चाँद पर थूकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य लिखकर समझाइए

chand par thukna muhavare ka arth kya hai, चाँद पर थूकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

चांद पर थूकने के लिए आपको सबसे पहले चांद पर जाना होगा, तभी आप ऐसा कर सकते है । मगर आपको बता दे की आपको ऐसा करने की जरूरत नही है क्योकी यह एक मुहावरा है जो की ऐसा ‌‌‌कहा जाता है मरग इसका जो अर्थ होता है वह इससे अलग होता है । और इस लेख में केवल इसी मुहावरे के बारे में बात करेगे तो आइए शुरू करते है

चांद पर थूकना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
चांद पर थूकनानिर्दोश पर दोष लगाना ।

‌‌‌चांद पर थूकना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे विद्वानो चांद जो होता है उसे चंद्रमा के नाम से भी जानते है और आप इसके बारे में जानते है । वैसे यह जो चांद होता है उसे काफी अधिक पवित्र माना जाता है । कहते है की चांद पर किसी तरह का दोष नही है वह काफी पवित्र है ।

वही पर दूसरी तरफ जो ‌‌‌थूक होता है उसे अच्छा नही माना जाता है अगर हम किसी पर थूक को थूकते है तो यह उसके लिए अच्छा नही होता है । बल्की यह दोष लगाने का प्रतिक माना जाता है । तो इस तरह से जब चांद पर थूका जाता है तो चांद पर दोष लगाया जाता है । क्योकी चांद निर्दोष होता है तो इस आधार पर कहा जा सकता है की चांद पर थूकन ‌‌‌मुहावरे का अर्थ निर्दोश पर दोष लगाना होता है ।

चांद पर थूकना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

चांद पर थूकना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग तुम हिंदू धर्म से हो ओर अपने ही धर्म के पवित्र ग्रंथो को गलत बता रहे हो उनकी बुराई कर रहे हो अरे मुर्ख यह तो चांद पर थूकने के समान है ।

2. वाक्य में प्रयोग – किसन ने आज तक कोई जुर्म नही किया है और तुम उसे चोर बता कर पुलिस के हवाले कर रहे हो अरे यह तो चांद पर थूकने के समान होगा ।

3. वाक्य में प्रयोग – पंडित जी जैसे महान ज्ञानी और ‌‌‌विद्वान आदमी को जब राहुल ने ठगाखोर कहा तो लोगो ने भी उसे कहा की ठगाखोर जो होते है वे ज्ञानी नही होते है और तुम पंड़ित जी जैसे विद्वान पर चांद पर थूकने की कोशिश कर रहे हो ।

‌‌‌4. वाक्य में प्रयोग – सज्जन एक अच्छा पुलिसकर्मी है और तुम उसे ही रिश्वतखोर कह रहे हो, यह तारे चांद पर थूकने वाली बात हुई ।

5. वाक्य में प्रयोग – इस समाज में तुम्हे ऐसे अनेक लोग मिलेगे जो की गलत काम करते है मगर राहुल जी ऐसा नही है फिर भी तुम उन्हे गलत बता कर चांद पर थूक रहे हो ।

शेर (Lion) के साथ हुआ चांद पर थूकने वाली बात, एक मजेदार न्यू कहानी

एक बार एक शेर (Lion) जंगल में रहता था। वह एक बहुत ही बड़ा शेर (Lion) था और उसे जंगल का राजा माना जाता था। उसकी शक्ति और साहस को देखते हुए बाकी सभी जानवर उससे डरते थे। ‌‌‌वैस ही शेर (Lion) जो होता है वह भले ही जंगल का राजा क्यो न हो मगर सभी उससे डरते जरूर है और वैसे ही उस शेर (Lion) से जानवर डरते थे ।

एक दिन, शेर (Lion) जंगल में अकेला घूम रहा था जब एक झुंड गायें उसके पास से गुजर रहा था। गायें बड़ी ही खुशी से उसके सामने आई और उससे मिलने की इच्छा जताई। शेर (Lion) ने उसे इतनी खुशी से देखा कि वह उसे आलिंगन करने लगा। लेकिन इस बीच, एक तालाब के पास से एक भेड़िया (wolf) आ गया और देखते ही शेर (Lion) के पास धावा बोला।

