आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य, aankhen pher lena

आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य, aankhen pher lena muhavare ka arth aur vakya mein prayog

किसी भी मुहावरे के अर्थ को समझने के लिए मुहावरे को मसझना जरूरी होता है । और ऐसा ही हमारा मुहावरा है आंखे फैर लेना जिसका अर्थ क्या है और ‌‌‌वाक्य किस तरह से किया जाता है जैसी जानकारी हम लेख में आपको देगे –

आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
आँखें फेर लेनापहले जैसा व्यवहार न करना ।

आँखें फेर लेना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

वैसे आपको तो यह पता होगा की हम जिसे प्रेम करते है या अपना मानते है हमेशा उस पर आंखे बनाए रखते है । जरूरत के अनुसार उसकी मदद करते रहते हे और यह बताता है की हमारा व्यवाहर उसके साथ सही है । मगर जब हम अपने व्यवाहर को बदल लेते है तो उसी व्यक्ति पर कम ‌‌‌ध्यान देने लग जाते है और जरूरत के अनुसार भी उसकी मदद नही करते है तो इससे पता चलता है की हम उसकी तरफ कम देखते है । क्योकी देखा आंखो से जा रहा है और न देखने का मतलब हुआ की आंखे उससे फिर चुकी है । अत इस आधार पर कहा जा सकता है की आंखे फेर लेना मुहावरे का अर्थ पहले जैसा व्यवहार न करना होता है ।

‌‌‌किसी भी छात्र के लिए वाक्य में प्रयोग काफी ज्यादा जरूरी माने जाते है तो चलिए वाक्य में प्रयोग जानते है

आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य, aankhen pher lena

आंखे फेर लेना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग पप्पूयादव जब एसबीआई बैंक का मेनेजर बना तो उसने अपने रिश्तेदारो से आंखे फेर ली ।

2. वाक्य में प्रयोग अक्षर लोग सफल होने के बाद में अपनो से आंखे फेर लेते है मगर रामलाल ऐसा नही है आज भी अपनो के साथ समय बिताता है।

‌‌‌3. वाक्य में प्रयोग राहुल अनपढ है मगर उसका विवाह एक डॉक्टरानी से हो गया और यही कारण है की आज वह अनपढ लोगो से आंखे फेर कर बैठा है ।

4. वाक्य में प्रयोग जब कैरी मिनाटी एक बड़ा यूट्यूबर बन गया तो अपने आस पास के लोगो से आंख फेर लेना ही अच्छा समझा ।

5. वाक्य में प्रयोग जीवन में सफल होने के लिए लोगो से आंखे फेरना ही पड़ता है ।

‌‌‌6. वाक्य में प्रयोग महेश बैंक में जॉब हासिल करने के लिए अपनी पत्नी से आंखे फेर कर बेठा है ।

7. वाक्य में प्रयोग राजाकिशोर को जब लाग की वह एक अच्छी जॉब हासिल कर सकता है तो उसने अपने दोस्तो से आंखे फेर ली और शहर जाकर अध्ययन करने लगा ।

‌‌‌आखिर क्यो गोरिल्ला के द्वारा बनाए गए समुह के सदस्यो को लगा की गोरिल्ला ने उनसे आंखे फेर ली, एक अनोखी कहानी

एक समय की बात है, जब एक जंगल में एक गोरिल्ला झुंड रहता था। इस झुंड के नेता एक बड़ा, सबसे ताकतवर और सबसे बुद्धिमान गोरिल्ला था। उसकी अनुशासन शक्ति और स्थैर्य के कारण, झुंड में हमेशा शांति और सुशासन बना रहता था। वह दूसरे जंगली जानवरों के लिए एक आदर्श नेता था।

एक दिन, गोरिल्ला को एक बदलाव महसूस हुआ। वह सोचने लगा कि उसका संगठन नयी तकनीकों और तर्कों से सुधारा जा सकता है। उसने अपने जंगल में अन्य जानवरों के साथ एक बैठक बुलायी और उनसे संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।

