gud gobar karna muhavare ka arth aur vakya, गुड़ गोबर करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
गुड़ वह होता है जो की खाने में मिठा लगता है और गोबर गाय या भैंस का मल होता है । वैसे यह गुड़ गोबर करना एक मुहावरा है और इसका अर्थ क्या है और वाक्य में प्रयोग क्या होता है जैसी जानकारी हम इस लेख में जानने वाले है । तो आइए शुरू करते है
गुड़ गोबर करना मुहावरे का अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
गुड़ गोबर करना | काम नष्ट करना या काम बिगाडना |
गुड़ गोबर करना मुहावरे को समझने का प्रयास करे
वैसे आपको पता होगा की गुड़, ऊख के रस को जब खूब अचछी तरह से पकाया जाता है तो यह गाढ़ा होकर एक कड़ा पदार्थ बन जाता है जो की गुड़ होता है । ओर इसका उपयोग मानव खाने के लिए करता है । मगर वही पर गोबर जो होता है वह गाय या भैंस का मल को कहा जाता है । ओर इसे काफी बुरा माना जाता है ।
तो इस तरह से जो गुड़ होता है वह अच्छे कार्यों को दर्शाता है वही पर गोबर कार्य को बर्बादी के रूप में जाना जाता है । तो इस तरह से गुड़ गोबर करना मुहावरे का अर्थ काम नष्ट करना या काम बिगाडना होता है ।
गुड़ गोबर करना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – सुरज का विवाह नही हो रहा था तो उसके चाचा ने झूठ बोलकर किसी व्यक्ति को मान लिया मगर सुरज एक दिन सराब की लत में उनके सामने आ जाता है और सारे काम को गुड़ गोबर कर देता है।
2. वाक्य में प्रयोग – संगिता के विवाह में हलवाई ने गुलाबजामून बनाए थे जो की देखने में काफी अच्छे लग रहे थे मगर जब उन्हे खा कर देखा गया तो चला की इनके अंदर तक चासनी पहुंची ही नही है और इतनी सी कमी ने सारे काम को गुड़ गोबर कर दिया ।
3. वाक्य में प्रयोग – आजकल विवाह का माहोल चल रहा है तो सभी साउड बजा कर मोजकरने में लगे है मगर एक यह बिजली है जो बार बार जाकर गुड़ गोबर करती रहती है।
4. वाक्य में प्रयोग – महेश ने झुठ बोल कर राहुल को नोकरी पर लगा दिया मगर राहुल ने स्वयं ही अपनी योग्यता न होने के बारे में बता कर गुड़ गोबर कर दिया ।
हाथी (Elephant) ने गुड़ गोबर कर दिया, एक मजेदार कहानी
एक बार एक गांव में एक हाथी (Elephant) रहता था जो बहुत ही बुद्धिमान था। हाथी (Elephant) को गांव के सभी लोगों से अच्छा सम्बन्ध था और उसके साथ खेलने-फिरने के लिए बच्चे भी बहुत उत्सुक रहते थे। हाथी (Elephant) का आकार बड़ा था, इसलिए वह अक्सर सबके लिए आकर्षण का केंद्र बनता था। वह सभी के दिलों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता था।
लोग उसे अपने कामों में मदद करने के लिए बुलाते थे। उन्होंने उससे फसल को बागवानी करने में मदद करने के लिए बुलाया। हाथी (Elephant) ने खेत में जाकर फसल के लिए एक छोटी सी खाई खोदी जहां नल लगा सकते थे। फिर उसने नल लगाकर खेत को सीधा पानी देना शुरू किया।
सभी लोग बहुत खुश थे क्योंकि अब उन्हें बारिश के इंतजार करने की आवश्यकता नहीं थी और फसल की गिरती नहीं होगी।