शेर (Lion) ने अपनी आँखें बंद कर ली थीं, जिससे भेड़िया (wolf) समझ गया कि वह शेर (Lion) के लिए अंधा हो गया है। भेड़िया (wolf) ने शेर (Lion) पर धावा करते हुए उसकी गलीच मारी और उसकी आँखें निकाल दीं। फिर उसने गायें का शिकार करके वहाँ से चला गया।

‌‌‌यह घटना होने के बाद में शेर (Lion) को जानवरो ने काफी अधिक बुरा भला कहा । क्योकी वह जंगल का राजा था और उसने न तो अपनी आंख बचाई और न ही गायो को बचा सका था । सभी जानवर शेर (Lion) को देखर कर चांद पर थूकने लगे थे ।   शेर (Lion) बहुत ही निर्दोष था, लेकिन उसने गाय को भेड़िया से नहीं बचाया था। जंगल के जानवर उसे इसके लिए दोष देने लगे थे।

शुरुआत में, शेर (Lion) के दोष के बारे में बाकी जानवरों के बीच विवाद था। कुछ जानवर शेर (Lion) को समझाने की कोशिश करते थे कि वह निर्दोष है और उसे दोष देना गलत है। लेकिन दूसरी ओर कुछ जानवर शेर (Lion) के दोष को सही मानते थे।

इस बीच, एक स्वयंसेवक जानवर ने अपने आप को शेर (Lion) के सामने पेश किया और उसे एक सवाल पूछा – “क्या आप नहीं जानते कि शेर (Lion) एक शक्तिशाली और साहसी जानवर है? उसे भेड़ियों से लड़ना हमेशा खतरनाक होता है। उसने गाय को बचाने के लिए भी कदम नहीं उठाया था क्योंकि वह उस भेड़िये से लड़ना चाहता था। क्या आप सच में उसे दोष दे सकते हैं?”

शेर (Lion) को इस सवाल से समझ आ गया कि वह गलत नहीं था। उसने अपनी गलती को स्वीकार किया और उसने जानवरों से माफी मांगी। जंगल में फिर से शांति बहाल हुई और ‌‌‌शेर (Lion) ने बताया की उसके पास कोई चारा नही था क्योकी अगर वह शेर (Lion) का सामना करता तो वह अपनी जान नही बचा पाता था जिसके कारण से ही मैंने अन्य सभी की जान नही बचाई थी । यह बाते सुन कर जानवरो ने शेर (Lion) को देख कर चांद पर थूकने की गलती नही की ।

जंगल के जानवरों ने शेर (Lion) की माफी को स्वीकार करते हुए उसे दोष नहीं दिया और वे फिर से शेर (Lion) के साथ एक साथ रहने लगे। इससे शेर (Lion) का सम्मान भी बढ़ा और वह जंगल के राजा के रूप में स्थापित हुआ। शेर (Lion) ने इस घटना से एक सीख ली कि हमेशा अपनी विचारधारा और कड़ी मेहनत के बल पर अपना स्थान बनाना चाहिए। उसने यह भी समझा कि अपनी गलती को स्वीकारना एक महत्वपूर्ण गुण है जो हमें अधिक सही रास्ते पर चलने में मदद करता है।

शेर (Lion) के साथ हुआ चांद पर थूकने वाली बात, एक मजेदार न्यू कहानी

जंगल में सभी जानवरों के बीच शांति फिर से बहाल हुई और सभी एक साथ जीवन जीने लगे। शेर (Lion) ने इस घटना से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि हमारे सभी जीवन की विविधता का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण है। ‌‌‌अगर हम ऐसा नही करते है तो लोग हमे ही इसका दोषी ठहराने लग जाते है । वैसे हम दोषी होते नही है मगर दूसरो की नजरो के अंदर दोषी बने रहते है । इस कारण से हमे मुसीबत का समना करना जरूरी होता है ।

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