खून खौलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य इस वर्ष का नया तरीका

खून खौलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य, khoon kholna muhavare ka arth aur vakya mein prayog

खून खौलना मुहावरा जो होता है वह पिछले वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण मुहावरा रहा था । क्योकी यह कई बार भारत के अंदर होने वाले एग्जामो में बड़ी ही सुंदर रूप में पूछा गया था । और आपको बता दे की आज कलाश पांच से लेकर 12 वी तक के जीतने भी छात्र है उनके ‌‌‌लिए भी यह मुहावरा महत्वपूर्ण रह चुका है ।

तो आइए जानते है की खून खौलना मुहावरे का अर्थ क्या होता है और इस मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किस तरह से कर सकते है –

खून खौलना मुहावरे का अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा (idiom in Hindi)‌‌‌अर्थ ‌‌‌या मतलब (Meaning in Hindi)
खून खौलनाक्रोधित होना

खून खौलना मुहावरे को समझने का प्रयास करे –

जब किसी तरल प्रदार्थ को आग पर रख कर उबाला जाता है तो वह खौलने लग जाता है । जैसे की पानी को आग पर गर्म किया जाता है तो वह एक समय के बाद में खौलने लग जाता है । ठिक वैसे ही मानव का खून भी खौलता है मगर यहां पर खून को आग पर रख कर गर्म नही किया जाता है । ‌‌‌बल्की कुछ ऐसा सुन लेने के कारण से होता है जिसके कारण से क्रोध आता हो । तो यही कारण है की खून खौलना मुहावरे का अर्थ क्रोधित होना होता है ।

खून खौलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य इस वर्ष का नया तरीका

‌‌‌खून खौलना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

वाक्य में प्रयोग – जब महेश ने अपने शिक्षक के बारे में भला बुरा सुना तो उसका खूल खौलने लगा ।

वाक्य में प्रयोग – जब जब मैं रिश्तव लेते हुए पुलिसवालो को देखता हूं तो खून खौलने लग जाता है मगर कर क्या सकते है ।

वाक्य में प्रयोग – जब भ्रष्ट नेता के बारे में सभी को पता चला तो सभी का खून खौलने लगा ।

वाक्य में प्रयोग – भारत ‌‌‌पर हमला करने वाले आंतवादियो को जब लोगो ने अपने सामने देखा तो सभी का खून खौलने लग और वे उन्हे मारने के लिए तैयार ही थे तभी पुलिस आ गई और आंतवादियो को पकड़ लिया ।

‌‌‌ वाक्य में प्रयोग – जब मांता जी ने बेटे को संकरात पर 200 रूपय नही दिए तो बेटे का खून खौलने लगा ।

आखिर क्यो खरगोश का खून खौल उठा , एक प्रसिद्ध कहानी

एक जंगल हुआ करता था जहाँ एक खरगोश अपने बेटों के साथ रहता था और एक अच्छा जीवन व्यतीत करता था। खरगोशों के पास भरपूर भोजन, पानी और आश्रय था। खरगोश रोज सुबह भोजन की तलाश में जंगल में जाता था। जो मिलता उसी से अपने बेटों का पेट भरता। खरगोश को अपने परिवार के साथ समय बिताना अच्छा लगता था।

खरगोश की दुनिया में परिवार ही सब कुछ था। वह अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते थे, और जितना अधिक समय उन्होंने उनके साथ बिताया, वह जीवन में उतना ही खुश थे। उनके परिवार ने उन्हें प्यार और महत्वपूर्ण महसूस कराया, और उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि उनके पास वह सब कुछ हो जो उन्हें चाहिए।

‌‌‌इस तरह से दोस्तो खरगोश का जीवन काफी अच्छा चल रहा था और जीवन जैसे जैसे बित रहा था खरगोश के बेटे बड़े होते जा रहे थे । मगर कहते है ना की खुदा को सब कुछ अच्छा हो यह जचता नही है । तो एक दिन खरगोश के जीवन में भी काफी बड़ा बुरा हो गया था ।

