चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए

chikna ghada hona muhavare ka arth aur vakya, चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ

अगर कभी घड़ा बनाया है तो वह जब बनता है तो उस समय काफी चिकना होता है । मरग आपको बता दे की चिकना घड़ा होना एक मुहावरा है जिसका मतलब क्या होता है और वाक्य में ‌‌‌प्रयोग क्या होते है जैसी जानकारी हम इस लेख में जानने वाले है तो आइए शुरू करते है

चिकना घड़ा होना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
चिकना घड़ा होनानिर्लज्ज होना ‌‌‌या बेशर्म होना ।

चिकना घड़ा होना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे जो घड़ा होता है उसे मटका भी कहा जाता है और इसपर जब तेल लगाया जाता है तो यह काफी अधिक चिकना बन जाता है । और एक चिकने घड़े के बारे में आपको पता है की पानी नही रूकता है । क्योकी चिकना होने के कारण से पानी फिसलता रहता है और यह बिल्कुल ‌‌‌वैसे ही है जैसे की एक बेशर्म व्यक्ति होता है ।

दरसल आपने देखा होगा की जब हम किसी को कुछ कहते है तो उस व्यक्ति पर जरूर इस बात का कुछ न कुछ असर पड़ता है । यानि पानी रूक रहा है अत यह चिकना घड़ा नही है । मगर वही पर जब बेशर्मों की बात आती है तो उन्हे चाहे आप लाख बुरा कह लो उन पर किसी प्रकार ‌‌‌का असर आपको देखने को नही मिलने वाला है । और इस तरह से चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ निर्लज्ज होना ‌‌‌या बेशर्म होना होता है ।

चिकना घड़ा होना मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए

चिकना घड़ा होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

1. वाक्य में प्रयोग छोटूलाल को बाबा रामदेव ने कितना समझाया की आयुर्वेदिक दवाइयो को लेना चाहिए मगर वह आज भी अंग्रजी दवाईयो के पीछे पड़ा है, तब बाबा रामदेव समझ गए की यह तो चिकना घड़ा है ।

‌‌‌2. वाक्य में प्रयोग रघुवीर रोज शराब पी कर घर आत रहता है, इसके पीता ने इसे काफी समझाया की शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है मगर यह तो चिकना घड़ा है इसे यह कैसे समझ में आएगा ।

‌‌‌3. वाक्य में प्रयोग जब सेठ के बुरे कामो के बारे में लोगो को पता चला तो लोगो ने सेठ को काफी भला बूरा कहा मगर फिर भी सेठ इसी तरह से मुस्कुरा रहा था, तब लोग समझ गए की सेठ चिकना घड़ा है ।

‌‌‌4. वाक्य में प्रयोग संदिप अपने दादाओ की उम्र के लोगो के सामने ही गलत बोलता रहता है उसे किसी बात की कोई फिकर तक नही क्योकी वह तो चिकना घड़ा है ।

5. वाक्य में प्रयोग लोगो ने संदिप को काफी भला बुरा कहा मगर फिर भी संदिप गलत काम नही छोड़ता है क्योकी वह तो चिकना घड़ा जो है।

‌‌‌आखिर कैसे सिंह (Lion) चिकाना घड़ा बना, एक ऐसी कहानी जो आपको पसंद आएगी

एक जंगल में एक हाथी (Elephant) रहता था। वह बहुत ही बड़ा और शक्तिशाली था और सभी जंगली जानवर उससे डरते थे। वह हाथी (Elephant) बहुत ही आत्मविश्वासी था और अपनी ताकत पर बहुत गर्व करता था। वह जंगल में घूमता फिरता था और अक्सर दूसरे जानवरों को अपनी ताकत दिखाता था। लेकिन इस सबके बीच, वह कुछ बातों को नहीं समझ पा रहा था। लेकिन इस हाथी (Elephant) की एक दुर्बलता थी, वह अपनी ताकत का उपयोग अक्सर बेवजह करता था। वह अक्सर अन्य जानवरों को चकित और चोटिल बनाता था।

‌‌‌एक दिन सिंह (Lion) एक जंगल में घुम रहा था और वही पर हाथी (Elephant) भी था । सिंह (Lion) ने हाथी (Elephant) को देखते ही अपने आप को छोटा समझकर डरने लगा। वह जानता था कि हाथी (Elephant) बहुत ही शक्तिशाली है और उससे टकराना बेवकूफी होगी। लेकिन वह अपने दोस्तों के साथ होने के कारण बहुत आत्मविश्वासी हो गया था और उसने सोचा कि अगर मैं अपने दोस्तों के साथ हूँ तो मुझे कुछ नहीं हो सकता।

सिंह (Lion) अपने दोस्तों के साथ हाथी (Elephant) के पास जाने लगा। हाथी (Elephant) ने उन्हें देखते हुए पूछा, “तुम लोग क्या कर रहे हो?” सिंह (Lion) ने ढीले स्वर में कहा, “हम तो सिर्फ घूम रहे थे।”

