मैदान मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

maidan marna muhavare ka arth kya hai, मैदान मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

कैसे हो विद्वान साथी, हम इस लेख में एक नया मुहावरा लेकर आए है और यह जो मुहावरा है वह आपके जीवन में काफी उपयोगी हो सकता है अगर आप इसे सही तरह से याद कर ले और समझ ले । तो हम इस लेख में‌‌‌इस मुहावरे के बारे में आपको पूरी तरह से समझा देगे तो टेंसन न ले ।

मैदान मारना मुहावरे का अर्थ क्या होता है

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
मैदान मारनासफलता प्राप्त करना या विजय होना ।

‌‌‌मैदान मारना मुहावरे को समझने का प्रयास करे

वैसे दोस्तो मैदान का मतलब सपाट भूमि से होता है । और यह एक ऐसी भूमि होती है जिस पर खेल खेला जाता है और पहले के समय में युद्ध लड़ा जाता है । और जो भी कोई इस युद्ध को जीत लेता था वह इस मैदान को पार कर सकता था । क्योकी वह युद्ध जीत चुका है। ‌‌‌क्योकी आपको पता है की जीत होने को विजय होना भी कह सकते है । वैसे आज के समय में विजय होने का एक मतलब सफलता से भी होता है । क्योकी जो लोग अपने जीवन में सफल हो जाते है वे विजय हो जाते है । इन सब बातो के आधार पर मैदान मारना मुहावरे का अर्थ विजय होना या सफलता प्राप्त करना होता है ।

मैदान मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

‌‌‌मैदान मारना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

1. वाक्य में प्रयोग छत्रपती शिवाजी महाराज और मुगलो के बिच में हुए युद्ध में शिवाजी ने मैदान मार लिया ।

2. वाक्य में प्रयोग बॉलीवुड की फिल्मो का पहले काफी नाम हुआ करता था और सभी बॉलीवुडकी फिल्मो के फैंन थे मगर आजकल साउथ की फिल्मो ने मैदान मार रखा है

3. वाक्य में प्रयोग पिछले कुछ समय से बॉलीवुड की फिल्म किसी को पसंद नही आ रही है मगर पठान मुवी ने सभी बॉलीवुड की फिल्मो ‌‌‌से मैदान मार लिया ।

4. वाक्य में प्रयोग पुष्पा द राइज मूवी ने साउथ में ही नही बल्की पूरे भारत में मैदान मार लिया ।

5. वाक्य में प्रयोग किसन भिंडी बेचने वाले माली का बेटा है और आज वह ASI बन गया इसे कहते है मैदान मारना ।

‌‌‌6. वाक्य में प्रयोग छोटे मोटे एग्जाम तो सभी पास करते है मगर महेश ने UPSC का एग्जाम पास कर कर मैदान ही मार लिया ।

‌‌‌भालू (Bear) ने मैदार मार लिया, एक मजेदार कहानी

एक बार एक शेर (Lion) और एक भालू (Bear) जंगल में रहते थे। एक दिन शेर (Lion) ने अपनी जंगल में एक झुंड बनाया था और भालू (Bear) उस झुंड में घुस गया था। शेर (Lion) ने भालू (Bear) को देखा और सोचा कि यह एक अच्छा मौका हो सकता है कि वह भालू (Bear) को मार डाले।

शेर (Lion) ने अपनी पूरी ताकत लगाकर भालू (Bear) पर हमला कर दिया। भालू (Bear) ने अपने पैरों से शेर (Lion) को मारा और उसे बुरी तरह से घायल कर दिया। शेर (Lion) ने धीरे-धीरे खराब होने लगा था, लेकिन भालू (Bear) ने उसे जानबूझकर नहीं मारा। वे लड़ाई करते रहे और शेर (Lion) ने अंततः हार मान ली ‌‌‌और भालू (Bear) ने मैदान मार लिया ।

शेर (Lion) अपने घायल शरीर को खींचते हुए चला गया था, जबकि भालू (Bear) उसे देखते हुए कुछ देर अपनी जगह पर खड़ा रहा। शेर (Lion) ने उसकी साहसिकता को देखते हुए समझा कि यह जंगल का असली शासक है। ‌‌‌इस तरह से भालू (Bear) स्वयं ही ताक्तवर सिद्ध हो जाता है । मगर पता नही क्या होता है की एक दिन दोनो अपनी लड़ाई को भूल जाते है और दोनो ने यह फैसला कर लिया की वह समझोता करने वाले है ।

उसके बाद से, शेर (Lion) और भालू (Bear) एक दूसरे से समझौते करने लगे और साथ में रहने लगे। शेर (Lion) ने भालू (Bear) से बहुत कुछ सीखा। उसे यह बात समझ में आई कि जंगल के सभी जानवर एक दूसरे के साथ रहने के लिए मजबूर होते हैं। वे एक दूसरे के साथ संयुक्त रूप से जंगल में रहते हैं ताकि वहां का वातावरण संतुलित रहे।

शेर (Lion) ने यह भी सीखा कि साहस और शक्ति हमेशा अनुचित नहीं होती हैं। उसे यह समझ में आया कि दूसरों के साथ अनुदार कृत्य न करें और जब आवश्यक हो तब ही आप अपनी शक्ति का उपयोग करें।