दरअसल, एक दिन खरगोश शेर से भिड़ गया और खरगोश से दूर भाग गया लेकिन उसके बेटे पकड़े गए। शेर ने उसका पीछा किया, लेकिन जब वह करीब आया तो खरगोश एक चट्टान पर कूद गया और गायब हो गया। वास्तव में, खरगोश के बेटे सुरक्षित और स्वस्थ थे; वे पास की एक झाड़ी के पीछे छिप गए थे।

‌‌‌मगर फिर से शेर ने खरगोश के बच्चो को पकड़ लिया ।जब शेर ने खरगोशों के बच्चों को पकड़ लिया तो वह उन्हें आसानी से जाने नहीं दे रहा था। उसने उनका पीछा किया, उनके पीछे दौड़ा, और उन्हें काटा भी लेकिन अंत में उसने उन सभी को वापस पकड़ लिया। शेर एक शक्तिशाली जानवर है लेकिन वह भी खरगोश के बच्चों ‌‌‌को आसानी से नही पकड़ सका ।

खरगोश ने देखा कि शेर उसके बेटों को मारकर खा रहा है। वह बहुत दुखी और निराश महसूस कर रहा था। खरगोश अपने बेटों की मदद करना चाहता था, लेकिन वह कुछ नहीं कर सका। ‌‌‌

मगर खरगोश का यह सब देख कर खून खोल रहा था और उसने स्वयं से वादा किया की वह कभी न कभी शेर से बदला लेकर रहेगा । मगर यह इतना आसान नही था क्योकी शेर एक बड़ा शक्तिशाली जानवर था और खरगोश छोटा और कमजोर जानवर भला कैसे बदाला ले सकता है ।

खरगोश अपने छिपने की जगह से घबरा कर देखता रहा क्योंकि शेर फिर से उसके पास से गुजरा। खरगोश का खून खौल उठा लेकिन वह कुछ नहीं कर सका। ‌‌‌बल्की खरगोश वही पर छीपा रहा । तब शेर वहां से चला गया तो खरगोश बहार निकला और अपने घर चला गया ।

खरगोश शेर से अपने बेटों की मौत का बदला लेने की योजना बनाने लगा। वह जानता था कि उसे सावधान रहना होगा, लेकिन वह बदला लेने के लिए दृढ़ था। खरगोश ने योजना बनाई और साजिश रची, और आखिरकार वह तैयार हो गया। उसने शेर के सो जाने तक इंतजार किया, फिर वह उसके पीछे चुपके ‌‌‌से आने लगा ।

खून खौलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य इस वर्ष का नया तरीका

तभी शेर की आंखे खुल गई और यह देख कर खरगोश घबरा गया मगर उसने हार नही मानी और खरगोश ने शेर को मारने का दूसरा तरीका तलश किया । तभी खरगोश देखता है की शेर गहरी निंद में चला गया है । यह देख कर खरगोश ने एक बड़ा बांस का बना हुआ लकड़ा लिया और उसे शेर के उपर जोर से रोप दिया । जिसके कारण ‌‌‌से शेर की वही पर मोत हो गई ।

जब शेर मर गया तब जाकर खरगोश का खून खौलना बंद हुआ था । जब इस बारे में जंगल के सभी जानवरो को पता चला तो सभी ने खरगोश की वाह वाह की । और सभी जानवरो ने खरगोश की इस बहादूरी के कारण से उसे हमेशा अपना राजा मानने का वादा किया ।

अब खरगोश उस जंगल का नया राजा था और बाकी के ‌‌‌जानवर भी काफी खुश थे । यह देख कर खरगोश को पता चल गया की अब किसी के साथ ऐसा नही होगा । अब जो भी जंगल में कुछ गलत होता खरगोश ही उसका न्याय करता था । उसे जीने के लिए सभी जानवरो का परिवार मिल गया था और अब खरगोश खुश था ।

तो इस तरह से खरगोश के बेटो को जब शेर मारता है तो उसका खुन खौल उठता है ।

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