पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग कर कर बताइए

pau barah hona muhavare ka arth, पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य

वैसे अगर आप ludo के दिवाने है तो अपको इस मुहवरे के बारे में पता होना चाहिए । क्योकी यह किसी न किसी तरह से ludo खेल से जुड़ा माना जाता है । वैसे हम इस लेख ‌‌‌में यह जान लेगे की पौ बहार होना मुहावरे का अर्थ क्या होता है और इसका वाक्य में प्रयोग क्या होता है । मगर इसके अलावा इस मुहावरे को आपको समझाने की कोशिश जरूर करने वाले है ।

पौ बहार होना मुहावरे का ‌‌‌सही अर्थ क्या होगा बताइए

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
पौ बहार होनाचारो ओर से लाभ प्राप्त होना ।

पौ बहार होना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे आप खेल में उपयोग होने वाले दो पासो के बारे में तो जानते ही हो । यह पासे वही है जो की देखने में बिल्की हमारे प्रिय खेल ludo में पास होता है । मगर यहां दो पास लिया जाता है । हम बात कर रहे है पहले के समय का प्रिय खेल चौसर ।

दरसल यह एक ऐसा ‌‌‌खेल होता था जो की हमारे महान राजाओ के द्वारा खेला गया है । इस खेल के अंदर दो तरह के पासे होते थे । जो देखने में एक दूसरे के समान होते है। दोनो पासो पर 6 और 6 लिखे होते हैं । और यह गिनती की तरह होते जैसे एक तरफ 1 दूसरी तरफ 2 इसी तरह से 6 होते है ।

‌‌‌वैसे आपको शकुनी तो याद होगा ही । वह जो था उसके पास ऐसे पासे थे जो की हमेशा मन चाहे नंबर लाते थे । मगर जब खेल के अंदर बार बार 6 और 6 आते है तो इस तरह से विजय की और सकेंत देता है । मतलब लाभ ही लाभ होता है ।

‌‌‌इस तरह से पौ बहार होना मुहावरे का अर्थ चारो ओर लाभ प्राप्त होना होता है ।

पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग कर कर बताइए

पौ बहार होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग किजिए

1. वाक्य में प्रयोग शकुनि मामा चौसर के खेल में जब दुर्योधन की तरफ हुए उसी दिन दुर्योधन के पौ बहार हो गए ।

2. वाक्य में प्रयोग अगर शकुनि मामा के पासे मेरे पास भी होते तो मेरे तो पौ बहार हो जाते  ।

3. वाक्य में प्रयोग कोविड 19 के कारण से लगे लॉकडाउन के कारण से सभी दुकानो और कंपनियो का व्यापार ठप पड गया, मगर वही पर मास्क बनाने वाली कंपनी के पौ बहार हो गए

‌‌‌4. वाक्य में प्रयोग रामलाल के छोरे की PHD पूरी होने वाली है लगता है की अब उनके पौ बहार होने वाले है ।

5. वाक्य में प्रयोग हमारे शहर में प्रताब का ही एक मेडिकल स्टोर था और लॉकडाउन के चलते उसके तो पौ बहार हो गए ।

6. वाक्य में प्रयोग इस वर्ष सभी किसनो ने गेंहू की खेती की है मगर इस बार सरसो का भाव उंचा चल रहा है जिस किसी ने सरसो की खेती की है उसके तो ‌‌‌पौ बहार हो गए ।

7. वाक्य में प्रयोग सुन कर ही विश्वास नही हो रहा की लखराम जी के खेत में 20 क्वींटल तिल हुए है उनका तो पौ बहार हो गया।

‌‌‌बिल्ली (Cat) के पौ बहार हो गए , एक मजेदार कहानी

एक गांव में एक बहुत ही छोटी बिल्ली (Cat) रहती थी। वह गांव के लोगों के लिए कोई फायदेमंद नहीं थी, इसलिए लोग उसे अनुचित ढंग से बर्बाद करने का प्रयास करते रहते थे। छोटी बिल्ली (Cat) की आनंदमय जिंदगी उसकी सदगुणों और अच्छे व्यवहार के कारण थी। वह हमेशा अपने साथियों के साथ खुश रहती थी और उन्हें आदर देती थी। वह बहुत ही उत्साही थी और अपनी जिंदगी में खुशहाल रहना चाहती थी।

बिल्ली (Cat) का जीवन सरल था और वह उसे सरलता से जीती थी। वह जिंदगी को एक खेल के रूप में देखती थी जिसमें उसे सभी के साथ मिलकर खेलना था। वह कभी निराश नहीं होती थी और हमेशा उत्साह से भरी रहती थी। उसका अच्छा व्यवहार उसे सभी के दिलों में जगह दिलाता था और उसके साथ रहने वाले लोग भी खुश रहते थे।

