aankhon mein dhool jhokna muhavare ka arth vakya mein prayog, आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का अर्थ
अगर आपकी आंख को हम खोल ले और उसके अंदर धुल को डाल दे तो हो गया आँखों में धूल झोंकना ……….. मगर ऐसा समझना मुर्खता को दर्शाता है । क्योकी ऐसा कभी नही होता है । बल्की आँखों में धूल झोंकना एक ऐसा मुहावरा है जिसका जो सही अर्थ होता है वह आपको निचे देखने को मिलेगा
आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
आँखों में धूल झोंकना | धोका देना |
आँखों में धूल झोंकना मुहावरे को समझने का प्रयास करे
आंख वह होती है जिसके कारण से हम सभी देख सकते है । और जब हमारे पास आंखे होती है तो कोई भी हमे धोका नही दे सकता है । मगर जिसके पास आंखे नही होती है उसे कोई भी धोका दे सकता है और यह बात आप अच्छी तरह से जानते हो ।
मगर आपने कभी सोचा है की जब आंखो के अंधर धुल डाल दी जाती है तो वह अंधे के समान ही बन जाता है यानि उसे कुछ दिखाई नही देसे में लोग उसे धोका दे देते है । और इसी आधार पर आंखो में धुल झोकना मुहावरे का अर्थ धोका देना होता है ।
वैसे इस मुहावरे के बारे में इतना ज्ञान काफी नही होता है अभी वाक्य में प्रयोग भी जानने जरूरी है निचे दिए गए है देखे

आँखों में धूल झोंकना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – किसनलाल ने दिल्ली में एक ऐसी कंपनी खोली जो की एक रात में पैसे दूगने करने का वादा करता था और उसने एक ही रात में काफी लोगो की आंखो में धूल झोक दिया और वहां से फरार हो गया ।
2. वाक्य में प्रयोग – पुजारी मंदीर में पूजा कर रहा था तभी किसन वहां पर आता है और पुजारी की आंखो में धुल झोकर कर सारी किमती वस्तु चुरा ले गया ।
3. वाक्य में प्रयोग – चंदा ने अपने दुश्मन राहुल के साथ दोस्ती की और अंत में आंखो में धुल झोक कर करोड़ो रूपय ले भागी ।
4. वाक्य में प्रयोग – महेश और सुरेश काफी अच्छे दोस्त थे मरग एक दिन महेश ने सुरेश की आंखो में धुल झोकर कर उसकी जमीन हड़प ली ।
5. वाक्य में प्रयोग – रजनी ने ऐसा कभी नही सोचा था की उसका दोस्त उसे चंद पैसो के लिए आंखो में धुल झोक देगा ।
6. वाक्य में प्रयोग – कालू चोर काफी सातिर है हर बार लोगो की आंखो में धुल झोक कर रूपय चुरा कर भाग जाता है ।
7. वाक्य में प्रयोग – जब रामलाल नए शहर में जाकर रहने लगा तो वहां के लोगो ने उसे कहा की जनाम जरा संभल कर रहना यहां पर काफी ऐसे लोग है जो की आंखो में धुल झोक सकते है ।
बिल्ली ने आंखो में धूल झोकी, एक कहानी
एक बार की बात है, एक जंगल में एक भालू रहता था। वह जंगल में अकेला रहता था लेकिन वह बहुत ही समझदार था। वह सभी जानवरों से मित्रता करता था और सभी उसे पसंद करते थे।
एक दिन जब भालू जंगल में घूम रहा था, उसने एक बिल्ली से मिली। वह बिल्ली बहुत ही सुन्दर थी और भालू को उसे देख कर बहुत खुशी हुई। बिल्ली ने भालू को अपना दोस्त बनाने के लिए कहा। भालू ने स्वीकार कर लिया और उन दोनों की दोस्ती हो गई।
दोनों बहुत ही अच्छी तरह से बातें करते थे और अपनी समस्याओं के समाधान भी ढूंढते थे। धीरे-धीरे बिल्ली ने भालू की आँखों में धूल झोंकना शुरू कर दिया। वह अक्सर भालू को खुश बनाने के लिए झूठ बोलती थी और उससे विभिन्न वस्तुओं को लूटती थी।
