आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व एक कहानी

आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ, aankhon mein khatakna muhavare ka arth aur vakya mein prayog

यह एक ऐसा मुहावरा है जो की इस वर्ष की टॉप लिस्ट में शामिल होगा । क्योकी यह परिक्षाओ में बार बार पुछ लिया गया है और पूछा जा रहा है । अगर आपने हाल ही ‌‌‌के दिनो में जीडी का एग्जाम दिया है तो आपको इस बारे में पता है । वैसे आपको बता दे की इस मुहावरे का जो अर्थ होता है उसके बारे में हम इस लेख में जान लेगे तो लेख को देखे और मोज करे –

आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
आंखों में खटकनाचुभना या बुरा लगना

‌‌‌आंखो में खटकना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

जब आंख के अंदर तीनका फंस जाता है तो काफी दर्द होता है । इसके बावजूद, बहुत से लोग दर्द के लिए चिकित्सा की तलाश नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह केवल झुंझलाहट है। ‌‌‌मगर जब ऐसा होता है तो डॉक्टर के पास जाना चाहिए और यही सही होता है । मगर ऐसा दर्द किसी को पसंद नही होता है । क्योकी इसमे तीनका चुभता है । तो इस तरह से आंखो में खटकना मुहावरे का अर्थ हुआ चुभना या बुरा लगना ।

‌‌‌विद्वानो इतना ज्ञान काफी नही होता है अब आपको वाक्य में प्रयोग भी जानने की जरूरत है –

आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व एक कहानी

आंखो में खटकना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

वाक्य में प्रयोग जब भगवान राम का मंदीर बनाया गया तो वह कई लोगो की आंखो में चुभगने लगा ।

वाक्य में प्रयोग जब संतोष की शादी एक धनवान लड़के से हो गई जो की एक डॉक्टर था तो सरोज अपनी पड़ोसन की आंखो में ‌‌‌खटकने लगी ।

वाक्य में प्रयोग एक छोटे से गाव को छोड़ कर रिया शहर में जाकर वेटकर का काम करने गली तो वह कई लोगो की आंखो में खटकने लगी ।

वाक्य में प्रयोग रजनी एक महिला था मगर वह शहर जाकर काम करने लगी तो अपनी ही सांस की आंखो में खटकने लगी ।

जानिए किस तरह से एक खरगोश सभी जानवरो की आंखो में खटकने लगा, एक प्रसिद्ध कहानी

‌‌‌इस दुनिया में कुछ जंगल ऐसे है जो की तरह तरह के जानवरो से भरे हुए है । और एक ऐसा ही जंगल हुआ करता था जहां पर अनेक तरह के जानवर रहते थे । मगर हैरानी की बात यह होती थी की वहां पर रहने वाले सभी जानवरो में काफी प्रेम था । और इसी प्रेम के कारण से जानवर हमेशा एक साथ रहते थे ।

आपको बता दे की उस जंगल मे ‌‌‌एक खरगोश हुआ करता था । जो की पूरे जंगल के जानवरो को पसंद होता था । सभी जानवपर खरगोश को काफी अधिक प्रेम करते थे और उसकी गलती को  नादानी मान कर माफ कर देते थे । वैसे आपको पता होगा की खरगोश जो होता है वह गलती कर लेता है तो इसी कारण से खरगोश से कई बार गलती हो जाती थी ।

‌‌‌मगर कैसा भी हो खरगोश अपना जीवन अच्छी तरह से जी लेता था । आपको बता दे की एक बार की बात है उसी जंगल में एक पास के जंगल से भालू आता है जो की ज्योतिषी के रूप में जाना जाता था । कहा जाता है की भालू को ज्योतिषी का ज्ञान था जिसके कारण से वह जंगलो के जानवरो का ज्योतिषी था ।

जब भालू जंगल में आता ‌‌‌है तो लोगो से फ्रि में खाने के लिए तरह तरह की बाते उन्हे बताता है । एक बार खरगोश के घर भालू गया था और खरगोश ने भालू के साथ काफी शरारत कर दी । जिसके कारण भालू नाराज हो गया और उसने कहा की तुमने मेरे साथ ऐसा कर कर अच्छा नही किया । हालाकी भालू ने इस बारे में किसी को नही बताया था । बल्की स्वय ‌‌‌के मन कें अदर ही रख लेता है ।

धिरे धिरे समय बितता जाता है और भालू वहां के लोगो के बिच में काफी फेमस हो जाता है । एक दिन सभा चल रही थी और भालू सभी को ज्ञान दे रहा था । तभी वहां पर खरगोश आ जाता है और जैसे ही खरगोश आता है वहां पर जंगल का राजा शेर हमला कर देता है ।

और शेर के हमले से बचने के ‌‌‌लिए सभी इधर उधर भागने लगे है । शेर के हमले से जानवर तब बच गए जब एक ‌‌‌एक हिरण ने घटनास्थल पर आकर शेर ‌‌‌को भगाने के लिए धुवा कर देता है और जानवर छीप जाते है और शेर भाग जाता है ।

भालू जो की एक ज्योतिषी था उसने कहा की खरगोश के आने के कारण से ही ऐसा हुआ है । खरगोश अशुभ है ओर जहां पर भी जाता है वहां पर नुकसान ही होता है । ओर यह सुन कर जानवरो ने कहा की नही ऐसा नही है। मगर भालू अपना बदला ले रहा था तो ‌‌‌उसने खरगोश के बारे मे काफी गलत बता कर जानवरो के मन में बैठा दिया की हां खरगोश अशुभ है ।

एक दिन खरगोश हिरण के पास पहुचा ही था की हिरण के घर बुरा हो गया । ‌‌‌और यह सब हो जाने के कारण से हिरण को लगा की खरगोश के आने के कारण से ऐसा हुआ है । तो हिरण ने खरगोश को वहां से भगा दिया । और इसी तरह से अन्य जानवरो ने खरगोश के साथ किया था ।  समय बित चुका था जहां पर सभी जानवर खरगोश को प्रेम करते थे वही पर अब खरगोश सभी की आंखो में खटकने लगा था ।

आंखों में खटकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व एक कहानी

‌‌‌अब जंगल में कोई भी खरगोश को देखना तक नही चाहता था ओर जब खरगोश दिख जाता था तो अपना रास्ता बदल लेते थे । जानवरो का मानना था की खरगोश के कारण से ही अशुभ होता है और उससे बात करेगे तो हमारे साथ भी अशुभ होगा ।

यह सब खरगोश को पता चल गया था । क्योकी वह समझने की शक्ति रखता था । तब खरगोश ‌‌‌उस जंगल से चला गया और जहां से भालू आया था वही पर जाकर रहने लगा । एक महिना बित जाने पर खरगोश को भालू के बारे में सब कुछ पता चल गया और फिर खरगोश ने आकर अपने जंगल के सभी जानवरो को भालू की सचाई बताई । तो जानवरो को पता चला की भालू एक ढोगी है जो की ज्योतिषी होने का दिखावा कर रहा है ।

असल में यह ‌‌‌फ्रि के अंदर खाने के लिए ऐसा कर रहा है । और यह जान कर जानवरो ने भालू को अपने जंगल से निकाल दिया । और फिर खरगोश से माफी मागते हुए । फिर से सभी जानवर खरगोश को प्रेम करने लगे थे । अब सभी एक साथ मोज मस्ती से पहले की रह रहने लगे थे ।

तो इस तरह से दोस्तो खरगोश सभी जानवरो की आंखो में खटकने लगा

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