sir khujlana muhavare ka arth, सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग
जब सिर के अदंर खुजली होती है तो हम सिर पर हाथ फैरते है और खुजली मिटाने का प्रयास करते है । मगर इस मुहावरे का मतलब ऐसा नही है बल्की यह जो मुहावरा है उसका मतलब कुछ अलग ही होता है । तो आइए इस मुहावरे के बारे में पूरी तरह से जानने की कोशिश करते है
सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है
मुहावरा हिंदी में (idiom in Hindi) | मतलब या अर्थ (Meaning in Hindi) |
सिर खुजलाना | दुविधा मे पडना या सोच मे पडना । |
सिर खुजलाना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे
वैसे आप सिर के बारे में जानते हो मगर खुजालने से मतलब है की जब खुजली होती है तो अपने हाथ को फैरना । हालाकी आपको पता होगा की सिर को हमेशा ज्ञान और बुद्धि का प्रतिक माना जाता है जो की हमेशा बुद्धि के उपयोग से कठिन से कठिन काम को भी आसानी से करने में मदद करता है । मगर जब बुद्धि जो होती है वह काम नही करती है तो ऐसी अवस्था में मानव दुविधा में पड़ जाता है । यानि वह सोचने लग जाता है की क्या यह करना चाहिए या नही करना चाहिए । तो इस तरह से दुविधा में पड़ने पर मानव असल में अपने सिर को खुजलाता हूआ देखा गया है । तो इस कारण से दोस्तो सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ दुविधा में पड़ना होता है ।
विद्वानो आपके लिए ज्ञान हमेशा कम रहेगा क्योकी विद्वान को ज्ञान की ज्यादा से ज्यादा जरूरत होती है तो आपको भी वाक्य में प्रयोग जानने चाहिए ।

सिर खुजलाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
1. वाक्य में प्रयोग – स्कूल में जब अध्यापक ने राहुल से पूछा की कल मैंने क्या पढाया था तो राहुल सिर खुजलाने लगा और अध्यापक समझ गए की इसे नही पता है ।
2. वाक्य में प्रयोग – प्राथना स्थल में आगे आकर बोलने के लिए राजवीर को अध्यापक ने बुलाया तो राजवीर सिर खुजलाने लगा ।
3. वाक्य में प्रयोग – 26 जनवरी के दिन सरपंच साहब को मंच पर आकर बोलने के लिए अध्यापको ने कहा तो सरपंच साहब सिर खुजलाने लगे ।
4. वाक्य में प्रयोग – बेटी के विवाह में पंडित जी बार बार दक्षिणा माग रहे थे और यह देख कर रामलाल सिर खुजालने लगे थे ।
5. वाक्य में प्रयोग – आज सिर खुजलाने से काम नही चलेगा, आज आपके बेटे का विवाह है तो खर्चा तो करना ही होगा ।
6. वाक्य में प्रयोग – महेश SBI बैंक का एग्जाम देने के लिए गया मगर जब परिक्षा में आए प्रशनो को देखा तो सिर खुजलाने लग गया ।
7. वाक्य में प्रयोग – कंचन के पास नर्सिग की डिग्री थी और उसे आसानी से काम मिल गया मगर जब उसे पहले दिन काम करने को कहा तो वह सिर खुजलाने लग गई ।
8. वाक्य में प्रयोग – अध्याकप के अंग्रेजी में पूछे गए प्रशनो को सुन कर रेखा सिर खुजलाने लग गई ।
गेंडा (rhinoceros) सिर खुजलाने लगा, एक अलग तरह की कहानी
एक बार एक गेंडा (rhinoceros) जंगल में रहता था। वह बहुत ही सामान्य गेंडा (rhinoceros) था, जो अपने आसपास के जंगल के साथियों से मिलकर रहता था। उसकी दिनचर्या थी कि वह खाने के लिए फल और पत्ते खोजता था, और अपने गुफा में अकेले होकर सोता था।
एक दिन उस गेंडे को एक दुविधा में फंसना पड़ा। वह अपने दोस्तों के साथ खुश रहता था, लेकिन उसे अकेलापन का भाव महसूस होने लगा था। उसे लगने लगा कि उसका जीवन बहुत ही निरर्थक हो गया है और उसे इससे बाहर निकलने के लिए कुछ करना चाहिए।