गोरिल्ला ने उन्हें बताया कि उन्हें एक समूह की आवश्यकता है जो अपनी शक्ति और क्षमताओं को मिलाकर आराम से आगे बढ़ सकता है। उसने उन्हें एक नई अनुशासन व्यवस्था के साथ अपने झुंड को संगठित करने का विचार दिया। उसने इस समूह के सदस्यों को उनकी विशेषताओं और कौशल के आधार पर भूमिकाएं दी।

इस नई व्यवस्था के अनुसार, गोरिल्ला ने अपने झुंड के सदस्यों को अधिक सक्षम बनाने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देना शुरू किया। उसने उनसे अधिक संगठित तरीके से जंगल में रहने के लिए सीखाया और उन्हें जानवरों के साथ सही ढंग से संवाद करना सिखाया।

इस नई समूह व्यवस्था के कारण, गोरिल्ला के झुंड में सुधार आया। सदस्यों के बीच एक बेहतर समन्वय था और उनकी कामना एक दूसरे की सहायता करने की ओर ज्यादा थी। उनके बीच विवाद भी कम हुए थे। गोरिल्ला ने अपने समूह को एक नयी उच्चतम स्तर पर ले जाने के लिए अनेक नए उपकरणों का उपयोग किया। उसने अपने समूह को एक बेहतर जीवन स्तर पर ले जाने के लिए उनकी आवश्यकताओं को समझते हुए उनके लिए सुविधाएं बनवाईं।

गोरिल्ला के समूह में यह बदलाव बड़े संख्या में सामान्य थे और इसने उन्हें दूसरे जंगली जानवरों से बेहतर तरीके से संवाद करने की क्षमता दी। वह अपने झुंड के सदस्यों के साथ सहयोग और अनुशासन के संबंध में भी अधिक संवेदनशील हो गया था। उसने अपने समूह के सदस्यों को अधिक समझदार बनाया था जिससे कि वे अपने परिवार और समूह के लिए अधिक जिम्मेदारी भाव रखते थे।

इसके अलावा, गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों को बचाव और सुरक्षा के लिए बेहतर तरीके से तैयार किया था। उसने उन्हें खतरनाक जानवरों से बचने के लिए तैयार किया था।

इस नई व्यवस्था के कारण, गोरिल्ला के समूह का संख्या में भी वृद्धि हुई थी। गोरिल्ला के समूह में एक नयी ऊर्जा थी और वे एक बेहतर जीवन जी रहे थे।इस तरह, गोरिल्ला अपने समूह को नए स्तर पर ले जाने के लिए अपने व्यवहार में सुधार करते रहे और अपने समूह के सदस्यों के लिए बेहतर समाज और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनेक प्रयास किए।

गोरिल्ला ने अपने समूह को एक सुखी जीवन जीने के लिए बनाए रखने के लिए नए-नए उपाय ढूंढने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उसने अपने समूह के सदस्यों को खाने के लिए बेहतर खोजने में मदद की और उन्हें नई और स्वस्थ आहार देने के लिए भी प्रयास किए।

इसके अलावा, गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों को अपने व्यवहार में विवेक और समझदारी बढ़ाने के लिए समय-समय पर उनके साथ व्यवहार किया। वह उन्हें नए समाजी नियमों के बारे में बताता था और उन्हें यह भी समझाता था कि नए नियमों के पालन से उन्हें कैसे फायदा होगा।

गोरिल्ला के इस प्रयास से उनके समूह के सदस्य उन्हें अधिक समझते थे और अपनी स्थिति में सुधार लाने के लिए नए तरीकों को स्वीकार करते थे। उनके विवेक और समझदारी के कारण, समूह का वातावरण स्थिर रहता था और सदस्य एक दूसरे के साथ मिल-जुलकर रहते थे।

इसके अलावा, गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों को आपस में मजबूत रिश्ते बनाने के लिए भी प्रोत्साहन दिया। वह उन्हें समय-समय पर समूह गतिविधियों में शामिल होने के लिए बुलाता था जिससे उन्हें अपने समूह के सदस्यों के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका मिलता था।

गोरिल्ला ने भी इस समूह के सदस्यों के सामने अपने विचार रखने के लिए भी समय-समय पर समूह बैठक आयोजित की थी। इस तरह, समूह के सदस्य अपनी बातें रख सकते थे और उनके विचारों पर विचार किया जाता था। इससे समूह के सदस्यों के बीच विवादों और तनाव कम हुए और वे एक दूसरे को बेहतर समझने लगे।

गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों के लिए सुरक्षित रहने की भी व्यवस्था की। उसने समूह के लिए नए सुरक्षा नियम बनाए जैसे कि रात में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से पहले समूह के सभी सदस्यों को अपने अपने साथ ले जाना आवश्यक होता था।

‌‌‌एक दिन की बात है गोरिल्ला का पेट खराब हो जाता है जिसके कारण से गोरिला काफी अधिक परेशान हो जाता है और गोरिला को समझ में नही आ रहा था की वह क्या करे । समुह का नेता होने के कारण से वह अपने समुंह को इस छोटी सी परेशानी के कारण से परेशान करने की कोशिश नही करता है और किसी को कुछ नही बताता है ।

‌‌‌मगर अब जब समूह के सदस्य गोरिल्ला से कुछ पूछते है तो गोरिल्ला उसका जबाब नही देता है और जबाब देता है तो वह क्रोधित होकर बोलता है । और इसी तरह से तीन दिन बित चुके थे । और अब गोरिल्ला ठीक नही हुआ है और चार पांच दिनो तक समुंह के सदस्यो से मिलता तक नही है और यह सब देखने के बाद में समुंह के सदस्यो को लगा की गोरिल्ला ने समूंह से आंखे फेर ली है ।

‌‌‌मगर किसी को गोरिल्ला की हालत के बारे में पता नही था । समय बित रहा था और इस सब बात का नतिजा यह होने लगा की समूंह टूटने लगा था । मगर गोरिल्ला को समूह के बारे में पता नही था । गोरिल्ला को पूरे दस दिन बित गए और फिर जाकर वह पूरी तरह से ठिक हुआ और जब समूंह के सदस्यो से मिलता है तो देखता ‌‌‌है की समूह में कम ही गोरिल्ले है । और जब गोरिल्ला ने इस बारे में पूछा तो बचे गोरिल्लो ने समूंह के नेता गोरिल्ला से कहा की आपने पूरे दस दिनो तक सही तरह से बात तक नही की है जिसके कारण से सभी को लगा की आपने समुंह से आंखे फेर ली है और यही कारण था की समूंह टूट गया ।

‌‌‌यह सुन कर अंत में गोरिल्ला ने अपनी हालत के बारे में सभी को बताया और कहा की यही कारण था की मैंने आपसे बात नही की । और धिरे धिरे सभी समूंह के सदस्यो से मिल कर गोरिल्ला ने अपनी बात रखी और सभी सदस्यो को यकिन हुआ की गोरिल्ला सही कह रहा है और इस कारण से समूंह वापस जुड़ गया था ।

गोरिल्ला

‌‌‌उसी दिन गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों को उनके स्वास्थ्य और खानपान की भी देखभाल की। उसने खाने के लिए नए स्थानों को ढूंढने में मदद की और समूह को साफ़ पानी और अच्छा खाना खिलाने के लिए अपनी समृद्ध खाद्य खोजी।

गोरिल्ला ने अपनी समूह के सदस्यों को समझाया कि वे अपनी समूह की सुरक्षा के लिए एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं। उसने समूह के सदस्यों को उन समयों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए संबोधित किया जब अंधेरा होता था या समूह के सदस्य अलग-अलग काम कर रहे होते थे।

अंत में, गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों को एक दूसरे के साथ संवाद करने के लिए उत्साहित किया और उन्हें अपने अनुभवों से सीखने के लिए प्रोत्साहित किया। इस तरह, गोरिल्ला ने अपने समूह के सदस्यों के बीच संघर्षों को कम करने में मदद की और उन्हें एक बेहतर और जोड़ेदार समूह बनाने में सफल हुआ।

‌‌‌और फिर गोरिल्ला अपने समूंह का नेता बना रहा और अनुपस्थिति में किसी दूसरे को नेता चुन लिया गया था । और इस तरह से फिर समूह चलता रहा ।

इस तरह से दोस्तो गोरिल्ला ने आंखे फेरी थी ।

Leave a Comment