तलवे चाटना मुहावरे का अर्थ, talve chatna muhavare ka arth aur vakya

talve chatna muhavare ka arth aur vakya, तलवे चाटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

तलवा पैर को कहा जाता और भला पैर चाटना किसको पसंद है । वैसे आपको बता दे की तलवे चाटना एक मुहावरा है जिसका अर्थ क्या है और वाक्य किस तरह से ‌‌‌किया जाता है जैसी जानकारी हम इस लेख में हासिल कर लेगे तो आइए शुरू करते है-

तलवे चाटना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
तलवे चाटनाखुशामद करना या चापलूसी करना ।

तलवे चाटना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे आपको पता है की पैर मानव का वह अंग होता है जो की पूरे भार को उठाने का काम करता है। मगर फिर भी पैर को अच्छा नही माना जाता है । वैसे पैर को ही तलवे कहा जाता है और इसे चाटना तो किसी को पसंद नही होता है मगर जो लोग चापलुसी करते रहते है उनके लिए ऐसा ‌‌‌जरूर कहा जाता है । हालाकी इसके पीछे का कारण कुछ इस तरह से हो सकता है की जो लोग चापलुसी करते है वे हमेशा पैरो के अंदर पड़े रहते है । और जब चापलुसी की बात आती है तो एक नोकर की याद जरूर आती है क्योकी अधिकतर नोकर ही चापलुसी करते है जो की पैरो के पास बैठे रहते है । तो इस तरह से तवले चाटना मुहावरे का ‌‌‌अर्थ खुशामद करना या चापलूसी करना होता है।

तलवे चाटना मुहावरे का अर्थ, talve chatna muhavare ka arth aur vakya

‌‌‌तलवे चाटना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

1. वाक्य में प्रयोग सज्जन नाम के विपरित काम करता है क्योकी वह लोगो के तलवे चाट कर अपना काम निकालता रहता है ।

2. वाक्य में प्रयोग गोपाल ने सज्जन के पिता के बरसो तक तलवे चाटे जिसके कारण से उनके मरने के बाद में जो उनका था वह सब कुछ गोपाल के नाम हो गया।

3. वाक्य में प्रयोग रामलाल का इस दुनिया में कोई नही ‌‌‌है अगर मैं उनके तलवे चाटता हूं तो हो सकता है की वे अपनी जायदाद मेरे नाम कर दे ।

4. वाक्य में प्रयोग सुसिल मोनिका से काफी प्रेम करता था और उसके साथ विवाह करना चाहता था जिसके कारण से उसने मोनिका के पिता के तलवे चाटना शुरू किया और उन्हे विवाह के लिए मना लिया ।

5. वाक्य में प्रयोग अरे मोनह का तो कहना ही क्या वह सरपंच साहब के ‌‌‌तलवे चाटता रहता है तो भला सरपंच साहब उसका काम क्यो नही करेगे ।

6. वाक्य में प्रयोग आजकल के नेता लोग तो ऐसे है जिनके जो लोग तलवे चाटते है उनका काम आसानी से हो जाता है ।

7. वाक्य में प्रयोग पवित्रा ने अपने अफसरो के खुब तलवे चाटे तब जाकर उसकी पोस्टीग अपने शहर में हो पाई ।

‌‌‌चूहा (rat) बंदर (Monkey) के तलवे चाटता था, एक मजेदार कहानी

एक बार की बात है, एक जंगल में बंदर (Monkey) और चूहा (rat) दोस्त थे। दोनों अक्सर साथ रहते थे और एक दूसरे की मदद करते थे। ‌‌‌चूहा (rat) और बंदर (Monkey) का जीवन ऐसा था की उनके जीवन में काफी कुछ होता रहता था और दोनो ही एक दूसरे के लिए कुछ भी कर सकते थे । दोनो समझदार होने के साथ साथ किसी भी परिस्थिति से निकलने में काफी माहिर थे ।  चूहा (rat) जो था वह अपने बिल के अंदर रहता था वही पर बंदर (Monkey) पास में ही एक पेड़ा था उस पर बैठा रहता था । ‌‌‌इस तरह से चुहा और बंदर (Monkey) का जीवन काफी मजे से एक साथ गुजर रहा था ।

