topi uchalna muhavare ka arth, टोपी उछालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
अगर आपके पास एक टोपी है तो उसे उपर की और उछाल दे हो गया टोपी उछालना……….. मजाक कर है दोस्त, ऐसा कभी नही होता है । दरसल यह एक मुहावरा है और इस मुहावरे का जो अर्थ होता है उसके बारे में हम इस लेख में जान लेगे तो आइए शुरू करते है
टोपी उछालना मुहावरे का अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
टोपी उछालना | अपमानित करना या निरादर करना । |
टोपी उछालना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
वैसे टोपी जो होती है वह पगड़ी के सामन होती है । जिसके कारण से माना जाता है की टोपी इज्जत की निशानी होती है । और टोपी को उछालने का मतलब हुआ की इज्जत उछालना । मगर आपको पता है की जब किसी की इज्जत उछाली जाती है तो उसे काफी अधिक अपमानित किया जाता है । और अपमानित करना जो होता है उसे निरादर करने के नाम से भी जाना जाता है । इन सभी बातो के आधार पर यह कहा जा सकता है की टोपी उछालना मुहावरे का अर्थ अपमानित करना या निरादर करना हाता है ।
टोपी उछालना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – आज की इस दुनिया में कुछ लोग हिंदू धर्म की टोपी उछालने में लगे है ।
2. वाक्य में प्रयोग – आजकल के छोरा छोरी घर से भाग जाते है मगर वे यह नही सोचते है की ऐसा कदम उठा कर वे अपने परिवार की टोपी उछाल रहे है ।
3. वाक्य में प्रयोग – कुछ ही दिनो हमारे गाव से एक लड़की ने भाग कर अपने माता पिता की टोपी उछालने का काम कर दिया ।
4. वाक्य में प्रयोग – अरे उसका नाम ही सज्जन है वह किसी की टोपी उछालते समय एक बार भी नही सोचता है ।
5. वाक्य में प्रयोग – आप शर्मा जी की बात कर रहे हो अरे वह तो गाव का सबसे घटिया आदमी है हर किसी की टोपी उछाल देता है ।
6. वाक्य में प्रयोग – जल्दी जल्दी अमीर बनने के चक्कर में किशोर गलत काम करने लग गया जिसके कारण से घर के लोगो की टोपी उछल गई है ।
7. वाक्य में प्रयोग – भगवान ऐसा लड़का किसी को न दे जो की अपने ही परिवार की टोपी उछालता हो ।
बंदर (Monkey) ने बिल्ली (cat) की टोपी उछाली, एक मजेदार कहानी
एक बार एक छोटी सी बिल्ली (cat) एक जंगल में रहती थी। वह जंगल में अपने साथियों के साथ खेलती थी और उनसे प्यार भी करती थी। बिल्ली (cat) किसी का बुरा नही चाहती थी और वह सभी को अपने समान समझ कर उनके साथ खेलती रहती थी ।
एक दिन, बिल्ली (cat) अपने साथियों के साथ खेलते हुए एक बंदर (Monkey) से मिली जो जंगल में आ गया था। बिल्ली (cat) ने उसे देखा और सोचा कि वह बंदर (Monkey) भी उसके साथ खेलेगा। जिसके कारण से बिल्ली (cat) काफी समय तक देखती रही मगर अंत में बिल्ली (cat) ने बंदर (Monkey) से पूछा की बंदर (Monkey) भाई क्या तुम मेरे साथ खेलना पसंद करोगे ।
यह सुन कर बंदर (Monkey) को पता नही क्या हुआ उसने ने बिल्ली (cat) की टोपी उछाल दी । वह उसे बुरी तरह से चिढ़ाता रहा था और उसे खुश नहीं कर रहा था। बंदर (Monkey) के ऐसा करने के कारण से बिल्ली (cat) बहुत दुखी हुई और वह भागने लगी। उसने सोचा कि वह अब से कभी बंदर (Monkey) के साथ नहीं खेलेगी। बिल्ली (cat) को काफी दुख हुआ और वह रोने भी लग गई थी ।
