आ बैल मुझे मार मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग, aa bail mujhe maar muhavare ka arth
इस मुहावरे से साफ पता चल रहा है की मानव बैल को मारने के लिए बुरा रहा है । मगर हमे तो केवल अर्थ से मतलब है । तो आपको बता दे की इस लेख में केवल आपको अर्थ बताएगे ही नही बल्की आपको अर्थ अच्छी तरह से समझा भी देगे तो आइए शुरू करते है
आ बैल मुझे मार मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
आ बैल मुझे मार | विपत्ति को निमंत्रण देकर बुलाना । |
आ बैल मुझे मार मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
बैल जो होता है वह गाय की प्रजाति का नर पशु होता है । जिसका उपयोग कई तरह से होता है । मगर उनमे से बैल का उपयोग एक खेल के रूप में भी होता है जिसमें एक खुंखार बैल को काबू में करना होता है । इस खेल को जल्लीकट्टू खेल के नाम से जाना जाता है ।
इस खेल में होता क्या है की मानव स्वयं ही बैल को पिंजरे से बहार करता है और उसे अपने पर हमला करने के लिए बुलाता है। यानि यह कह सकते है की मानव बैल को कहता है की आ मुझे मार । क्योकी ऐसा जब होता है तो विपत्ति आती है और यह जो विपत्ति है उसे बुलाया जा रहा है । तो इस आधार पर कहा जा सकता है की आ बैल मुझे मार मुहावरे का अर्थ विपत्ति को निमंत्रण देकर बुलाना होता है ।
विद्वानो इस मुहावरे के बारे में इतना ज्ञान काफी नही है आपको वाक्य भी जानने चाहिए –
आ बैल मुझे मार मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – पप्पू पहलवान जल्लीकट्टू का खेल खेलने के लिए तैयार हो गया उसे पता नही यह आ बैल मुझे मार वाला काम है ।
2. वाक्य में प्रयोग – महेश जो की दिखने में दुबला पतला है और वह जल्लीकट्टू खेल खेलने के लिए चला गया, यह तो वही हुआ आ बैल मुझे मार ।
3. वाक्य में प्रयोग – पुलिस को अपशब्द कह कर राहुल ने आ बैल मुझे मार वाला काम कर दिया ।
4. वाक्य में प्रयोग – इंडियन आर्मी से झगड़ा कर कर दुश्मन देश ने आ बैल मुझे मार वाला काम कर दिया ।
5. वाक्य में प्रयोग – पाकिस्तान ने इंडिया पर हमला किया है मगर उन्हे पता नही यह उनके लिए आ बैल मुझे मार वाला काम है ।
6. वाक्य में प्रयोग – आतंकवादियो ने एक फोजी से दुश्मनी मोल ले ली यह तो वही बात हुई आ बैल मुझे मार ।
7. वाक्य में प्रयोग – लूटोरो को हमेशा पुलिस से सावधान रहना चाहिए मगर किसन जो की एक लुटेरा है वह पुलिस को ही अपनी लूट के बारे में बता चुका है, सच है आ बैल मुझे मार ।
शेर (lion) का भोजन खाना ऐसा था जैसे आ बैल मुझे मार, एक मजेदार कहानी
एक जंगल में एक बहुत ही शांत और सुंदर शेर (lion) रहता था। वह शेर (lion) जंगल का राजा था और सभी जानवर (Animal) उससे बहुत प्रेम करते थे। शेर (lion) के पास एक अच्छी ताक्त थी मगर वह हमेशा अपनी ताक्त का उपयोग सही तरह से करता था । जंगल के जानवरो को किसी तरह से नुकसान नही पहुंचाता था । उसके पास बहुत समय तक जीने के लिए सब कुछ था, लेकिन एक दिन एक बड़ी मुसीबत आई।
शेर (lion) को अपनी सेहत में गंभीर समस्या हो गई थी और वह अचानक बहुत कमजोर हो गया था। वह कुछ दिनों तक ठीक से खा पी नहीं पा रहा था। उसके साथ जंगल के सभी जानवर (Animal) बहुत चिंतित थे, क्योंकि शेर (lion) के बिना जंगल बिल्कुल अधूरा लगता था। शेर (lion) जंगल का राजा था और जब राजा बीमार हो जाता है तो भला जंता कैसे खुश रह सकती है । और यही हाल जंगल का था ।
