छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग , और एक मजेदार कहानी

chhakke chhudaane muhavare ka arth aur vakya mein prayog kijiye, छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

अगर आप क्रिकेट खेलते हो तो आपका यह मुहावरा पसंदिदा बन सकता है । क्योकी यह मुहावरा कुछ क्रिकेट से जुड़ा आपको लग सकता है । ‌‌‌मगर आपको बता दे की इस मुहावरे का जो अर्थ होता है वह कुछ अलग होता है तो सही अर्थ के बारे मे जानने के लिए लेख को देखे

छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थबुरी तरह से प्राजित करना या बुरी तरह से हरा देना ।

छक्के छुड़ाना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

दोस्तो आपने क्रिकेट तो खेला ही होगा, इस खेल में जो टिम ज्यादा रन बनाती है वह विजेता होती है । और अधिक रन जल्दी बनाने का सबसे सरल तरीका यही है की बार बार छक्के मारे जाए । जिसके कारण से छ रन एक साथ बन जाते है । ‌‌‌और जब कोई टीम अपने पुरे खेल में इसी तरह से छ – छ रन एक साथ बनाती हरती है तो सामने वाले की बुरी तरह से हार होती है । ‌‌‌या फिर यह कह सकते है की सामने वाली टीम बुरी तरह से प्राजित हो जाती है । तो इस तरह से छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ होता है ।

विद्वानो इस मुहावरे के बारे में इतना ज्ञान काफी नही है आपको वाक्य में प्रयोग भी जानने चाहिए

छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग , और एक मजेदार कहानी

छक्के छुड़ाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग क्रिकेट के मैंच में Virat Kohli ने अपने प्रतिद्वंद्वी टीम के छक्के ‌‌‌छुड़ा दिए ।

2. वाक्य में प्रयोग भारत से क्रिकेट में जीतना नाममुकिन है क्योकी सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी टीम को हमेशा छक्के छुटाते हरते है ।

3. वाक्य में प्रयोग ronaldo ने फुटबॉल के मैंच में अर्जेंटीना प्रसिद्ध खिलाड़ी Lionel Messi के छक्के ‌‌‌छुड़ा दिए ।

4. वाक्य में प्रयोग भारत से जब पाकिस्तान का युद्ध हुआ तो ‌‌‌इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए ।

5. वाक्य में प्रयोग महाभारत के युद्ध में पांडवों ने कौरवों के छक्के छुड़ा दिए ।

6. वाक्य में प्रयोग महारानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजो के साथ युद्ध कर कर उनके छक्के छुटा दिए ।

बंदर ने शेर के छक्के छुटाए, एक मजेदार कहानी

एक बार एक जंगल में एक शेर रहता था जो बहुत बुद्धिमान और ताकतवर था। उसके पास शेरनी नहीं थी इसलिए वह अकेला रहता था। एक दिन, शेर जंगल में घूम रहा था जब उसे एक बंदर मिला। बंदर शेर के सामने खड़ा हो गया और शेर को चुनौती देने का नाटक करने लगा।

शेर बंदर को नजदीक से देख रहा था और उसे समझ गया कि बंदर उसे चुनौती दे रहा है। शेर ने बंदर को अनदेखा करते हुए चला जाने की कोशिश की, लेकिन बंदर ने शेर के सामने खड़ा रहा और उसे अपने हाथों से लड़ने के लिए बुलाया।

शेर जानता था कि बंदर उससे कमजोर है, लेकिन वह चुनौती नहीं उठाना चाहता था। शेर ने बंदर की बातों को नजरअंदाज करते हुए उसे लड़ने के लिए बुलाया। बंदर शेर के पास आया और उसे उसकी पैरों के बीच में से गिरा दिया। ‌‌‌इस तरह से शेर बंदर के साथ चुनौति लड़ता रहा और बंदर के छक्के छुड़ा दिए  ।

बंदर जीत कर अपनी जीत का गर्व महसूस करता हुआ उसे लगा कि वह जंगल का सबसे ताकतवर जानवर बन गया है। उसने अपने दोस्तों को खुश करने के लिए अपनी जीत की खुशी बाँटी और उन्हें अपनी कहानी सुनाई।

दोस्तों ने उसे बधाई दी, लेकिन उन्होंने उसे चेतावनी दी कि शेर एक जानवर है जो आवारा घूमता है और कभी भी कहीं से आकर तुम्हें हमला कर सकता है।

