angad ka pair hona muhavare ka arth hai, अंगद का पैर होना मुहावरे का अर्थ
इस मुहावरे को सुनते ही यह सोच में आता है की अंगद कौन है । मगर हमारा टोपीक यह नही है बल्की हम तो इस लेख में अंगद का पैर होना के बारे में जानने वाले है। तो आपको बता दे की इस लेख को पढने के कारण से आप इस मुहावरे को अच्छी तरह से समझ लेगे तो आइए शुरू करते है-
अंगद का पैर होना मुहावरे का सही अर्थ क्या होता है
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
अंगद का पैर होना | असंभव कार्य होना या अत्यधिक कठिन होना । |
अंगद का पैर होना मुहावरे के अर्थ को समझने के लिए प्रयास करे
वैसे अंगद के बारे में आपको वाल्मीकि रामायण में पढने को मिल जाएगा । दरसल जो अंगद थे वह भगवान हनुमान के सामन माने जाते है । रामायण में सुंदर अक्षरो में लिखा है की भगवान रामजी ने अंगद को दूत बना कर रावण के पास भेजा था । ओर रावण वही है जिसके बारे में रामायण में पढने को मिलता है । कहते है की अंगद ने रावण की सभा में अपना पैर इस तरह से जमा लिया था की उनके पैर को आज तक कोई हिला नही पाया था । और इस बात से यह पता चल जाता है की अंगद के पैर को हिलाना असंभव कार्य होना या कठिन काम होना होता है । और इस तरह से अंगद का पैर होना मुहावरे का सही अर्थ असंभव कार्य होना या अत्यधिक कठिन होना होता है ।

अंगद का पैर होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
1. वाक्य में प्रयोग – महेश तुम पप्पू पहलवान को हराने की बात कर रहे हो तुम्हे पता नही पप्पू पहलवान को हराना अंगद का पैर होना है ।
2. वाक्य में प्रयोग – आज दस वर्ष बित गए मगर हमारे शहर का विजेता पप्पू पहलवान ही है उसे हराना तो हर किसी के लिए अंगद का पैर होने के समान ही है।
3. वाक्य में प्रयोग – इंडियन आर्मी को हराना तो आज दुश्मनो के लिए अंगद का पैर हो गया है ।
4. वाक्य में प्रयोग – जब भारत पर दुश्मनो ने हमला किया तो इंडियन आर्मी ने सभी को हरा कर भगा दिया और यही कारण है की आज हर दुश्मन देश कहता है की इंडियन आर्मी को हरान मतलब अंगद का पैर होना ।
5. वाक्य में प्रयोग – सेठधनमल हमारे शरह में कई बार विजेता बनते आ रहे है उनको हराना मतलब अंगद का पैर होना ।
6. वाक्य में प्रयोग – केजरीवाल को दिल्ली में कोई भी हरा तक नही सकता है क्योकी सभी को पता है की उनको हराना मतलब अंगद का पैर होना ।
भालू (Bear) के लिए बंदर (Monkey) की दोस्ती को तोड़ना था अंगद का पैर होना, एक मजेदार कहानी
एक बार की बात है एक बंदर (Monkey) हुआ करता था जो की अपने दोस्तो के साथ ही जंगल में रहता था । बंदर (Monkey) और उसके दोस्त रोजाना जंगल के भीतर घूमने निकलते थे और नए-नए रास्ते ढूंढ़ते थे। एक दिन बंदर (Monkey) और उसके दोस्त एक खूबसूरत झरने के पास पहुंचे। बंदर (Monkey) झरने के पास खड़ा होकर उसका सुंदर नजारा देख रहा था।
वह चाहता था कि वह झरने के पास जाकर उसके पानी में खेले और सुखद अनुभव करे। लेकिन उसके दोस्त उसे रोक रहे थे और कह रहे थे कि यह काफी खतरनाक हो सकता है और वह पानी में डूब सकता है। बंदर (Monkey) ने उनकी बात सुनी लेकिन फिर भी उसे झरने में जाने की बहुत तमन्ना थी।
