aanch na aane dena muhavare ka arth, आँच न आने देना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
आंच न आना एक प्रसिद्ध मुहावरा है ओर पीछले वर्ष के अंदर इस मुहावरे के बारे में काफी अधिक बार परिक्षाओ में पूछा गया था तो आपको इस मुहावरे के बारे में सभी तरह की जानकारी पता होना जरूरी है तो आइए जानते है –
आँच न आने देना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
आँच न आने देना | बिल्कुल भी कष्ट न आने देना । |
आँच न आने देना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
वैसे आंच जो होती है वह अग्नि जलाने को कहा जाता है । आप अगर गांवो में रहते हो तो आपको पता होगा की वहां पर चूल्हे में जब आग जलाई जाती है तो इसे आंच के नाम से जाना जाता है । और यह जो आंच होती है वह हमेशा हानि करती है । क्योकी जब आंच किसी स्थिान पर या किसी वस्तु पर लगती है तो वह जल जाती है और इस तरह से हानि होती है ।
मगर आंच न आने देने का मतलब साब होता है की हानि न होने देना । मगर आपको पता होगा की मनुष्य के जीवन में जब हानि होती है तो इसे कष्ट कहा जाता है और इस तरह से जब बिल्कुल भी कष्ट नही आने दिया जाता है तो इसे आंच न आने देना कहा जाता है । यानि आंच न आने देना मुहावरे का सही अर्थ होता है ।
आँच न आने देना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – भाई लोग हो भारत में रहते है और यहां पर रहने वालो पर इंडियन आर्मी आंच न आने देगी ।
2. वाक्य में प्रयोग – जब दुश्मन देश के भारत पर हमला करने की योजना के बारे में लोगो को पता चला तो लोग कहने लगे की इंडियन आर्मी के होते हुए हम पर आंच न आ सकती है ।
3. वाक्य में प्रयोग – राम रावण के युद्ध में भगवान हनुमान ने श्री राम पर आंच न आने दी ।
4. वाक्य में प्रयोग – जिनके साथ भगवान हनुमान जी होते है उनको डरने की जरूरत तक नही क्योकी वे अपने भग्तो पर आंच न आने देगे ।
5. वाक्य में प्रयोग – जिस तरह से श्री कृष्ण जी ने अर्जुन को कष्टो से बचाया था उसी तरह से हम पर भी आंच न आने देगे ।
6. वाक्य में प्रयोग – सुरज ने कहा की मुझे डरने की क्या जररूत मैं तो भगवान शिव का भक्त हूं और उनके होते हुए मुझ पर आच न आ सकी ।
7. वाक्य में प्रयोग – जब गुंडे लोगो पर बंदूक लगा कर खड़े हो गए तो पुलिसकर्मी ने कहा की हमारे होते हुए लोगो पर आंच न आ सकती है ।
शेर (lion) ने बंदर (Monkey) और गिद्ध (vulture) पर आंच न आने दी, एक मजेदार कहानी
एक जंगल में एक शेर (lion) रहता था जिसे अपनी ताकत और साहस के लिए जाना जाता था। शेर (lion) जो था वह हमेशा अपने दोस्तो की मदद करता था और एक दिन शेर (lion) के दोस्त, एक गिद्ध (vulture) और एक बंदर (Monkey) उसके पास आए और उन्होंने शेर (lion) से उनके घरों की रक्षा करने के लिए मदद मांगी।
शेर (lion) ने अपने दोस्तों को खुशी से स्वीकार किया और उन्हें आश्वस्त किया कि उन पर किसी तरह की आंच न आने देगा । और इतना कहने के बाद में शेर (lion) उनके साथ उनके घर गया और फिर उनकी मदद की और शेर (lion) ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करके उनके घरों की रक्षा की और उन्हें खाने के लिए अपनी खाद्य संग्रहण को भी बांट दिया। इस तरह से शेर (lion) ने दोनो की मदद की थी ।
शेर (lion) के दोस्त बंदर (Monkey) और गिद्ध (vulture) खुश थे और उन्होंने शेर (lion) को उनकी मित्रता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने शेर (lion) को बताया कि उन्होंने कभी इतनी देखभाल और मदद नहीं पाई थी और शेर (lion) के साथ रहना उनके लिए बहुत ही सुरक्षित था।
शेर (lion) ने अपने दोस्तों के साथ एक बहुत अच्छा समझौता किया था जिसने उन्हें आश्वस्त किया कि वे हमेशा एक दूसरे के साथ होंगे और एक दूसरे की मदद करेंगे। इस तरह शेर (lion) ने कहा की मैं आज से वादा करता हूं की जब तक मैं हूं तब तक तुम दोनो पर आंच न आने दूगा ।
इसके बाद में शेर (lion) अपने दोस्तों के साथ साथ जंगल में रहने लगा। उन्होंने साथ में खेले, मिलकर खाना खाया, और एक दूसरे के साथ मजबूत बंधन बनाए रखा। इस तरह से शेर (lion) ने दोनो मित्रो के साथ अच्छा समय बिताया ।
एक दिन, जंगल में एक बड़ी समस्या उत्पन्न हुई। दुष्ट मानवों ने जंगल में आग लगा दी थी जिससे जंगल में तबाही मच गयी थी। और यह देख कर शेर (lion) को बंदर (Monkey) और गिद्ध (vulture) ने कहा की भाई शेर (lion) इस आग से हमे बचा लो । शेर (lion) ने यह सुन कर दोनो से कहा की टेंसन मत करो मोज करो क्योकी तुम्हारा दोस्त इस जंगल का राजा है ओर मैं जब तक हूं तुम दोनो को कुछ होने तक नही दूगा । और इस तरह से कहने के बाद में शेर (lion) ने दोनो की जान बचा ली ।
अंत में, शेर (lion) और उसके दोस्त अपने सुरक्षित घरों में लौट गए और ऐसा होने के बाद में गिद्ध (vulture) और बंदर (Monkey) ने कहा की वहा भाई शेर (lion) तुम तो काफी ताक्वर और बहादुर हो जो की अपर आंच न आने दी । तुम तो जंगल के राजा हो जो की अपने जंगल के लिए कुछ अलग कर सकते हो । इस तरह से दोनो कहने लगे । इसके बाद में उन्होंने जंगल की तबाही के बारे में विचार किए और यह सोचा कि वे जंगल की सुरक्षा और संरक्षण में भी अपना हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने एक निर्णय किया कि वे जंगल के लिए संसाधन संग्रहण और उसकी रक्षा करने के लिए एक संगठन बनाएंगे।
इस तरह, शेर (lion) ने अपने दोस्तों की मदद करने के साथ-साथ जंगल की सुरक्षा और संरक्षण में भी अपना हिस्सा लिया। यह एक अद्भुद नजारा था । और शेर (lion) ने सभी के साथ मिल कर जंगल को इस आग से मुक्त किया और सभी जानवरो की मदद की । और इस तरह से एक महिने के अंदर सभी जानवरो को शेर (lion) ने एक नया धर बना कर दे दिया और सभी का जीवन सही तरह से चलने लगा था ।
इसके बाद में सभी ने शेर (lion) को जंगल का राजा बना दिया और कहा की अब से आप ही हमारी रक्षा करने वाले हो । इसके बाद में क्या होता है की शेर (lion) आराम से बैठता है और जानवरो पर आने वाली मुसीबत से उन्हे दूर रखता है। यानि उनकी रक्षा करता हुआ अपना जीवन बिताता रहता था ।