एक दिन, शेर (lion) ने जंगल के सभी जानवरों को एक नोटिस भेजा, उसमें यह लिखा था कि उन्हें शेर (lion) के घर में एक खास दर्शन के लिए आमंत्रित किया जाता है। जंगल के सभी जानवर (Animal) बड़े चौंक गए, क्योंकि शेर (lion) ने कभी भी उन्हें अपने घर में नहीं बुलाया था। जानवर (Animal) सोचने लगे की आखिर शेर (lion) हमे क्यो बुला रहा है आज से पहले तो हमे कभी बुलाया तक नही है। तब जानवरो को लगा की जरूर कुछ बड़ी बात है ।
जब सभी जानवर (Animal) शेर (lion) के घर पहुंचे, तो शेर (lion) ने उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताया और उनसे अपनी मदद के लिए अनुरोध किया। सभी जानवर (Animal) बहुत ही चिंतित थे और उन्हें शेर (lion) की समस्या को हल करने के लिए एक समाधान ढूंढने की जरूरत थी। फिर उन्होंने एक समिति बनाई जिसमें शेर (lion) की समस्या को हल करने के लिए विभिन्न विकल्पों को विचार किया गया।
शेर (lion) के अनुरोध पर सभी जानवरों ने अपनी-अपनी समझदारी और अनुभव का इस्तेमाल करते हुए शेर (lion) की मदद करने के लिए तत्पर रहे। उन्होंने शेर (lion) को बताया कि कैसे वह खुशहाल और स्वस्थ रह सकता है। जंगल के नजरिए से असंभव था कि शेर (lion) के दोस्त उसकी मदद नहीं करेंगे।
एक तोता ने शेर (lion) को बताया कि वह कभी-कभी उन्हें अच्छी सीधी आहार की जरूरत होती है। एक भेड़िया ने शेर (lion) को अपने जगह के निकट उगे जड़ी-बूटियों के बारे में बताया, जो शेर (lion) को उनके खाने के लिए फायदेमंद हो सकती हैं। एक बाघ ने शेर (lion) को अपने व्यायाम के तरीकों के बारे में बताया जो शेर (lion) के शरीर को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।
शेर (lion) ने अपने दोस्तों की सलाह का पालन करते हुए खाने के ढंग से अपने व्यायाम तक, सब कुछ ठीक करना शुरू कर दिया। देर तक मेहनत करने के बाद, शेर (lion) ठीक हो गया और उसका स्वास्थ्य वापस ठीक हो गया । जिसके कारण से अब शेर (lion) अपना जीवन सही तरह से जीने लगा था । मगर कहते है की दुख इतना जल्दी जाता नही है और ऐसा ही शेर (lion) के साथ हुआ था ।
दरसल जब शेर (lion) पूरी तरह से ठिक हो गया तो उसने जंगल के सभी जानवरो के लिए एक पार्टी का आयोजन किया । जिसमें शेर (lion) ने तरह तरह की मिठाईंया और मास वगैरह बनवाया था । यानि बहुत ही अच्छा भोजन बनाया था । और यह सब शेर (lion) ने जानवरो की मदद से किया था ।
अब सभी जानवर (Animal) इस भोजन का मजा लेने के लिए तैयार थे । शेर (lion) भी काफी खुश था तो उसने बिना कुछ सोचे समझे ज्यादा खाना खा लिया और वह अगले ही दिन बीमार हो गया । जब शेर (lion) फिर से बीमार हो गया तो जानवर (Animal) उसे कहने लगे की तुमने पार्टी का आयोजन कर कर आ बैल मुझे मार वाला काम कर दिया । और अगर तुम ऐसा नही करते तो हो सकता था की तुम सही तरह से रह सकते थे । तुम्हे किसी तरह की मुसीबत का सामना नही करना होता था ।
इस तरह से जानवर (Animal) शेर (lion) को शिक्षा देने लगे थे । और अब शेर (lion) को समझ में आर गया था की उसने स्वयं ही ऐसा कुछ कर दिया जो की आ बैल मुझे मार से कम नही था । और यही कारण था की शेर (lion) को अहसास हुआ की वह फिर से बीमार हो गया ।
अब शेर (lion) इस बीमार से पूरे दश दिन के बार में सही हो सका । मगर अब शेर (lion) ने सावधानी रखनी शुरू कर दी । वह भोजन करते समय इस बात का ध्यान रखता था की उसका पेट भर चुका है की नही । अगर पेट भरने वाला होता तो शेर (lion) खाना वही पर छोड़ देता था । क्योकी शेर (lion) को पता था की वह बीमार हो सकता है । इस कारण से शेर (lion) ने सावधानी रखनी शुरू कर दी । और इसके बाद में शेर (lion) अपना जीवन आनन्द के साथ बिताने लग गया था ।