कुछ समय बित जाने के बाद में बिल्ली (cat) के साथी भी उसके पास आ जाते है । बिल्ली (cat) के साथियों ने उसे धीरे-धीरे समझाया कि बंदर (Monkey) ने उसे अपमानित करने के लिए वह कुछ नहीं कर सकता। वे बिल्ली (cat) को समझाते रहे कि उसे बंदर (Monkey) की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और उसे खुश रहना चाहिए। क्योकी जो बंदर (Monkey) होते है वह किसी का नही होते है वे तो इसी तरह से सरारते करते रहते है ।
बिल्ली (cat) ने अपने साथियों की बात सुनी और वह फिर से बंदर (Monkey) के पास जाकर उससे मिली। इस बार बिल्ली (cat) ने बंदर (Monkey) के शब्दों पर ध्यान नहीं दिया और उससे खेलने के लिए पूछने लगी थी । बंदर (Monkey) से दूसरी बार पूछा तो बंदर (Monkey) शांत हुआ और उसने बिल्ली (cat) से कहा की ठिक है मैं तुम्हारे साथ खेलता हूं ।
बिल्ली (cat) और बंदर (Monkey) ने खूब मस्ती की और बिल्ली (cat) ने देखा कि बंदर (Monkey) वास्तव में उसे टोपी उछालना नहीं कर रहा था। वह सिर्फ खेलना चाहता था। बिल्ली (cat) अब फिर से अपने साथियों के साथ खेलती थी, लेकिन उसने बंदर (Monkey) के साथ खेलने का आनंद भी लिया। इस तरह से बिल्ली (cat) और बंदर (Monkey) की दोस्ती हो जाती है ।
और अब जैसे जैसे समय बितता है बंदर (Monkey) और उसका साथी भी बिल्ली (cat) के साथ खेलने के लिए आ जाते है । जंगल में एक खुशी का महोल बन जाता है ओर बिल्ली (cat) जो थी वह यह सब देख कर काफी खुश हो जाती है ।
बिल्ली (cat) नादान थी मगर खेलने के मामले में काफी सातिर भी थी । जिसके कारण से खेल में उसे कोई हरा तक नही सकता था । इसी तरह से बिल्ली (cat) और बंदर (Monkey) की दोस्ती चलती रही ।
एक दिन की बात है बंदर (Monkey) अपने घर की ओर जा रहा था की रास्ते में उसके पैर में कांटा चुभ गया । और इससे बंदर (Monkey) को काफी दर्द हुआ । जिसके कारण से बंदर (Monkey) से चला तक नही जा रहा था । अब वह जो कांटा था वह निकलने का भी नाम नही ले रहा था ।
तब बंदर (Monkey) ने किसी तरह से अपना घर लिया । कुछ समय बिता तो वहां पर बिल्ली (cat) आ जाती है और फिर से बिल्ली (cat) उसे खेलने के लिए कहती है । मगर बंदर (Monkey) मना कर देता है । और बंदर (Monkey) की बात सुन कर बिल्ली (cat) नही मानती है ओर फिर से उसे खेलने के लिए कहती है । इस तरह से दो तीन बार कहने के कारण से बंदर (Monkey) क्रोधित हो जाता है । और बिल्ली (cat) की टोपी उछालने लग जाता है । काफी समय बित गया मगर बिल्ली (cat) कुछ नही बोल रही थी बल्की वह उदास हो गई थी और यह देख कर बंदर (Monkey) को अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने बिल्ली (cat) से मांफी मांगी और कहा की पैर में कांटा चूभा था जिसके कारण से मुंह से गलत निकल गया ।
यह सुन कर बिल्ली (cat) ने चुप चाप बंदर (Monkey) का काटा निकाल दिया ।जिसके कारण से बंदर (Monkey) खुश हुआ । मगर बिल्ली (cat) अभी भी नाराज थी जिसके कारण से बंदर (Monkey) ने उससे एक बार और माफी मांगी । तब बिल्ली (cat) ने कहा की तुम बार बार मेरी टोपी उछालते रहते हो । तुम्हे यह आदत छोड़नी चाहिए ।
तब बंदर (Monkey) को भी लगता है की उसे यह आदद छोड़नी चाहिए और इस तरह से बंदर (Monkey) ने फिर अपनी आदद छोड़ने के लिए बिल्ली (cat) से वादा किया और फिर दोनो एक साथ खेलने लगे थे । इस तरह से बिल्ली (cat) और बंदर (Monkey) का जीवन चलता रहा था ।