एक दिन, बिल्ली (Cat) एक आदमी के घर में घुस गई, जहाँ उसे अपने शरीर को संभालने के लिए अतिरिक्त खाने की आवश्यकता थी। उसने खाने के लिए खोजते हुए कुछ दूसरे घरों में भी घुसा, जहाँ उसे अन्य चीजें भी मिलने लगीं।

धीरे-धीरे, बिल्ली (Cat) के लिए खाने के साथ-साथ और भी अन्य लाभ प्राप्त होने लगे। उसे गांव के लोगों के लिए फायदेमंद बनने का मौका मिला, क्योंकि उसे इन लोगों की बाहरी दुनिया से ज्यादा जानकारी होने लगी थी।

एक दिन, एक सेठ ने गांव में एक मेले का आयोजन किया और उसने बिल्ली (Cat) को दिखाने के लिए चुना। बिल्ली (Cat) ने सभी के सामने बहुत सारे ट्रिक्स और कौशल दिखाए, जो सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।

उसके द्वारा दिखाए गए अद्भुत कौशलों के बाद,सेठ बिल्ली (Cat) के कौशलों से बहुत प्रभावित हुआ और उसे एक बड़ा व्यापार करने के लिए अनुदान देने का निर्णय लिया। बिल्ली (Cat) के द्वारा लोगों के बीच अधिक जानकारी और व्यापार के बारे में जानकारी देने से सेठ को बहुत लाभ होने लगा।

जैसे-जैसे समय बीतता गया, बिल्ली (Cat) के साथ जुड़े लोगों की संख्या बढ़ती गई और उन्होंने एक बड़ी कंपनी खड़ी की। अंततः, बिल्ली (Cat) ने उस कंपनी की CEO की पद ली और संगठन का संचालन करने लगी। बिल्ली (Cat) ने अपनी बुद्धिमानी, समझदारी और उत्साह की वजह से अपने कंपनी को बहुत ही सफल बनाया। वह अब एक शक्तिशाली व्यवसायी बन गई थी जो समाज में बहुत सम्मानित थी।

‌‌‌अब बिल्ली (Cat) जो थी वह अपने जीवन में और भी खुश रहने लगी थी । उसके कोशल के कारण से वह अपना जीवन तेजी से जीने लगी थी । वह जो चाहती थी वह कर सकती थी । बिजनेश की सीईओ होने के नाते बिल्ली (Cat) के लिए यह सब करना आसान था ।

‌‌‌अब बिल्ली (Cat) लोगो के बिच में रह कर लोगो का काफी सम्मान करती और उनके जीवन को सुधारने के लिए प्रयास करती रहती थी । इसी तरह से चलता रहा और एक समय केबाद में बिल्ली (Cat) की कंपनी इतनी उंची चली गई की अब लोगो को उससे काफी अधिक फायदा पहुंचने लग गया था ।

बिल्ली (Cat) के लिए भी यह सब खुशी की बात थी क्योकी ‌‌‌उसे भी आसानी से भोजन मिल जाता था  ।प्रत्येक दिन कभी कोई तो कभी कोई तरह तरह का भोजन लेकर आ रहा था और बिल्ली (Cat) को भोजन के अलावा कुछ नही चाहिए था । तो बिल्ली (Cat) कहती की मेरा तो पौ बहार हो रहा है ।

‌‌‌बिल्ली (Cat) के पौ बहार हो गए , एक मजेदार कहानी

‌‌‌बिल्ली (Cat) की कोशलता के कारण से लोगो का काफी बड़ा फायदा हुआ ओर अपना फायदा देख कर ही लोग बिल्ली (Cat) की इतनी मदद कर रहे थे । जब बिल्ली (Cat) की इतनी सेवा दुसरी बिल्लियो ने देखी तो वह मन ही मन सोचती थी की बिल्ली (Cat) की तो आजकल पौ बहार हो रहे है ।

मगर बिल्ली (Cat) में कुछ अलग ही गुण थे जो उसे सभी बिल्ली (Cat) से ‌‌‌अलग बानते थे । एक तो वह लोगो की बातो को आसानी से समझ जाती थी और दूसरा की उनकी मदद करती थी । तो इसके बदले में लोग भी बिल्ली (Cat) के जीवन का हिस्सा बन गए । इस तरह से बिल्ली (Cat) लोगो के साथ अपना जीवन बिताने लग जाती है ।

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