पसीना पसीना होना मुहावरे का अर्थ, pasina pasina hona

pasina pasina hona muhavare ka arth aur vakya prayog, पसीना पसीना होना मुहावरे का अर्थ

जब गर्मी लगती है तो सभी को पसीना आता है । मगर इसका मतलब यह नही है की मुहावरे का अर्थ गर्मी लगना है । बल्की  इस मुहावरे का जो सही अर्थ है वह आपको निचे देखने ‌‌‌को मिल जाएगा । दरसल जैसा मुहावरा दिखाई देता है वैसा अर्थ नही होता है हां यह कह सकते है की अर्थ इसी मुहावरे के अंदर छीपा है । तो आइए जानते हैकी आखिर सही अर्थ क्या है

पसीना पसीना होना मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा बताइए

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
पसीना पसीना होनाबहुत थक जाना ।

पसीना पसीना होना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे आपको पता है की अभी गर्मी का मौसम चल रहा है तो शरीर को जब जब गर्मी लगेगी तब तब पसीना आएगा । मगर इसके अलावा भी शर्दी के अदर भी पसीना आता है अब आप कहोगे की जनाब कैसे बाते कर रहे हो शर्दी में गर्मी लगती नही है तो पसीना कैसे आ सकता है ।

तो ‌‌‌विद्वान मित्र आपने शारीरिक परिश्रम का नाम सुना होगा यानि जब आप अपने शरीर का उपयोग करते हुए काफी महेनत का काम करते है तब आपको पसीना देखने को मिल जाता है । और महेनत के कारण से इतना अधिक पसीना आता है की पूरा का पूरा शरीर ही पसीने से भर जाता है । वैसे आपको पता है की जब हम महेनत करते है तो थक ‌‌‌भी जाते है । तो हम यह कह सकते है की जब पसीना आता है तो थकान आती है । इस आधार पर यह कहना गलत नही होगा की पसीना पसीना होना मुहावरे का अर्थ बहुत थक जाना होता है ।

पसीना पसीना होना मुहावरे का अर्थ, pasina pasina hona

पसीना पसीना होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

‌‌‌1. वाक्य में प्रयोग जब लकड़हारा जंगल से लकड़ी काटकर घर आया तो उसने अपनी पत्नी से कहा की आज तो पसीना पसीना हो गया ।

2. वाक्य में प्रयोग विदेश में पढे मनोज ने जब भारत में रह कर जरा सा काम किया तो वह पसीना पसीना हो गया ।

3. वाक्य में प्रयोग सेठधनमल ने छोटा सा काम किया था और पसीना पसीना हो गया ।

4. वाक्य में प्रयोग पहले ट्रेंन को चलाने के लिए कोयला डालना पड़ता था और जो ‌‌‌कोयला डालता था वह पसीना पसीना हो जाता था ।

5. वाक्य में प्रयोग गेंहू की फल की कटाई चल रही थी और रामू ने कहा की आज तो पसीना पसीना हो गया और इतना कह कर पेड़ के निचे बैठ गया ।

‌‌‌6. वाक्य में प्रयोग तुफान में फसे लोगो की जान बचा कर राहुल पसीना पसीना हो गया ।

7. वाक्य में प्रयोग शहर के एक मोल में आग लग गई और तभी फायरमैंन वाले आकर आग भुजाने लगे और लोगो को बचाने लगे जब आग पूरी बुझ गई तो फायरमैंन वाले कहने लगे की आज तो पसीना पसीना हो गए ।

‌‌‌8. वाक्य में प्रयोग लक्ष्मी बाई के साथ युद्ध कर कर अंग्रेज पसीना पसीना हो गए ।

‌‌‌जानिए शेर (Lion) पसीना पसीना होकर क्या सीख लेता है, एक मजेदार कहानी

एक बार जंगल में एक शेर (Lion) रहता था। वह हमेशा अपनी शानदार शक्ति और स्वयं के लिए जाना जाता था। उसके पास एक ताकतवर शिकार था जो बाकी जानवरों को डराता था। इसीलिए शेर (Lion) को बार-बार शिकार करने की आदत हो गई थी।

एक दिन शेर (Lion) शिकार के लिए निकला। उसने बहुत सी जगहों पर दौड़ाया, लेकिन उसे शिकार नहीं मिला। वह पसीना पसीना हो गया था और एक पेड़ के नीचे बैठ गया। वह अपने खाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा था।

