खून पसीना एक करना मुहावरे का अर्थ, khoon pasina ek karna muhavare ka arth aur vakya mein prayog
अक्षर मेरे प्यारे स्ट्युडेंट ने पूछा था की सर खून पसीना एक करना क्या होता है और इसका मतलब क्या होता है । तो अगर आपको भी इस बारे में नही पता है तो आपको बता दे की यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है। क्योकी हम इस लेख में खून पसीना एक करना मुहावरे का अर्थ के बारे में आपको अच्छी तरह से बताएगे ।
खुन पसीना एक करना मुहावरे का अर्थ क्या होता है –
मुहावरा (idiom in Hindi) | अर्थ (Meaning in Hindi) |
खुन पसीना एक करना | बहुत अधिक परिश्रम करना । |
खुन पसीना एक करना एक प्रसिद्ध मुहावरा है जिसका मतलब होता है बहुत अधिक परिश्रम करना । क्योकी जब खुन और पसीने को मिलाया जाता है तो काफी अधिक परिश्रम करना होता है।
वैसे दोस्तो आज के समय मे मेहनत कोन नही करना है। क्योकी अलगभग सभी लोग है जो की अपने जीवन में मेहनत करते रहते है । अगर आप है तो आप भी अपने जीवन को सफल बनाने के लिए दिन रात पढते रहते है । जैसे की अभी भी आप कुछ ज्ञान हासिल कर रहे है । और यह ज्ञान किसी न किसी तरह से आपके जीवन में उपयोगी होगा ही । मगर बहुत से साथी ऐसे है जो की परिक्षाओ की तैयारी के लिए बहुत अधिक परिश्रम कर रहे है तो उनके लिए खुन पसीना एक करना कहा जाता है ।
खुन पसिना एक करना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किस तरह से कर सकते है बताइए
- जैसे ही खेतो में फसल सुखने लगी तो उसे इकट्ठा करने के लिए रामू ने खुन पसीना एक करना शुरू कर दिया ।
- महेश को जैसे ही पता चला एक महिने के बाद में उसके एग्जाम है तो उसने खुन पसीना एक करना शुरू कर दिया ।
- किसन काफी समय से नोकरी लगने के लिए खुन पसीना एक कर रहा है तो वह भला क्यो नोकरी नही लगेगा
- इस बार भी मैंने काफी समय से खुन पसीना एक कर रखा है अगर भगवान की दया हो तो नोकरी मिल जाए ।
रामू ने खून पसीना एक करना शुरू कर दिया
रामू एक गरीब परिवार का लड़का था जो हाल ही में कॉलेज से पास आउट हुआ था। जब वह अमेरिका में विदेश में अध्ययन कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए तैयार हुआ तो उसे पता नहीं था कि वह क्या कर रहा है। उसने सोचा कि यह एक अद्भुत अनुभव होगा, और यह पहली बार में था। जिस कॉलेज में वह रह रहा था, वहां के छात्र मिलनसार और स्वागत करने वाले थे।
लेकिन फिर चीजें बदलने लगीं। रामू को यह एहसास होने लगा कि उसके आसपास के लोग वह नहीं थे जो उसे लगते थे। वे सब उससे झूठ बोल रहे थे, उसे ऐसी बातें बता रहे थे जो सच नहीं थीं। ज्यादा समय नहीं बीता था जब रामू को यह एहसास हुआ कि यह सब कुछ एक ढोंग था – एक झूठा सच। उसका फायदा उठाया गया था, और वह अब इन लोगों या इस जगह से कोई लेना देना नहीं चाहता था। रामू केवल तीन महीने बाद निराश और क्रोधित होकर घर लौटा। और फिर अपने माता पिता के साथ और भाई बहनो, दादा दादी के साथ रहने लगा । और फिर उसने भारत में ही अध्ययन करना शुरू कर दिया ।
समय बितने पर रामू को ऐहसास हुआ की नोकरी करना कितना जरूरी है । तब उसने नोकरी करने का निर्णय लिया । मगर भारत में नोकरी मिलना इतना आसान काम नही होता है । और यह रामू को तब पता चला जब उसे नोकरी नही मिली थी।
तब रामू के परिवार के लोगो ने कहा की भारत में नोकरी पाने के लिए खून पसीना एक करना होता है । और यह बात सुन कर रामू दिन रात अध्ययन करने लगा । वह अब अध्ययन में इतना अधिक खो चुका था की खाना भी सही समय पर नही खाता था । इस तरह से रामू को अध्ययन करते देख कर घर के सभी सदस्य खुश भी थे मगर दुखी थे क्योकी वह अगर सही समय पर खाना नही खाएगा तो बीमार हो जाएगा ।
रामू अपना समय दिन रात अध्ययन करने में बिता रहा था । ताकी वह नोकरी लग जाए । यह देख कर रामू की मां काफी अधिक चितित हो रही थी और उसे सही समय पर खाना खिलाती रहती थी । इस तरह से पूरा एक वर्ष तक रामू खून पसीना एक करता रहा । तब जाकर उसे पुलिस विभाग में नोकरी मिल गई थी । यह देख कर रामू काफी खुश था क्योकी वह भारत में रह कर कुछ करना चाहता था और यह देख कर उसे काफी खुशी हुई थी। इसके बाद में कुछ लोगो ने कहा की रामू को तो ऐसे ही जॉब मिल गई । मगर केवल रामू को ही पता था की उसने किस तरह से खुन पसीना एक किया और तब जाकर उसे नोकरी मिली ।
मगर नोकरी मिलने के कारण से न केवल रामू खुश था बल्की उसके घर के सभी सदस्य भी काफी खुश थे । और यही कारण है की कहा जाता है की जीवन में अगर सफल होना चाहते हो तो खून पसीना एक करना होता है । और जो व्यक्ति खून पसीना एक कर लेता है वही जीवन में सफल हो पाता है ।
खून पसीना मुहावरे पर जुड़ी कुछ विज्ञान पर आधारित जानकारी
पसीना और खून गर्म वातावरण में एक साथ मिल जाते हैं, जिससे एक ऐसी गंध पैदा होती है जो प्रबल हो सकती है। यह विशेष रूप से तब ध्यान देने योग्य होता है जब कोई दौड़ रहा होता है या व्यायाम कर रहा होता है। इस गंध को शरीर की गंध कहा जाता है, और अगर यह बहुत तेज है तो शर्मनाक हो सकती है। शरीर की दुर्गंध को कम करने के तरीके हैं, लेकिन उन सभी में समय और मेहनत लगती है।
आमतौर पर लोगों को पसीना इसलिए आता है क्योंकि उनका शरीर ठंडा होने की कोशिश कर रहा होता है। जब नमी का स्तर अधिक होता है, पसीने में बैक्टीरिया भी होते हैं जो शरीर की गंध पैदा कर सकते हैं। धूम्रपान भी शरीर की गंध में योगदान देता है क्योंकि यह आपके सिस्टम में विषाक्त पदार्थों के स्तर को बढ़ाता है। ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें सल्फर होता है (जैसे क्रूस वाली सब्जियां) पसीने की गंध को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यह सभी के लिए काम नहीं करेगा।