लेकिन एक दिन, हाथी (Elephant) ने कुछ नहीं किया और सारे खेत को अधिक पानी से भर दिया। जब खेत के मालिकों ने इस बारे में पूछा तो हाथी (Elephant) ने कहा कि उसे अधिक पानी वाले दिनों में कम पानी वाले दिनों में भी खेत को समान रूप से पानी देना चाहिए था।
यह समझाते हुए हाथी (Elephant) ने कहा कि यदि वह अधिक पानी देता है तो फसल को प्रभावित किया जाएगा और उसे खराब कर दिया जाएगा।
इस पर मालिकों ने हाथी (Elephant) को धन्यवाद दिया और उस दिन से पहले, हाथी (Elephant) ने सभी कामों में बहुत ही ध्यान से काम किया था और सभी को उसके काम में भरोसा था। लेकिन उस दिन से पहले, हाथी (Elephant) ने सारे खेत को अधिक पानी देने से सभी फसलों को नुकसान पहुँचाया था।
अब सभी लोगों को एहसास हुआ कि बुद्धिमान होने के बावजूद, हाथी (Elephant) ने उनके कामों को गुड़ गोबर कर दिया है। लोगों ने हाथी (Elephant) को अपने काम से दूर रखने का फैसला किया। वे एक नया घोड़ा (Horse) लाए जो उस समय वहां घुम रहा था। वे नए घोड़े को खेत में ले गए और उसे फसल के लिए उपयुक्त तरीके से पानी देने के लिए नल लगाया।
नया घोड़ा (Horse) भी हाथी (Elephant) की तरह ही बुद्धिमान था लेकिन उसका अनुभव और समझ सभी लोगों से अधिक था। उसने फसल के लिए सही मात्रा में पानी दिया और सभी लोग खुश थे क्योंकि उनका काम समय से पहले हो गया था।
जब हाथी (Elephant) को लोगो ने निकाला और उसके बदले में वहां पर घोड़ा (Horse) आ गया था तो हाथी (Elephant) इससे नाराज हो गया और वह लोगो से बदला लेने की सोच रखने लगा था । एक दिन की बात है हाथी (Elephant) के नाराज हो जाने के बाद, वह उग्र हो गया और लोगों की लहराती हुई फसल को गुड़ गोबर करने लगा। वह अपनी बड़ी पैरों से खेतों को नुकसान पहुंचा रहा था जो कि बेहद दुखद था। लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन हाथी (Elephant) ने उन्हें धक्के मारते हुए उन्हें डरा दिया।
इस समस्या को हल करने के लिए, लोगों ने एक चालाकी से काम लिया और घोड़ों की मदद ली। वे घोड़ों की मदद से हाथी (Elephant) को अपनी खेतों से दूर ले गए और फिर सुरक्षित तरीके से खेतों को बचाने में सफल रहे। इससे हाथी (Elephant) को दुख पहुंचा और वह आगे चला गया।
अब हाथी (Elephant) उस गाव से निकल कर दूसरे गाव की तरफ जाने लग गया था । और उधर गाव के लोग दुखी थे क्योकी उनकी सारी फसल नष्ट हो गई थी । अब सभी आपस में बात करने लगे की हमने हाथी (Elephant) को निकाला था जिसके कारण से वह क्रोधित होकर सारे काम को गुड़ गोबर कर दिया है । अगर हम ऐसा नही करते तो शायद वह हमारी काफी अच्छी मदद कर सकता था ।
लोगो ने हाथी (Elephant) को समझने का प्रयास किया और अंत में हाथी (Elephant) को वापस लेकर आ गए और हाथी (Elephant) से बात की और उसे अपने पास काम करने के लिए रख लिया । अब घोड़ा (Horse) और हाथी (Elephant) दोनो ही लोगो की मदद करने के लिए एक साथ रहने लगे थे । दोनो दोस्त बन गए थे और इसी तरह से लोगो की मदद करते हुए अपना जीवन बिताने लग गए थे ।
इस तरह कहानी समाप्त होती है आपको कैसी लगी बता देना ।