होश उड़ जाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है और वाक्य में प्रयोग भी बताइए

होश उड़ जाना मुहावरे का अर्थ, hosh ud jana muhavare ka arth aur vakya prayog kijiye

आपके होश को हमने पकड़ लिया और वह चील के साथ बैठ कर उड़ गया हो गया होश उड़ना ………. भाई मजाक कर रहे है ऐसा नही होता है । आपको बता दे की यह‌‌‌पीछले वर्ष का काफी महत्वपूर्ण मुहावरा रह चुका है । और आपको बता दे की इसका जो अर्थ होता है वह आपको निचे देखने को मिलेगा। साथ ही वाक्य में प्रयोग भी किए हुए है तो लेख देखे –

होश उड़ जाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
होश उड़ जानाबहुत डर जाना ।

होश उड़ जाना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

‌‌‌अगर आप बेहोश होते है तो इस अवस्था में आपको यह पता नही होता है की आपके आस पास क्या होता है । मगर जब आप होश में होते हो तो आपको सब कुछ पता होता है । मगर जैसे ही आपका होश उड़ता है आप भूल जाते हो की आपको क्या करना है । यहां पर सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है ।

‌‌‌और ऐसा ही बहुत अधिक डरने के कारण से होता है । यानि जब आप डर जाते हो तो ठिक ऐसा ही होता है । और यही कारण होता है की होश उड़ना मुहावरे का अर्थ अधिक डर जाना होता है ।

‌‌‌विद्वानो अपने ज्ञान का विकाश करना जरूरी है और यही कारण है की आपको वाक्य में प्रयोग भी जानने चाहिए

होश उड़ जाना

होश उड़ जाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग करे –

वाक्य में प्रयोग –लालू पहलवान को रात में काफी डर लगता है अगर कुछ ऐसा वैसा देख लेता है तो होश उड़ जाते है ।

वाक्य में प्रयोग –संतोष ज्योषी वैसे तो काफी बहादुर पुलिसकर्मी है मगर रात ‌‌‌के समय ड्यूटी करने की बात सुनते ही होश उड़ जाते है ।

वाक्य में प्रयोग –रवीप्रकाश बाबाजी के यहां दर्शन करने के लिए गया हुआ था मगर वहां उसने देखा की एक औरत में भूत है यह देखते ही उसके होश उड़ गए ।

वाक्य में प्रयोग –हरीप्रसाद गुजरात काम करने के लिए अपने वाहन से जा रहे थे तभी उनकी कार एक आदमी को टक्कर मार देती है यह देख कर हरीप्रसाद ‌‌‌के होश उड़ गए ।

जानिए आखिर कैसे चुहे को देख कर शेर के होश उड़ गए , एक मजेदार कहानी

अफ्रीका में एक गुफा हुआ करती थी जहाँ शेर का शासन था। गुफा इतनी बड़ी और अंधेरी थी कि कोई इंसान उसमें प्रवेश नहीं कर सकता था। ‌‌‌गुफा को शेर ने केवल अपने हाथो से बनाया था और इसके लिए शेर ने काफी मेहनत की थी । शेर गुफा में रहकर अपना जीवन यापन करता था। उसने घास, पत्ते और फूल खाए। शेर गुफा में रहकर खुश था क्योंकि उसे कभी किसी बात की चिंता नहीं होती थी।

‌‌‌मगर एक दिन की बात है उस गुफा के अंदर एक पता नही कहा से चुहा आ जाता है। गुफा काफी मजबूत होने के कारण से चूहे को रहने के लिए घर नही मिला और न ही चूहा घर बना सका था । काफी समय बित जाने के बाद में चूहे ने किसी न किसी तरह से शेर की गुफा में अपना एक छोटा सा घर बना लिया ।