गेंडा (rhinoceros) ने फिर से अपने साथियों से मिलकर अपनी समस्या का बयान किया। उन्होंने उसे बताया कि यह सामान्य होता है कि एक व्यक्ति कभी-कभी अपने जीवन के रुख को लेकर दुविधा में पड़ जाता है लेकिन अगर वह उससे निपटने के लिए सक्रिय होता है तो उसे सफलता जरुर मिलती है।
उन्होंने गेंडे को बताया कि उसे अपने आसपास के जीवों और प्रकृति से प्रेरणा लेनी चाहिए और गेंडा (rhinoceros) ने अपने दोस्तों के सुझाव को मानते हुए उसे आजमाने का निर्णय लिया। उसने सोचा कि वह दौड़ने लगेगा और अपने आसपास के जंगल को एक नजर से देखेगा।
जब वह दौड़ने लगा, तो उसे अपने आसपास के जीवों की एक संपूर्ण विश्वसनीयता से पता चली। उसे लगता था कि जंगल के एक छोटे से पक्षी (Bird) ने उसे आशीर्वाद दिया था कि वह सफल होगा। जब उसने आगे बढ़ते हुए जंगल की ओर देखा तो उसे पता चला कि जंगल में कितनी खूबसूरती है। वह एक नया संसार देख रहा था जिसे पहले कभी नहीं देखा था।
गेंडा (rhinoceros) ने इस अनुभव से कुछ नया सीखा। उसे लगता था कि उसे जीवन को उसकी नई खोज में ले जाने की जरूरत है। वह अपने आसपास की सुंदरता को नयी नजर से देखने लगा था।
गेंडा (rhinoceros) अब नये सोच के साथ जीवन जीने लगा था। उसे जीवन में नए और रोमांचक अनुभवों की तलाश थी। वह रोज एक नई चुनौती लेने की कोशिश करता था।
एक दिन, वह एक बहुत बड़ी तालाब के पास चला गया। उसे एक नया अनुभव चाहिए था और वह इस तालाब के पास अपना अगला चैलेंज खोज रहा था। तालाब के पास पहुँचते ही गेंडा (rhinoceros) को देखने के लिए बहुत सारे पक्षी (Bird) थे। उसने इसे अपनी अगली चुनौती बनाया और उसने एक स्पर्श नहीं करते हुए तालाब की ओर धीमे धीमे बढ़ना शुरू किया।
तालाब के किनारे आते हुए, उसे बड़े पैमाने पर पक्षियों के साथ देखने का मौका मिला। वह देखने लगा कि पक्षियों को कैसे तालाब में फुड़कर जीना होता है। गेंडा (rhinoceros) ने तालाब में एक सुंदर फूल को देखा और उसे सोचा कि यह तालाब कितना सुंदर है।
तभी एक पक्षी (Bird) गेंडा (rhinoceros) के पास आती है और उससे कुछ पुछने लग जाती है । पक्षी (Bird) कहती है की गेंडा (rhinoceros) भइया आप काफी ज्ञान है और आप जीवन में काफी ताक्तवर भी है । तो आपने जरूर कुछ अलग ज्ञान हासिल किया होगा । तो मैं कुछ आपसे पूछना चाहती हूं ।
पक्षी (Bird) के इस तरह से कहने पर गेंडा (rhinoceros) को लगा की वह पक्षी (Bird) से काफी जानकार है तो वह पक्षी (Bird) के प्रशनो को आसानी से उत्तर दे देगा । तब गेंडा (rhinoceros) ने पक्षी (Bird) से कहा की हां पूछो क्या पूछाना है ।
तब पक्षी (Bird) ने पूछा की आप लोगो का जीवन कितनी उम्र तक होता है । यह पूछते ही गेंडा (rhinoceros) सिर खुजलाने लग गया । क्योकी गेंडा (rhinoceros) को पता नही था की असल में सभी गेंडा (rhinoceros) कितनी उम्र तक जीवित रहते है ।

तभी पक्षी (Bird) कहता है की क्या हुआ गेंडा (rhinoceros) भाई आपको यह नही पता है क्या की आप कितनी उम्र तक जीवित रह सकते हो । तब गेंडा (rhinoceros) कूछ बोलता नही है बस सिर खुजलाने लग जाता है । तब पक्षी (Bird) ने कहा की तुम्हे अपने जीवन की उम्र के बारे में पता नही है तो तुम इस जंगल में सभी जानवरो से कमजोर हो तुम्हारे अंदर बुद्धि नही है । और इस तरह से कह कर गेंडा (rhinoceros) को छोटा बता दिया ।
अब गेंडा (rhinoceros) उदास हो गया और जो खुशी उसे हो रही थी उसे छोड़ कर अपने निवास स्थान पर चला गया । इसके बाद में गेंडा (rhinoceros) ने ज्ञान हासिल करने का फैसला लिया और वह ज्ञान हासिल करने लग जाता है । तो इस तरह से गेंडा (rhinoceros) था ।