शेर (Lion) ने भालू (Bear) से जो सीखा था, उसे अपने जीवन में अपनाया। उसने अपनी आवाज़ तंदरुस्त करने के लिए कुछ समय शांति में बिताया और दूसरों की इच्छाओं का सम्मान करने लगा। उसने यह भी सीखा कि शक्ति अधिकतम फल उत्पन्न नहीं करती है, बल्कि उम्मीद के रूप में उपयोग की जानी चाहिए।

शेर (Lion) और भालू (Bear) की लड़ाई का उपयोग उन्होंने उनके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में किया। उन्होंने सामाजिक संबंधों को सुधारा, शांति और संयम के ‌‌‌लिए करने लगा । शेर (Lion) और भालू (Bear) ने अपनी लड़ाई के बाद समझौता कर लिया था। अब वे एक दूसरे के साथ शांति से रहते थे। शेर (Lion) ने अपनी शक्ति को दूसरों की सेवा में उपयोग करना शुरू किया था और भालू (Bear) ने अपने अन्दर की शक्ति का उपयोग उसकी सेवा में करना शुरू किया था।

शेर (Lion) ने अब जंगल में दूसरे जानवरों के लिए संरक्षण के उपाय खोजना शुरू कर दिया था। उसने अपनी शक्ति का उपयोग जंगल में अधिक खाने की व्यवस्था करने के लिए किया। इससे जंगल के सभी जानवरों को भोजन मिलने लगा और वहां के सभी जानवर शेर (Lion) की सेवा में विश्वास करने लगे।

भालू (Bear) ने अब अपनी शक्ति का उपयोग जंगल के अन्य स्थानों में सफाई और संरक्षण के लिए किया। उसने जंगल में रोगों से ग्रस्त जानवरों की देखभाल करना शुरू किया था। भालू (Bear) ने जंगल के अन्य जानवरों को भी अपने साथ मिलकर इस काम में शामिल किया।

‌‌‌मगर कहते है ना की दुश्मनी इतनी आसानी से भूली नही जाती है और ऐसा ही कुछ शेर (Lion) और भालू (Bear) के साथ हो जाता है । दरसल एक बार की बात है भालू (Bear) और शेर (Lion) एक साथ बैठे थे तभी उन्होने शिकार करने का फैसला लिया । दोनो ने साथ मिल कर एक हिरण का शिकार कर लिया और फिर उसे खाने के लिए पकाने लग गए थे । ‌‌‌समय बित रहा था और दोनो भोजन करने के लिए तैयार थे ।

 मगर शेर (Lion) को लगा की वह अब भालू (Bear) से काफी कुछ सिख गया है तो वह भालू (Bear) से जीत हासिल कर सकता है । तब शेर (Lion) ने भालू (Bear) को भोजन देने के लिए मना कर दिया । और कहा की इस भोजन पर मेरा हक है ।

क्योकी मैं इस जंगल का राजा हूं । यह सुन कर भालू (Bear) समझ नही पाया और अंत ‌‌‌में भालू (Bear) ने कहा की तुमने मुझसे काफी कुछ सिखा है और आज फिर से तुम मेरे साथ झगड़ा कर रहे हो । तब शेर (Lion) कहता है की भालू (Bear) मैं तो तुमसे ज्ञान ले रहा था ताकी समय आने पर बदला ले सकूं । और इस तरह से दोनो में जोरदार लड़ाई होने लग जाती है ।

पास ही बंदर थे जो की पेड़ पर बैठे थे और उन्होने यह सब देख लिया । ‌‌‌भालू (Bear) और शेर (Lion) लड़ रहे थे मगर आखिर में शेर (Lion) को बुरी तरह से हारना पड़ा ।शेर (Lion) काफी घायल हो गया और इस लड़ाई में भालू (Bear) ने मैदान मार लिया । तब भालू (Bear) ने शेर (Lion) से कहा की मैं तुमसे पहले भी ताक्तवर था और आज भी हूं और आगे भी रहूगा ।

‌‌‌इस तरह से कह कर भालू (Bear) भोजन करने के लिए चला जाता है और शेर (Lion) को कुछ नही देता है । उस दिन से शेर (Lion) और भालू (Bear) में फिर से दुश्मनी बन गई । मगर अब शेर (Lion) को इतना जरूर समझ में आ गया की अगर वह भालू (Bear) के साथ लड़ाई करेगा तो भालू (Bear) मैदान मार लेगा । इस कारण से शेर (Lion) ने फिर कभी भी भालू (Bear) के साथ लड़ाई नही की ।

‌‌‌भालू (Bear) ने मैदार मार लिया, एक मजेदार कहानी

‌‌‌इसके बाद में दोनो एक दूसरे से अलग रह कर अपना जीवन गुजारने लगे ।

क्योकी यह सब बंदर देख रहे थे तो उन्हे यह समझ में आया की जो ज्ञान देता है वह हमेशा शिष्य से ताक्तवर ही रहता है । और इसी तरह से भालू (Bear) था ।

हमने यह जाना है की भालू (Bear) ने शेर (Lion) से कई बार मैदान मारा था ।

ओके कैसी कहानी कमेंट भाई आपका इंतजार कर रहा है बता देना ।

Leave a Comment