अब चूहे ने अपने एक घर के ‌‌‌कई रास्ते बनाने शुरू कर दिए । और शेर को इस बारे में पता नही था क्योकी वह अपनी गुफा में कम ही ध्यान देता था । दो तीन दिन बित गए तब जाकर चूहे का घर तैयार हुआ था । चूहे को यह पता था की यहां पर शेर रहता है और चूहा इससे डरा नही बल्की उसे लगा की इससे मेरी भी सुरक्षा है क्योकी कोई जानवर मुझे ‌‌‌खाने के लिए नही आ सकता है ।

एक रात की बात है शेर गुफा के अंदर अराम से सो रहा था । दरसल शेर की गुफा पूरी तरह से अंधेर में थी जिसके कारण से शेर को पता नही चलता था की अंदर कोई है की नही । और चूहे का समय यही था भोजन करने का । वह शेर का भोजन ही अपने लिए उपयोग में लेता था ।

उस रात जब चूहे को मालूम ‌‌‌चला की शेर निंद में है तो चूहा अपने घर से बहार निकलता है ओर शेर का खाना खाने लग जाता है । कुछ समय बितने के बाद में शेर को कटर कटर की आवाज आई तो उसने इधर उधर देखा । मगर शेर को कोई नजर नही आया । मगर आवाज अभी आ रही थी जिसके कारण शेर देखने के लिए अपनी गुफा में नजर दोड़ाने लगा ।

मगर तभी चूहे को ‌‌‌लगा की शेर उसकी तलाश कर रहा है । और यह सोच कर चूहा शांत हो गया और जब किसी तरह की आवाज नही आई तो शेर आराम से सो गया ।

अभी असली कहानी शुरू होती है खुब मजा आएगा तो तैयार हो जाओ  ।

जब शेर को गहरी निंद आती है तो चूहे को लगता है की पहले पता किया जाए की शेर गहरी निंद में है की नही । तो इस कारण से ‌‌‌चूहे ने काफी तरकीब आजमाई और पता चला की शेर निंद में है । मगर चूहा अब भी पूरी तरह से यकिन नही करता है तो चूहा शेर के उपर चढ जाता है । और शेर को कुछ पता नही चल रहा था । तभी चूहा धिरे धिरे शेर के सर पर चला जाता है और चूहा शेर की एक आंख को खोल कर देखता है की शेर को निंद आ रही है की नही । एक आंख ‌‌‌खोलने पर भी शेर को कुछ पता नही चलता है । जब चूहा दूसरी आंख खोलता है तो शेर को होश आज जाता है और वह चमकती हुई दो आंखे देखता है और यह देख कर शेर के होस उड़ जाते है और शेर चिलता है और अपनी गुफा से बहार चला जाता है ।

‌‌‌अब शेर को नजर आ रहा था की गुफा में कुछ चमक रहा है । मगर चूहा नही दिख रहा था क्योकी अंधेरा था ओर आंख इस कारण से दिख रही थी क्योकी आंख रात को चमकती है ।

जानिए आखिर कैसे चुहे को देख कर शेर के होश उड़ गए , एक मजेदार कहानी

अब शेर यह देख कर पूरी रात अपनी गुफा से बहार बैठा रहा । और जब सुबह हुई तो शेर गुफा के अंदर जाता है ओर देखता है की आखिर बात क्या है । तब शेर ‌‌‌को पता चलता है की यहां पर चूहा रहता है ओर यह देख कर शेर को पता चल जाता है की रात को चूहे को ही उसने देखा था जिसके कारण से उसका होश उड़ गया था ।

अब शेर को गुस्सा आ जाता है और उसने चूहे के बिल को तोड़ दिया । और गुफा में आराम से रहने लगा । मगर चूहा दूसरे बिल से बहार आने लगा । और शेर से छीप कर ‌‌‌अपना जीवन इसी तरह से जारी रखता है । तो इस तरह से शेर की गुफा में चुहा रहता था जिसे देख कर शेर के होश उड़ गए थे ।

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