हाथी (Elephant) ने सिंह (Lion) की तरफ देखा और उसके चेहरे पर दर्पण दिखाई दिया। हाथी (Elephant) ने सिंह (Lion) से कहा, “तुम अपने दोस्तों के साथ बहुत आत्मविश्वासी हो रहे हो। लेकिन ध्यान रखो, आत्मविश्वास और बेवकूफी में बहुत अंतर होता है।” सिंह (Lion) ने इस बात को समझा और वह अब जानता था कि आत्मविश्वास सही जगह पर होना जरूरी है, लेकिन बेवकूफी नहीं। वह हाथी (Elephant) की बातों से बहुत कुछ सीख गया था।

वह सिंह (Lion) जानता था कि वह हमेशा सतर्क रहना चाहिए और खुद को अपने आसपास के माहौल से मिलाप रखना चाहिए। वह अब यह भी समझ गया था कि जब भी वह कोई नया चैलेंज लेता है तो उसे ध्यान से सोचना चाहिए और अगली कदम सोचकर उठाना चाहिए। यह उसने हाथी (Elephant) से सीखा था, जो एक शक्तिशाली जानवर था, लेकिन फिर भी बेशर्म हो गया था।

सिंह (Lion) ने यह भी समझा कि अगर वह दूसरों से सही सलाह लेगा और उनके अनुभवों से सीखेगा तो उसकी जिंदगी में कुछ भी असंभव नहीं हो सकता है। वह अपने दोस्तों के साथ जंगल में और आत्मविश्वास से घूमता रहा और हर दिन सीखता रहा। उसने हमेशा सतर्क रहने का निर्णय लिया था और अब वह अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करता रहता था।

सिंह (Lion) ने अपने दोस्तों के साथ जंगल में घूमते हुए कुछ समय बीता था, जब एक दिन वह एक दलदल में फंस गया। वह अब जब भी कोई कदम उठाता तो उसका पैर ढक्कने लगता था। सिंह (Lion) ने अपने दोस्तों से सलाह मांगी और उनसे सहायता मांगी। उन्होंने सिंह (Lion) के लिए एक लट्ठा लाया था जिससे सिंह (Lion) दलदल से बाहर निकल सकता था।

सिंह (Lion) ने अपने दोस्तों की मदद से अपनी शक्ति का उपयोग करते हुए लट्ठे का सहारा लेकर दलदल से बाहर निकल आया। ‌‌‌और यह सब होने के कारण से सिंह (Lion) काफी खुश हो गया । वह अब और भी सतर्क हो गया था और उसने सीख लिया था कि कभी भी अपनी आसपास के माहौल से जुड़े हुए नहीं होना चाहिए और अगले कदम सोच समझकर उठाने चाहिए।

सिंह (Lion) ने इस घटना से बहुत कुछ सीखा था और अब वह अपने दोस्तों से ज्यादा जानवरों के व्यवहार को समझने लगा था। वह जंगल में अब और भी अधिक आत्मविश्वास से घूमता रहता था और हर दिन अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करता रहता था।

‌‌‌इतना कुछ सिख लेने के बाद भी सिंह (Lion) वही मुर्खता दर्शाता था । एक बार की बात है सिंह (Lion) जंगल में शिकार को पकड़ा हुआ था तभी वहां पर हाथी (Elephant) आ जाता है । हाथी (Elephant) ने सिंह (Lion) से पूछा की तुम क्या कर रहे हो । सिंह (Lion) ने उत्तर दिया मैं शिकार कर रहा हूं ।

तब हाथी (Elephant) ने कहा की इस जंगल को तुमसे काफी खतरा है । और इस तरह ‌‌‌से कहते हुए सिंह (Lion) को काफी भला बुरा कहा । मगर सिंह (Lion) हाथी (Elephant) का समाना नही कर सकता था क्योकी उसे पता था की वह कमजोर है और हव हाथी (Elephant) की इसी तरह की बातो को सुनता रहा । तब हाथी (Elephant) ने सिंह (Lion) से कहा की तुम क्या चिकना घड़ा हो जो की तुम पर किसी बात का असर नही होता है ।

‌‌‌आखिर कैसे सिंह (Lion) चिकाना घड़ा बना, एक ऐसी कहानी जो आपको पसंद आएगी

‌‌‌इतना कहने के बाद में हाथी (Elephant) वहां से चला गया । कुछ समय बितने पर सिंह (Lion) के दोस्त वहां पर आते है और वे यह जानते है की हाथी (Elephant) ने सिंह (Lion) को क्या क्या कहा था । तब दोस्त सिंह (Lion) से कहते है की लगता है की तुम चिकाना घड़ा हो जो की हाथी (Elephant) की बात को आसानी से सुन लिया । क्योकी तुम एक राजा हो और राजा हाथी (Elephant) से ताक्त ‌‌‌वर होता है । इस तरह से सिंह (Lion) के दोस्त उसे अपनी ताक्त पहचानने को कह रहे थे । मगर सिंह (Lion) पर कुछ असर नही हुआ और वह इसी तरह से अपना भोजन करता रहा ओर जब भोजन खत्म हो गया तो वह अपने स्थान पर चला जाता है ।

आगे भी सिंह (Lion) का जीवन इसी तरह से चलता रहता है हाथी (Elephant) ने उसे लाख बार समझाया मगर फिर भी सिंह (Lion) पर ‌‌‌किसी बात कर असर नही हुआ । और इसी तरह से जंलग में चलता रहा ।

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