एक दिन, जब चूहा (rat) अपनी रोटी खा रहा था, तभी बंदर (Monkey) उसके पास आया। बंदर (Monkey) ने चूहे से पूछा, “तेरी रोटी में क्या है?” चूहा (rat) ने बताया कि वह खाने के लिए चने लाया है। ‌‌‌यह सुन कर बंदर (Monkey) ने कुछ समय तक सोचा और फिर बंदर (Monkey) ने अपना हाथ चूहे के छोटे से टोपे में डाला और चनों का एक ढेर चूहे के सामने रख दिया। चूहा (rat) बहुत खुश हुआ और ‌‌‌यह सब देख कर चूहा (rat) जो था वह बंदर (Monkey) के तलवे चाटने लग गया था । जिसके कारण से बंदर (Monkey) खुश हुआ और चूहे को अच्छा भोजन कराने के लिए अपने कुछ चने दे दिए ।

दो दिन बाद, जब चूहा (rat) अपनी रोटी खा रहा था, तो उसके पास से बंदर (Monkey) गुजर रहा था। बंदर (Monkey) ने फिर से चूहे से पूछा, “तेरी रोटी में क्या है?” चूहा (rat) ने बताया कि वह खाने के लिए चने लाया है। बंदर (Monkey) ने फिर से अपना हाथ चूहे के छोटे से टोपे में डाला और चनों का एक ढेर चूहे के सामने रख दिया। चूहा (rat) फिर से बहुत खुश हुआ और अपने दोस्त की चापलूसी करने लगा।

जब तीसरे दिन चूहा (rat) अपनी रोटी खा रहा था, तो उसे पता चला कि उसके पास अब चने नहीं हैं। इसलिए, वह बंदर (Monkey) के पास गया और उससे चने मांगने लगा। ‌‌‌चूहे ने बंदर (Monkey) को दो तीन बार कहा मगर बंदर (Monkey) को कुछ सुनाई नही दिया था यह सब सुन कर चूहा (rat) कुछ समझ नही पा रहा था तो उसने एक बार फिर से चूहे से चने मांगे ।

लेकिन बंदर (Monkey) ने उसे कुछ नहीं दिया। चूहा (rat) बहुत हैरान हुआ और पूछा, “तुमने मुझे पहले दो दिनों से चने क्यों दिए और अब तुम मुझसे चने नहीं दे रहे हो?” बंदर (Monkey) ने उसे बताया कि ‌‌‌तुम मेरे तलवे चाटते हो ‌‌‌इस कारण से मैं तुम्हे चने नही दे रहा हूं। ‌‌‌यह सब सुन कर चूहा (rat) नाराज हो गया और वह बहुत नाराज हो गया और बंदर (Monkey) को गालियां देने लगा।

‌‌‌चूहा (rat) बंदर (Monkey) के तलवे चाटता था, एक मजेदार कहानी

बंदर (Monkey) ने उसे समझाया कि दोस्ती का असली मतलब तलवे चाटते नहीं होता है, बल्कि सहायता और सहयोग होता है। उसने चूहे को बताया कि उसे अब अपने आप के लिए कुछ खाना ढूंढना चाहिए, न कि दूसरों से निरंतर तलवे चाटते ‌‌‌रहना चाहिए।

चूहा (rat) ने बंदर (Monkey) की बात सुनी और समझ गया कि दोस्ती और सहायता ही एक सच्चे दोस्त का मतलब होता है। उसने बंदर (Monkey) से ‌‌‌मांफी मांगी और कहा की आगे से कभी तलवे नही चाटेगा । और इस तरह से फिर दोनो मित्र एक साथ चने के साथ रोटी खाने लग जाते है । और दोनो का जीवन इसी तरह से बितता रहता है ।

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