारे में सोचते रहे और एक दूसरे को बधाई देते रहे।

उन्होंने आगे बढ़कर एक छोटी सी नदी के पास जाकर वहाँ खेलना शुरू किया। वे एक-दूसरे को पानी में धकेलते और खेलते रहते थे। बंदर (Monkey)ने अनार की याद दिलाई और उसने भालू (Bear) से पूछा, “क्या तुम अभी भी अपने अनार को बंदरों (Monkeys) को खिलाना चाहते हो?”

भालू (Bear) ने हँसते हुए जवाब दिया, “नहीं, अब मुझे नहीं चाहिए कि मैं अनार से अधिक खुश हो। मुझे अपनी दोस्ती से बहुत प्यार है और वह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”

बंदर (Monkey)भी उससे सहमत था और वे अपनी दोस्ती के साथ खेलते रहते थे। वे खुश थे कि उन्होंने एक दूसरे को मदद करने के साथ-साथ एक सच्ची दोस्ती की भी स्थापना की थी।

इस तरह, बंदर (Monkey)और भालू (Bear) ने एक दूसरे के साथ एक बड़ी और मजेदार दोस्ती की शुरुआत की थी और वे अब अपनी नई ‌‌‌दोस्ती से काफी खुश थे ।

एक दिन बात है बंदर (Monkey)भालू (Bear) के पास जाते है और उसे कहते है की आज अनार खाने के लिए चलते है । मगर तब पीछे पीछे बंदरो के समूह मे जो भी बंदर (Monkey)थे वह भालू (Bear) को चलने के लिए मना लेते है ।

अंत में बंदरो का समूह ओर भालू (Bear) अनार खाने के लिए चले जाते है । पेड़ के पास जाकर उपर देखते है तो ‌‌‌उन्हे केवल एक ही अनार दिखाई देता है तभी एक बंदर (Monkey)अनार को तोड़ ले आता है और भालू (Bear) को दे देता है । अब भालू (Bear) के पास एक अनार था और खाने वालू बहुत थे । तब भालू (Bear) ने कहा एक अनार सो बीमार और इतना कह कर अनार को फैंक दिया ।

यह देख कर सभी बंदर (Monkey)क्रोधित हुए । तब भालू (Bear) ने सभी को समझाया की अनार एक था और हम ‌‌‌खाने वाले बहुत अधिक है । अगर हम अनार को अपने पास रखते थे झगड़ा हो सकता था ओर यही कारण था की मैंने फैक दिया ।

तब बंदरो ने भी कह दिया एक अनार सो बीमार यह सुन कर भालू (Bear) हंसते हुए कहने लगा की हां सच है । तो इस तरह से भालू (Bear) की दोस्ती थी जो की एक अनार के कारण से टूट न जाए यह सोच कर अनार को ही फैंक ‌‌‌दिया था ।

इस कहानी से समझ में आता है की किसी भी वस्तु से अधिक मुल्यवान दोस्ती होती है ।

इस तरह से दोस्तो एक अनार सो बीमार के बारे में भालू (Bear) ने बंदरो को बताया ।

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