ek hath se tali nahi bajti muhavare ka arth aur vakya mein prayog, एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का अर्थ
वैसे ताली बजाने के लिए सच में एक हाथ काफी नही है और यह बात आप जानते है । मगर यह एक मुहावरा है और इसका अर्थ जो होता है उसका ताली बजाने से कोई मतलब नही है । वैसे अर्थ की बात करे तो लेख में आपको बताने के साथ साथ समझाएगे भी ।
एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे का अर्थ क्या होगा
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
एक हाथ से ताली नहीं बजती | किसी के सहयोग के बिना काम का न होना या झगड़ा एक तरफा नहीं होता है । |
एक हाथ से ताली नहीं बजती मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
वैसे आपको पता ही होगा की जब अपने दोनो हाथो को एक साथ जोर से भिड़ाया जाता है तो एक ध्वनी उत्पन्न होती है । जिसे ताली बजाना कहा जाता है । वैसे आज के समय में ऐसा मुमकिन ही नही है की ताली बजाने के लिए केवल एक हाथ की जरूरत हो । बल्की ताली बजाने के लिए दो हाथो की जरूरत होती है ।
ठिक वैसे ही समाज में आपको ऐसे अनेक लोग मिल सकते है जो की आपस में झगड़ा करते है । तो उन सभी के बिच में जो झगड़ा होता है उसका जिम्मेदार एक को ही ठहराया जाता है । मगर आपको पता होगा की झगड़ा अकेला तो कर नही सकता है तो दोनो ही झगड़े के जिम्मेदार होगे । और इसी तरह से ताली बजाना होता है । अत एक हाथ से ताली नही बजती है मुहावरे का अर्थ किसी के सहयोग के बिना काम का न होना या झगड़ा एक तरफा नहीं होता है । होता है ।
एक हाथ से ताली नही बजती मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए
1. वाक्य में प्रयोग – रामू और फुला दोनो पति पत्नी है और दोनो में एक दिन झगड़ा हो जाता है और बात तलाक तक पहुंचने लग जाती है, तब दोनो के घर के सदस्यो ने उन्हे समझाते हुए कहा की ताली एक हाथ से नही बजती है ।
2. वाक्य में प्रयोग – जब लोग कहने लगे की किशोर का छोरा बालाराम की लड़की को भगा कर ले गया है तो पुलिस ने कहा की ताली एक हाथ से नही बजती ।
3. वाक्य में प्रयोग – राजेश और कंचन दोनो ही एक दूसरे से प्रेम करते थे और दोनो ही एक साथ घर से भागे है क्योकी ताली एक हाथ से नही बजती।
4. वाक्य में प्रयोग – सुसिला और राहुल दोनो पति पत्नी में झगड़ा होने के कारण से दोनो यही बहस कर रहे थे की मैंने तुमसे विवाह नही किया तुमने किया है, मगर तभी किशोर आ जाता है और वह कहता है की ताली एक हाथ से नही बजती ।
भेढिया (wolf) के बच्चे ने लोमड़ी (fox) और बंदर (Monkey) को समझाया ताली एक हाथ से नही बजती , एक कहानी
एक बार एक जंगल में एक बंदर (Monkey) और एक लोमड़ी (fox) रहते थे। वे दोनों बहुत दोस्त थे और हमेशा साथ रहते थे। एक दिन, जब वे खेल रहे थे, तभी एक सेब के पेड़ से एक सेब नीचे गिरी।
बंदर (Monkey) ने सेब को लेने की कोशिश की, लेकिन वह पेड़ से इतना ऊपर था कि वह नहीं पहुंच पा रहा था। लोमड़ी (fox) ने उसे देखा और उससे कहा, “मैं उस सेब को नीचे उतार दूंगी।”
लोमड़ी (fox) ने एक पत्थर उठाया और सेब को मारकर नीचे उतार दिया। बंदर (Monkey) ने देखा कि लोमड़ी (fox) ने उसे मदद की थी लेकिन जब बंदर (Monkey) ने सेब को उठाया तो उसने देखा की सेब खराब हो गया है । तब बंदर (Monkey) ने उसे गाली देना शुरू कर दिया।
