घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग क्या होगा बताइए

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ, ghat ghat ka pani pina muhavare ka arth aur vakya mein prayog

यह एक ऐसा मुहावरा है जो की पीछले वर्ष में खुब प्रसिद्ध हुआ था क्योकी इस मुहावरे को बार बार परिक्षाओ में पूछा गया था और जो बार ‌‌‌बार परिक्षाओ में पूछे जाते है उन्हे हम महत्वपूर्ण मानते है । अत यह मुहावरा भी महत्वपूर्ण है तो आपको इसके अर्थ के बारे में जानकारी होनी जरूरी है

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ क्या होगा?

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
घाट घाट का पानी पीनाअनुभवी होना ।

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

दोस्तो सबसे पहली बात तो आप भारत से हो और आपको पता होगा की घाट किसे कहते है । अगर नही पता है तो आपको बता दे की किसी नदी या जलाशय का जो किनारा होता है उसे घाट कहते है । जैसे की गंगा नदी का किनारा है तो वह घाट है ।

‌‌‌तो इस तरह से अनेक तरह के घाट होते है और सभी घाट अलग अलग स्थान पर भी होते है । मगर कोई व्यक्ति बहुत सारी घाट का पानी पी चुका है । तो इस बात का मतलब साफ हुआ की वह कई स्थानो पर जा चुका है । ‌‌‌और जो कई स्थानो पर चला जाता है उसे किसी न किसी तरह का अनुभव प्राप्त हो जाता है । जिसके कारण से उस व्यक्ति को अनुभवी कहना गलत नही होगा । तो इस आधार पर यह भी कहा जा सकता है की घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ अनुभवी होना होता है ।

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग क्या होगा बताइए

‌‌‌घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग शार्मा जी एक वकिल है और उनके सामने कोई भी जीत तक नही सकती है क्योकी उन्होने घाट घाट का पानी पी रखा है ।

2. वाक्य में प्रयोग रघुवीर एक माली है जो की किसी भी तरह की सब्जी और फलो को पैदा कर सकता है इससे पता चलता है की उसने घाट घाट का पानी पी रखा है ।

3. वाक्य में प्रयोग अंबानी साहब को बिजनेस में कोई नही हरा सकता है क्योकी उन्होने ‌‌‌घाट घाट का पानी पी रखा है ।

4. वाक्य में प्रयोग शेयर मार्केट के अंदर अनेक लोग आए और गए मगर राकेश झुनझुनवाला का सामना कोई नही कर पाया क्योकी राकेश झुनझुनवाला ने तो शेयर मार्केंट में घाट घाट का पापी पी रखा है ।

‌‌‌5. वाक्य में प्रयोग किशोर अपने बेटे को सरकारी स्कूल में अध्ययन करने के लिए भेज रहा है और कहता है की सरकाली स्कूल के अध्यापक घाट घाट का पानी पी चुके है ।

‌‌‌6. वाक्य में प्रयोग हर बार रामकिसन की स्कूल ही जीले में टॉप आती है और इस बात से पता चलता है की स्कूल के सभी अध्यापक घाट घाट का पानी पी चुके है ।

7. वाक्य में प्रयोग हमारे विद्यालय में चंद्रशेखर की बराबररी करने वाला कोई अध्यापक नही है क्योकी चंद्रशेखर अध्यापक ने घाट घाट का पानी पी चुके है ।

भालू ने घाट घाट का पानी पी रखा था एक प्रसिद्ध कहानी

एक बहुत बड़े जंगल में एक भालू रहता था। वह बहुत ही बुद्धिमान और अनुभवी था। वह जंगल में रहने वाले सभी जानवरों के साथ अच्छी तरह से परिचित था।

एक दिन, भालू को एक छोटे से बच्चे का दिखावा हुआ। बच्चा बहुत दुखी लग रहा था और भालू ने उससे पूछा कि उसे क्या हुआ है। बच्चा बताया कि उसे अपने माता-पिता से अलग होकर चला आना पड़ा है और अब वह अकेला महसूस कर रहा है।

भालू ने बच्चे को समझाया कि जंगल में सभी जानवर अपने जैसे-जैसे बड़े होते हैं, वे अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं और जीवन में आगे बढ़ने के लिए उन्हें एक-दूसरे का सहारा लेना पड़ता है।भालू ने उस बच्चे को भी अपने साथ रख लिया और उसे अपनी ट्रेनिंग शुरू करा दी।