भालू ने कभी उस पर शक नहीं किया था क्योंकि उसे लगता था कि बिल्ली उसकी दोस्त है। इस तरह, बिल्ली ने भालू को कई बार धोखा दिया और उसे उसकी विश्वासघात कर दिया। बिल्ली ने भालू को उस खतरनाक स्थिति से बचाया था, लेकिन वह इसे नहीं जानती थी कि भालू ने उसे एक बार पहले भी धोखा दिया था।
एक बार की बात है, बिल्ली और भालू दोनों जंगल में रहते थे। भालू और बिल्ली का दोस्ती का रिश्ता बहुत पुराना था। दोनों सभी बातों को साझा करते थे और दोनों एक दूसरे पर भरोसा करते थे। एक दिन, जब भालू भोजन के लिए जा रहा था, तो बिल्ली ने उससे कहा कि वह भी खाने के लिए उसके साथ चलेगी।
भालू ने सहमति दे दी और दोनों एक साथ खाने के लिए चले गए। लेकिन जब खाने के लिए सब तैयार हो गए, तो भालू ने बिल्ली से कहा कि वह अभी वहां से चला जाना चाहता है।
बिल्ली बेहोश हो गई थी, उसने यह सोचा था कि भालू उससे खाने के लिए बाहर जा रहा है। लेकिन जब वह बेहोशी से बाहर आई, तो वह देखती है कि भालू उसके निजी समानवयजन में से कुछ खाने के लिए रख रहा था।
बिल्ली की आंखो में धुल झोकने के बाद, भालू ने बिल्ली से कहा कि वह उसे अपने साथ खाने के लिए बुलाया था, लेकिन अब वह उसे एक सीधा संदेश देना चाहता है। वह बताना चाहता है कि जब भी वह उसे अपने साथ बुलाएगा, तो वह खुले दिमाग से सोचेगी और सुनिश्चित करेगी कि वह उससे कोई धोखा नहीं देगा।

भालू ने बिल्ली की आंखो में धुल झोकने के लिए माफी मांगी और बताया कि वह इसे सीखने का प्रयास कर रहा है कि उसके दोस्तों पर कभी भरोसा न तोड़ें। बिल्ली ने भालू को माफ कर दिया और दोनों फिर से दोस्त बन गए। इस घटना से बिल्ली ने सीखा कि वह किसी पर भरोसा करने से पहले उसे अच्छी तरह से जानने की जरूरत है। मगर बिल्ली ने भी ऐसा किया था जिसके कारण से उसे समझ में आया की कभी किसी के साथ धोका होता है तो उसे कैसा महसुस होता है ।
इस घटना के बाद में बिल्ली ने भालू से वादा किया की वह कभी उसे धोका नही देगी और ऐसे ही भालू ने बिल्ली से वादा किया ।
और अब दोनो काफी समय से एक दूसरे के साथ रहते आ रहे है और इसी तरह से अपने जीवन को गुजारते रहते है ।
एक दिन जब भालू शिकार करने के लिए जंगल में जा रहा था, तभी उसे एक मुश्किल में फंसना पड़ा। वह एक गहरे खाई में फंस गया था जिससे वह बाहर नहीं निकल पा रहा था।
बिल्ली ने यह सुनते ही उसे मदद करने का फैसला किया। बिल्ली ने भालू के लिए एक लंबी रस्सी लाकर उसे दी और बोली कि अब आप मुझसे इस रस्सी की मदद से बाहर निकल सकते हैं।
भालू ने बिल्ली की बात सुनी और रस्सी की मदद से अंत में बाहर निकल गया। जब वह बाहर निकला, तो उसे लगा कि बिल्ली ने उसकी मदद की है। उसने बिल्ली को धन्यवाद दिया और दोनों के बीच फिर से दोस्ती हो गई।
इस तरह, बिल्ली ने धोखा देने के बाद भी अपने दोस्त के लिए उसकी मदद की और उनकी दोस्ती को दोबारा मजबूत कर दी। यह कहानी हमें यह सीख देती है कि हमें कभी किसी को धोखा नहीं देना चाहिए और हमेशा अपने दोस्तों की मदद करनी चाहिए।