“तुम्हारी वजह से मेरी सेब खराब हो गई है।” बंदर (Monkey) ने कहा।
लोमड़ी (fox) ने कहा, “मैंने तो सेब को तुम्हें देने की कोशिश की थी, लेकिन मेरा पत्थर सेब को चोट नही पहुंचाना चाहता था । तुम्हें मुझपर गुस्सा नहीं करना चाहिए।”
बंदर (Monkey) ने धीरे-धीरे समझा कि वह गलत था और उसने लोमड़ी (fox) से माफी मांगी। दोनों फिर से दोस्ती की मिठास के साथ रहने लगे और दोनों दोस्तों ने फिर से खेलना शुरू कर दिया और दोनों एक दूसरे के साथ मस्ती करने लगे। लेकिन कुछ समय बाद बंदर (Monkey) ने एक बड़ा अंडा पाया, जिसमें एक भेड़िया का बच्चा (Child) था। बंदर (Monkey) ने उसे अपने पास रख लिया और लोमड़ी (fox) से बच्चे की देखभाल करने के लिए कहा।
लोमड़ी (fox) ने खुशी से सहमत होकर बच्चे की देखभाल करने लगी। दोनों दोस्त बच्चे को मिलकर खुश थे। लेकिन एक दिन, बंदर (Monkey) ने बच्चे को ले जाने का फैसला किया। लोमड़ी (fox) इससे खुश नहीं थी और उसने बंदर (Monkey) से कहा कि वह बच्चे को अकेले नहीं छोड़ सकते।
बंदर (Monkey) ने इसे नहीं सुना और बच्चे को ले जाने के लिए चला गया। लोमड़ी (fox) बहुत उदास हो गई। बंदर (Monkey) ने बच्चे को अपने घर ले गया और उसे अकेले छोड़ दिया। बच्चा (Child) डर गया और रोने लगा। लोमड़ी (fox) बहुत परेशान थी और उसे बच्चे को लेकर अपने दोस्त के पास जाने का फैसला किया। वह बंदर (Monkey) के घर चली गई थी ।
लोमड़ी (fox) ने बंदर (Monkey) से बच्चे को लौटाने की विनती की लेकिन बंदर (Monkey) ने उसकी बात नहीं मानी। उसने लोमड़ी (fox) को अपमानित करते हुए कहा कि यह बच्चा (Child) उसकी संपत्ति है और वह उसे वापस नहीं करेगा। इससे लोमड़ी (fox) बहुत नाराज हो गई और उसने बंदर (Monkey) को चुनौती दी कि वह उससे एक मुकाबला करे।
बंदर (Monkey) और लोमड़ी (fox) एक-दूसरे से टकराते हुए एक मुकाबला करने लगे। मुकाबले के दौरान, लोमड़ी (fox) बंदर (Monkey) के साथ बहुत चालाकी से खेलती थी। बंदर (Monkey) को लोमड़ी (fox) ने माराना शुरू कर दिया था । बंदर (Monkey) भी कम नही था वह भी लोमड़ी (fox) को चोट पहुंचाने लग गया था । और यह सब भेढिया (wolf) का बच्चा (Child) देख रहा था । लोमड़ी (fox) जो थी वह बंदर (Monkey) को बुरी तरह से पीट देती है और बंदर (Monkey) भी लोमड़ी (fox) को बूरी तरह से पीट देती है । और अंत में दोनो थक जाने के करण से हार मार कर बैठ जाते है ।
कुछ समय बिता तो दोनो एक दूसरे पर इलजाम लगाने लगे की उसने झगड़ा किया था । बंदर (Monkey) कहता की लोमड़ी (fox) तुमने पहले झगड़ा शुरू किया था और लोमड़ी (fox) कहती की बंदर (Monkey) तुमने झगड़ा पहले किया था । काफी समय तक बहस होने के बाद में भेढिया (wolf) के बच्चे ने कहा की ताली एक हाथ से नही बजती ।
इतना सुनते ही दोनो समझ गए की उन दोनो की ही गलती थी । जिसके कारण से दोनो ने एक दूसरे से माफी मांगी ओर अंत में लोमडी वहीपहले वाली बात कहती है की वह बच्चे को लेकर जा रही है। तब बंदर (Monkey) मान जाता है और उसे उसके साथ भेज देता है ।
तो इस तरह से दोनो की दोस्ती बनी रहती है । और दोनो का जीवन इसी तरह से चलता रहता है ।