आग बबूला होना मुहावरे का अर्थ , aag babula hona muhavare ka arth aur vakya prayog
आग के बारे में आज को नही जानता है । मगर एक मुहावरा होता है आग बबूला होना और यह देखने में साधारण मुहावरा लगता है मगर काफी प्रसिद्ध मुहावरा होता है । क्योकी यह मुहावरा कई बार परिक्षाओ में पूछा जा चुका है । तो आइए इस मुहावरे के बारे में जानते है
आग बबूला होना मुहावरे का अर्थ क्या होता है –
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
आग बबूला होना | बहुत क्रोधित होना । |
आग बबूला होना मुहावरे को समझने का प्रयास करे
दोस्तो आग के बारे में आपको पता है मगर बबूला व होता है जिसके अंदर हवा होने के कारण से वह फुल जाता है । जैसे की पानी का बुलबुला बनता है तो उसके अंधर हवा होती है और वह फुल जाता है । तो यह बुलबुला ही बबूला होता है । मगर आग का मतलब क्रोध से माना जाता है ।
इस तरह से जब मानव के अंदर इतना अधिक क्रोध आ जाता है की वह बबुला की तरह फुल जाता है तो इसे आग बबुला कहा जाता है । यानि इस आधार पर आग बबुला मुहावरे का अर्थ बहुत क्रोधित होना होता है ।
आग बबूला होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग करे
1. वाक्य में प्रयोग – जब कक्षा के अंदर बच्चो ने काफी अधिक शोर मचा दिया तो अध्यापक आग बबूला होकर बोलने लगे और बच्चे डर गए ।
2. वाक्य में प्रयोग – जब बघीरा ने मोगली को खाने के लिए भोजन नही दिया तो मोगली आग बबूला हो गई ।
3. वाक्य में प्रयोग – जब टबाकी ने देखा की मोगली अकेली है तो उसने तुरन्त शेरखान को इस बारे में सुचना दी, मगर जब शेरखान वहां पर आता है मोगली वहां पर नही मिलती है और यह देख कर शेरखान आग बबूला हो जाता है ।
4. वाक्य में प्रयोग – जब शेरखान का भोजन टबाकी खाने लगा तो शरेखान आग बबूला हो जाता है ।
5. वाक्य में प्रयोग – जैसे ही इंडियन आर्मी ने देश में दुश्मनो को देखा तो आग बबूला हो गए और उन्हे पकड़ लिया ।
6. वाक्य में प्रयोग – जब दुश्मन देश ने भारत पर हमला किया तो इंडियन अर्मी आग बबूला हो गई और दूश्मन देश को अच्छा सबक सिखया ।
आखिर क्यो हुआ भालू आग बबूला, एक प्रसिद्ध कहानी
एक बार एक जंगल में एक भालू रहता था। वह जंगल के सभी जानवरों के साथ शांतिपूर्ण रहता था। उसके पास खाने की बहुत सारी आपूर्ति थी, और उसे कुछ भी चाहिए नहीं था।
एक दिन, एक व्यक्ति उस जंगल में आया। वह भालू को देखते ही भालू के पास जाकर बोला, “यह बहुत अच्छा होगा अगर मैं इस भालू को पकड़ लूँ और उसे नृत्य कराऊं। इससे मेरा बहुत लोगों के सामने नाम होगा और लोग मुझे देखकर मेरी तारीफ करेंगे।”
व्यक्ति ने एक जाल बनाया और भालू को पकड़ लिया। भालू बेचैन हो गया था और उसने बहुत सारी कोशिश की लेकिन उसे छूटने में नाकामयाब रहा। व्यक्ति ने उसे अपने शहर में ले गया और वहाँ उसे नृत्य कराने लगा।
जब भालू के नृत्य का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया, तब सभी लोग उसे देखने लगे। लेकिन भालू को नृत्य कराने वाले व्यक्ति को देखकर लोग उससे नाराज हो गए। जब लोगों ने जाना कि भालू को जंगल से पकड़कर इस तरह से उसके साथ बर्ताव किया जा रहा है, तो वे इसके विरोध में उठ खड़े हो गए। वे नारे लगाते हुए उस व्यक्ति को सज़ा देने की माँग करने लगे।
उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया और भालू को वापस जंगल में छोड़ दिया गया। भालू बहुत दुखी था क्योंकि उसके साथ अन्य जानवर उसे उनके बीच वापस स्वीकार नहीं कर रहे थे।
व्यक्ति को बहुत बड़ी सज़ा मिली और लोगों ने उसे एक सच्चे शिक्षा दी कि हमें कभी भी जंगल के जानवरों के साथ इस तरह से व्यवहार नहीं करना चाहिए। भालू को वापस जंगल में छोड़ दिया गया और वह फिर से शांतिपूर्ण जीवन जीने लगा।
मगर कहते है ना की जीवन में दुखो का अंत नही होता है और इसी तरह से जब भालू को काफी समय बित गया शांतीपूर्ण जीवन जीने में तो उसके साथ एक बार फिर से ऐसा ही होता है ।
यानि एक बार एक भालू जंगल में रहता था। वह बहुत ही सुखी था और उसे जंगल का आनंद मिलता था। एक दिन वह जंगल में घूमते हुए एक शिकारी से मिला। शिकारी ने उसे उठा कर अपने घर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन भालू ने उसे अपने पास रहने से मना कर दिया।
इसके बाद, भालू ने जंगल में घूमते हुए देखा कि शिकारी ने एक छोटी सी बच्ची भालू को अपनी गिरफ्त में ले जाया है। भालू आग बबूला हो गया और उसने शिकारी को धक्का देकर बच्ची भालू को छुड़ा दिया।
भालू का गुस्सा उस शिकारी के व्यवहार से उठा था, जो उस छोटी सी बच्ची भालू को अपनी गिरफ्त में ले जाने की कोशिश कर रहा था। भालू ने अपने दोस्त के लिए जबरदस्ती को बातों से बचाया और उसकी सुरक्षा की गारंटी दी। यह एक अच्छा उदाहरण है कि अगर हमें कोई हमारे अन्य मित्रों या प्राणियों को दुख पहुंचाने की कोशिश करता है, तो हमें उनके खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए।
भालू ने शिकारी को धक्का देकर बच्ची भालू को छुड़ाया, जो बहुत डरी हुई थी। इस तरह भालू ने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरे प्राणियों की मदद की और उनकी सुरक्षा की गारंटी दी।
शिकारी के जाने के बाद, भालू और उसकी छोटी बच्ची दोनों अपने घर की ओर चल दिए। उन्होंने एक सुरक्षित स्थान ढूंढ लिया, जहां वे खुशी से रह सकते थे। भालू ने अपनी छोटी बच्ची को संभाल लिया और उसकी देखभाल की। वे दोनों बहुत खुश थे क्योंकि उन्होंने दूसरे प्राणियों की मदद की और अपने दोस्त की जान बचाई।
यह एक बड़ी सीख है कि हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए। हमें दूसरों को समझना चाहिए और उन्हें हमारी सहायता की आवश्यकता होने पर हमेशा मदद करनी चाहिए। हमें अपनी आवाज उठानी चाहिए और दूसरों की सुरक्षा और कल्याण की गारंटी देनी चाहिए। जैसे भालू ने अपने दोस्त की मदद की और उसकी जान बचाई, हमें भी दूसरों की मदद करनी चाहिए और उनकी सुरक्षा और कल्याण की गारंटी देनी चाहिए।
इस तरह से दोस्तो कहानी में जब भालू देखता है की आदमी एक भालू बच्ची को पकड़ कर ले जाने की कोशिश कर रहा है तो भालू आग बबूला हो जाता है ।