तभी उसने देखा कि एक नहर से एक हिरण पानी पीने आ रहा है। शेर (Lion) ने फिर से अपना शिकार करने का सोचा, लेकिन उसने अपनी ताकत का इस्तेमाल करने के लिए नहीं किया। बल्कि उसने अपने शरीर को आराम देने के लिए चुपचाप बैठ जाने का फैसला किया।

इस तरह, शेर (Lion) ने शिकार करने की जगह अपने शरीर को आराम देने के लिए चुना। यह उसके लिए एक सबक था कि शक्ति का इस्तेमाल किए बिना भी एक जीव कुछ नहीं कर सकता है। शेर (Lion) ने उस दिन यह सीख जीवनभर याद रखी और अब उसे शिकार करने के लिए तुरंत अपनी ताकत का इस्तेमाल नहीं करता था। उसने अपनी चाल को बदला और दूसरी तरफ से हमला करने के लिए प्रतीक्षा करने लगा। इस तरह, उसे शिकार करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी और उसकी सफलता भी ज्यादा हुई।

शेर (Lion) ने अपने इस नए तरीके से शिकार करने के लिए बहुत से अन्य जानवरों के साथ खेलना भी शुरू किया। उसने यह समझा कि अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने से अधिक अपनी अनुभव का इस्तेमाल करना जरूरी होता है।

इस तरह, शेर (Lion) ने न केवल अपने शिकार करने के तरीके को सुधारा बल्कि वह अन्य जानवरों से भी सीख लेता था। शेर (Lion) ने जीवन में एक नई पहल बनाई जो उसे न केवल शिकार करने के लिए बल्कि अपने जीवन में भी एक अधिक सफल और खुशहाल बनाती रही।

शेर (Lion) के नए तरीके से शिकार करने का यह अनुभव उसके साथ हमेशा रहा। उसने अपनी यह सीख अपने बच्चों को भी सिखाई और उन्हें भी शिकार करने के लिए यही तरीका सिखाया।

शेर (Lion) ने अपनी यह नई शैली से शिकार करने की वजह से अनेक शेरों ने उसे अपने बारे में सुना और उससे शिकार करने के लिए सीखा। उसने एक दिन देखा कि उसके आसपास एक बड़ी संख्या में शेर (Lion) उसकी यह सीख अपनाने लगे हैं और अब उनमें से कुछ नए शेर (Lion) उससे भी बेहतर शिकार करने लगे हैं।

शेर (Lion) ने अपने आप में एक सकारात्मक बदलाव देखा और उसने यह समझा कि सफलता दो लोगों के बीच वितरित नहीं होती। वह समझ गया कि जब वह दूसरों के साथ अपनी जानकारी साझा करता है तो वह दूसरों से भी सीखता है।

‌‌‌जानिए शेर (Lion) पसीना पसीना होकर क्या सीख लेता है, एक मजेदार कहानी

इस तरह, शेर (Lion) ने न केवल शिकार करने के तरीके को सुधारा बल्कि वह अन्य जानवरों से भी सीखा। शेर (Lion) ने अपनी नई शिकार करने की तकनीक और संचार कौशल का उपयोग करते हुए अन्य शेरों के साथ सहयोग और साझेदारी के लिए एक समुदाय बनाया। इस समुदाय में, सभी शेरों को एक दूसरे से ज्यादा संचार करने के लिए तैयार होने की आवश्यकता थी, ताकि वे एक दूसरे की मदद कर सकें और अपनी सीख बाँट सकें।

शेर (Lion) ने अपनी नई सीख का इस्तेमाल करते हुए उन शेरों को सिखाया कि वे एक दूसरे के साथ कैसे संवाद कर सकते हैं और उनसे सहयोग कैसे ले सकते हैं। इस तरह से, उनका समुदाय अधिक समृद्ध हुआ और वे अपनी सफलता के अनुभव को साझा करने लगे।

शेर (Lion) के समुदाय की यह सफलता उसके आसपास के अन्य जीवों के लिए एक नेतृत्व का उदाहरण बन गया। अन्य जीव भी शेर (Lion) के समुदाय से सीख लेने लगे और उनसे सहयोग और साझेदारी का उपयोग करना शुरू कर दिया।

इस तरह से, शेर (Lion) ने न केवल अपनी शिकार करने की तकनीक को सुधारा बल्कि उसने एक नए समाज का निर्माण किया ।

‌‌‌इस तरह से शेर (Lion) पसीना पसीना होकर एक सीख लेता है ।

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