बंदर ने अपने दोस्तों को सुना नहीं और अपनी जीत का मजा लेते हुए आगे बढ़ते हुए जंगल में घूमने लगा। उसने दूसरे जानवरों को अपनी ताकत और शक्ति दिखाने की कोशिश की और उन्हें दिखाने के लिए उनसे लड़ाई की चुनौती दी।

लेकिन अचानक, बंदर शेर के आगे आ गया जो बाहर निकला था और बंदर को हमला करने के लिए तैयार था। बंदर ने देखा कि वह शेर नहीं है जिससे वह पहले लड़ा था, और उसे आवारा शेर समझकर लड़ने की चुनौती दी।

लेकिन जैसा कि उसे उसके दोस्तों ने बताया था, वह शेर आवारा नहीं था बल्कि एक स्थायी रूप से निवास करने वाला शेर था जो अपने राज्य में शांति और खुशहाली बनाए रखना चाहता था।

शेर ने बंदर को धक्का दिया और उसे गिराकर उसकी तरफ धावा बोल दिया। बंदर बहुत डर गया था लेकिन उसने आत्मविश्वास नहीं खोया। उसने शेर के लिए कुछ और नहीं किया बल्कि शांति और खुशहाली का जीवन जीने के लिए अपनी ताकत का उपयोग किया।  बंदर ने शेर के सामने नचाने लगा और शेर उसे हमला नहीं कर सका। बंदर ने शेर को विवश कर दिया और ‌‌‌उसके छक्के छुटा दिए

शेर ने अपनी हार मान ली और उसने बंदर के सामने सम्मान से झुकते हुए उससे माफी मांगी। शेर ने बंदर को बताया कि वह उसे आवारा नहीं बल्कि शांति का समर्थक बनाने के लिए आवाज उठाने का तरीका था।

बंदर ने उससे माफी मांगी और शेर ने उससे दोस्ती की पेशकश की। शेर और बंदर दोनों साथ में खुशहाली से रहने लगे। शेर ने बंदर से अपने राज्य में आकर्षक दर्शनीय स्थलों के बारे में बताया और उसे अपनी समृद्ध धन विरासत से भी परिचित करवाया।

दोनों ने समय बिताकर अच्छी तरह से एक दूसरे को समझा और एक दूसरे के साथ मजबूत दोस्ती की जड़ें जमा लीं। बंदर ने शेर के अच्छे गुणों को जाना और उसे एक समझदार शेर के रूप में देखना शुरू किया।

शेर ने बंदर को उसकी ताकत से अधिक उसकी बुद्धि की प्रशंसा की। बंदर ने शेर से सीखा कि अपनी ताकत का सदुपयोग करना ज़रूरी होता है और अगर हम अपनी ताकत को सही ढंग से नहीं इस्तेमाल करते तो हमें हार का सामना करना पड़ सकता है।

शेर और बंदर दोनों साथ में खुशहाली से रहने लगे और बंदर ने शेर के अच्छे गुणों को जानने के बाद उसे अपना अच्छा दोस्त मानने लगा। शेर भी बंदर को अपना दोस्त मानता था और उससे सलाह और समझाने का काम लेता था।

बंदर ने शेर के छक्के छुटाए, एक मजेदार कहानी

एक दिन शेर और बंदर जंगल में घूमने गए थे। वहाँ एक विवाद में दो जानवर एक दूसरे से लड़ रहे थे। शेर ने उन्हें समझाया कि लड़ाई से कुछ नहीं होगा बल्कि दोनों जानवरों को एक दूसरे की जरूरत है। उन्होंने समझाया कि एक-दूसरे के साथ भाईचारे बनाए रखना बहुत जरूरी है और वे एक दूसरे के साथ मेलजोल रहने लगे।

बंदर ने शेर के इस समझाने को अपने जीवन में लागू किया और वह दूसरे जानवरों के साथ सदा मेलजोल बनाए रखने लगा। उसकी बुद्धि और चतुराई के कारण उसने कई अन्य जानवरों की मदद की और उन्हें समझाया कि एक-दूसरे के साथ मेलजोल रहना बहुत जरूरी है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें दूसरों के गुणों को समझना चाहिए और उनसे सीखना चाहिए। जब हम दूसरों के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाते हैं, तो हमारी ज़िन्दगी में खुशी और खुशहाली आती है।

यह कहानी हमें यह भी दिखाती है कि हमें लड़ाई और झगड़े से दूर रहना चाहिए और दूसरों की मदद करने का प्रयास करना चाहिए। एक छोटी सी मदद से हम अन्य लोगों की ज़िन्दगी में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

‌‌‌इस तरह से बंदर ने शेर के छक्के छुटाए थे और अंत में दोनो दोस्त बन गए ।

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