उसने बच्चे को बताया कि जीवन में कुछ भी हो, हमेशा अपने अंदर से सक्षम रहना चाहिए। वह बच्चे को अपने साथ जंगल के अलग-अलग हिस्सों में लेकर गया और उस बच्चे के साथ भालू ने जंगल में अलग-अलग चीजों के बारे में बताया, जैसे अलग-अलग पेड़ और पौधे, जंगल में रहने वाले अन्य जानवर, खाने के लिए कौन से फल-फूल मिलते हैं और कैसे उन्हें इस्तेमाल करना चाहिए।

भालू ने उस बच्चे को सिखाया कि वह अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए सभी योग्य भोजनों का उपयोग कर सकता है।वह बच्चा धीरे-धीरे जंगल में अपनी क्षमताओं का उपयोग करना सीखता गया था। उसे भालू ने भी अपने साथ काम करना सिखाया, जैसे कि जंगल में चलना, दौड़ना और फल-फूल तोड़ना। वह बच्चा अपनी योग्यता से जंगल में दौड़ता और उसका जीवन बहुत ही सुखद बन गया था।

एक दिन, जब भालू और बच्चा जंगल में घूम रहे थे, तभी एक बड़ी भीड़ आ गई। भालू ने बच्चे को बताया कि उसे इस भीड़ से दूर रहना चाहिए। बच्चा ने उस तरीके से जंगल में बहुत सी जगहों का अनुभव किया था और उसने जान लिया था

बच्चा ने भालू के बातों पर ध्यान देते हुए अपनी आँखों को खोल रखा और धीरे-धीरे भालू की सलाह का अनुसरण करते हुए भीड़ से दूर होता गया। भीड़ उसे नहीं देखती थी और उसे कोई नुकसान नहीं हुआ।

बच्चे ने भालू से पूछा, “भालू जी, आपने मुझे बताया कि मैं भीड़ से दूर रहूँ लेकिन मैं भीड़ को नहीं देखता था। क्या यह सब मेरे सपनों का खेल था?” तब भालू ने उसे बताया, “नहीं बेटा, यह सब तुम्हारी खुद की योग्यता और तुम्हारे सीखे ज्ञान का परिणाम है। जब तुमने उन सभी बातों को अपने जीवन में लागू किया तो तुम्हारी सोच और कार्य करने की क्षमता बढ़ गई।”

बच्चे को यह समझ में आ गया कि जब वह अपनी योग्यताओं का उपयोग करता है, तो उसके साथ आने वाली मुश्किलों का सामना करना आसान हो जाता है। भालू ने उसे इस बात का भी बताया कि वह कभी-कभी अपने आप को ऊंचा समझने वाले लोगों से भी सीख सकता है।

‌‌‌तब बच्चे को पता चला की भालू ने जरूर घाट घाट का पानी पी रखा है । क्योकी भालू का जो ज्ञान था वह काफी अधिक था । और यह सब जब बच्चे ने सिखा तो उसका ज्ञान भी काफी अधिक बढ गया ।

भालू ने घाट घाट का पानी पी रखा था एक प्रसिद्ध कहानी

‌‌‌कुछ समय बित गया था मगर अब बच्चा समझदार हो गया और अपने घर जाने के लिए भालू से आज्ञा लेता है । भालू कहता है की जो मैंने बताया है वह अपने जीवन में याद रखना और इतना कहने के बाद में भालू कहता है की अब तुम जा सकते हो ।

बच्चा अपने घर के लिए रवाना हो जाता है अब मुश्किल यह थी की बच्चे को घर का पता ‌‌‌नहीथा की घर कहां पर है । वह गाव में पहुंचा और कई देर तरक भटकता रहा । मगर तभी गाव के कुछ लोगो को लगा की यह बच्चा वही है जो की काफी समय पहले खो गया था और इस कारण से बच्चे को उसके माता पिता के पास पहुंचाया गया ।

माता पिता ने बच्चे को देखा तो वे काफी खुश हो गए और बच्चे को कहा की इतने समय तक कहा ‌‌‌था । तब बच्चे ने भालू के साथ बिताए समय के बारे में बताया । ओर यह सब सुन कर लड़के के माता पिता ने कहा की वह भालू घाट घाट का पानी पी चुका है तभी उसे इतना ज्ञान था और उसने तुम्हे जो ज्ञान दिया है वह तुम्हारे जीवन को काफी सरल बना देगा । और इस तरह से माता पिता लड़के को भालू के ज्ञान के बारे ‌‌‌बताने लगे थे । कुछ समय बात उनका जीवन पहले की तरह चलने लग जाता है और भालू उधर खुश था और बच्चा इधर खुश था । और इसी तरह से जीवन चलता रहा ।

‌‌‌इस तरह से दोस्तो भालू ने घाट घाट का पानी पी रखा था और अपने ज्ञान को एक बच्चे को बाट देता है ।

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