अंततः, बंदर (Monkey) ने अपनी दोस्तों की सलाह नहीं मानी और झरने के पास चला गया। वह पानी में खेलने लगा और बहुत खुश था। लेकिन एक छोटी सी तब्बियत उसे प्रभावित करने लगी जिससे वह जल्दी थक गया। अगले दिन से उसकी सेहत खराब होने लगी और वह ठंड से बीमार हो गया। बंदर (Monkey) के बीमार हो जोने के कारण से बंदर (Monkey) को काफी अधिक बुरा लग रहा था । बंद र को समझ में नही आ रहा था की क्या किया जाए । क्योकी यह बंदर (Monkey) के लिए बिल्कुल नया था ।
तब उसके जीवन में उसके दोस्त ही थे और वे बंदर (Monkey) की सेवा करने लगे थे । क्योकी वह बीमार जो था ।
जब बंदर (Monkey) के दोस्तो ने उसकी काफी अधिक सेवा की और इस तरह से दो तीन दिन बित गए । अंत में, बंदर (Monkey) ठीक हो गया लेकिन उसे अब पता चल गया था कि उसके दोस्तों के उनकी सुरक्षा के लिए रोकने का मकसद अच्छा था। उसने अपने दोस्तों से माफी मांगी और उन्हें अपने निर्णय से गलत होने के लिए खेद व्यक्त किया।
बंदर (Monkey) ने सीखा कि दोस्तों के नेतृत्व में रहकर अक्सर हम अपने जीवन के लिए अधिक सुरक्षित और सही निर्णय ले सकते हैं। उसने अपने दोस्तों के साथ और जंगल में घूमना जारी रखा लेकिन अब वह सुरक्षा के साथ और सावधानी से रहता था। इसके बाद में बंदर (Monkey) अपने दोस्तो के साथ अधिक से अधिक समय बिताने लग गया था ।
एक बार की बात है एक भालू (Bear) यह सब देखता है और उसे लगता है की बंदर (Monkey) की जो दोस्ती है उसे तोड़नी चाहिए । क्योकी भालू (Bear) यह सब देख कर बंदर (Monkey) से जलने लग जाता है । उसे लगता है की बंदर (Monkey) के पास इतने अच्छे दोस्त कैसे हो सकते है ।

यही सोच कर बंदर (Monkey) ने एक दिन मोका पा कर बंदर (Monkey) को उसके दोस्तो के बारे में भला बुरा कहा और बंदर (Monkey) के दिमाग में दोस्तो के प्रति गलत बात बैठाने लग गया था । तब भालू (Bear) को बंदर (Monkey) ने कहा की हे मुर्ख भालू (Bear) मुझे पता है की तुम हमारी दोस्ती तोड़ने के लिए ही ऐसा कर रहे हो । मगर तुम्हे पता नही है ऐसा करना तुम्हारे लिए तो अंगद के पैर होना ही होगा । यह सुन कर भालू (Bear) वहां से चला गया था । तब भालू (Bear) ने एक योजना बनाई और उसके दोस्तो को बंदर (Monkey) के खिलाफ भड़काने लग गया था ।
अब बंदर (Monkey) को उसके दोस्त पसंद नही करते थे ऐसा नाटक करने लगे थे और एक दो दिन बित जाने पर फिर से भालू (Bear) को कहते है की देखो बंदर (Monkey) हमारा दोस्त है और हमारी दोस्ती तोड़ना तुम्हारे लिए अंगद का पैर होना होगा । और इस तरह से कह कर बंदर (Monkey) और उसे दास्तो ने भालू (Bear) को शिक्षा दी की उनकी दोस्ती कभी टूटने वाली नही है । अंत में जब भालू (Bear) थक जाता है तो वह भी अपने जीवन से मतलब रखने लग जाता है और बंदर (Monkey) और उसके दोस्तो का जीवन इसी तरह से चलता रहता है ।
इस तरह से बंदर (Monkey) और उसके दोस्तो के बिच की दोस्ती को तोड़ना अंगद का पैर होना था ।