ठन ठन गोपाल मुहावरे का अर्थ क्या होगा

ठन ठन गोपाल मुहावरे का अर्थ, than than gopal muhavare ka arth

वैसे मुहावरो की बात करे तो आपको बता दे की यह एक ऐसा मुहावरा है जो की दुनिया में काफी अधिक प्रसिद्ध है । क्योकी यह मुहावरा कई बार परिक्षाओ में पूछा जा चुका है । तो आइए इस मुहावरे के बारे में ‌‌‌जानकारी हासिल करते है –

ठन ठन गोपाल मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा बताइए

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
ठन ठन गोपाल बहुत गरीब होना ।

ठन ठन गोपाल मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे गोपाल गाय के स्वामी को कहा जाता है । यानि जो गाय को चराने का काम करता है जिसे हम ग्वाला कहते है वह गोपाल होता है । क्योकी आज के समाज में ग्वाला वही होता है जो की गरीब होता है क्योकी जिसके पास धन होता है वह कभी भी गाय को नही चराता है ।

‌‌‌मगर ठन ठन जो होता है वह एक तरह की ध्वनी होती है जो की रुपये के गिरने के कारण से आती है । वैसे अमीर लोगो के पास रूपय तो होते है मगर सिक्के नही होते है और आपको पता है की सिक्के जब जमीन पर गिरते है तभी ऐसी आवाज आ सकती है ।

‌‌‌वैसे एक बात और है की ठन ठन जो शब्द है वह सिक्को को दर्शाता तो है ही मगर यह जो सिक्के है वह ऐसे व्यक्ति के पास ही मिलेगे जो की गरीब से गरीब हो  । अत इस तरह से कुल मिलाकर यह समझ में आता है की ठन ठन गोपाल मुहावरे का अर्थ होता है ।

ठन ठन गोपाल मुहावरे का अर्थ क्या होगा

ठन ठन गोपाल मुहावरे का वाक्य में प्रयोग बताइए

‌‌‌1. प्रयोग बताइए अध्यापक ने जब बच्चो से स्कूल के लिए कुछ रूपय देने को कहा तो बच्चो ने कहा की अध्यापक हम तो अभी ठन ठन गोपाल है हमारे पास भला कैसे रूपय हो सकते है ।

2. प्रयोग बताइए महेश सुरज के पास कुछ उधार रूपय मागने के लिए गया था मगर जब सुरज ने माना कर दिया तो महेश ने कहा की तुम तो ठन ठन गोपाल हो तुम भरा मैरी मदद कैसे कर ‌‌‌सकते हो ।

3. प्रयोग बताइए शहर में एक गुंगा भिखारी रहता था और उसे हर कोई ठन ठन गोपाल ही समझता था मगर जब पुलिस ने छापा मारा तो उसके बारे में पता चला की यह तो काफी धनवान है ।

4. प्रयोग बताइए लूटेरो ने रामलाल के घर में जो भी धन था वह सब कुछ लूट लिया और आज रामलाल ठन ठन गोपाल है ।

5. प्रयोग बताइए भारत के लोग स्वयं ठन ठन गोपाल होते है मगर घर ‌‌‌आने वाले अतिथी को भर पेट भोजन करवाते है।

6. प्रयोग बताइए सुनिता ने साधू बाबा से मदद मागी तो उन्होने कहा की पुत्री मैं तो स्वयं ठन ठन गोपाल हूं भला मैं किसी की क्या मदद कर सकता हूं ।

‌‌‌7. प्रयोग बताइए पाकिस्तान वैसे तो काफी चर्चा में रहने वाला देश है मगर वहां पर रहने वाले लोग पूरे ठन ठन गोपाल की तरह अपना जीवन बिता रहे है ।

‌‌‌भालू (Bear) कैसे बना ठन ठन गोपाल, एक मजेदार कहानी

वैसे एक बार की बात है जब जंगल (Forest) का राजा शेर (lion) होता था । शेर (lion) हमेशा अपनी चालाकी और ताक्त के कारण से जाना जाता था । मगर वही उसी जंगल (Forest) में एक भालू (Bear) रहता था जो की काफी अधिक धनवान था । उसके पास खाने के लिए कई वर्षों तक का भोजन रहता था ।

इसके साथ ही उसके पास इतना  ‌‌‌कुछ था की वह चो तो किसी की भी मदद कर सकता था । और भालू (Bear) की यही अदा उसे शरे से काफी बड़ा बना देती थी । शेर (lion) राजा होने के कारण से भी उसे इतना अच्छा आदर नही मिल पाता था जितना की भालू (Bear) को मिलता था और यही कारण था की शेर (lion) हमेशा भालू (Bear) से जलन करता था ।

‌‌‌शेर (lion) का जीवन में केवल एक ही ख्वाब रहता था की वह भालू (Bear) से इतना ताक्तवर और बड़ा बने की जंगल (Forest) में केवल उसकी ही बात हो वह भालू (Bear) की बात तक को सुनना पसंद नही करता था । मगर इससे कुछ होने वाला नही था । बल्की शेर (lion) को हमेशा लोगो के द्वारा नाकारा जाता था शेर (lion) को कोई भी पसंद नही करता था और इसका मुल कारण भालू (Bear) ‌‌‌था ।

तब एक दिन की बात है भालू (Bear) आराम से अपने घर में बैठा हुआ था तभी शेर (lion) वहां से गुजरता है भालू (Bear) के पास इतना कुछ भोजन थाकी शेर (lion) उसे देख कर ईष्या करने लग जाता है  जिसके कारण से शेर (lion) ने यह सोच लिए की भालू (Bear) को मार देना चाहिए । मगर शेर (lion) ने अगले ही पल सोचा की नही ऐसा नही करना चाहिए ।

बल्की यह जो भालू (Bear) ‌‌‌है और इसके पास जो कुछ भी है उसे चूरा लेना चाहिए और अगर ऐसा होता है तो भालू (Bear) ठन ठन गोपाल बन जाएगा और कोई भी उसे मान सम्मान नही देगे । और इस तरह से सोच कर शेर (lion) अपने घर चला गया था । मगर वहां पर शेर (lion) ने एक योजना बनाई की किस तरह से भालू (Bear) के घर में चोरी की जा सकती है ।

मगर इसके लिए शेर (lion) को किसी की मदद ‌‌‌की जरूरत थी । जिसके कारण से उसने तीन सातिर बिल्ली की मदद ली और अपना पुरा प्लान उन्हे बताया और कहा की हमे भालू (Bear) का सब कुछ चुराना है । और शेर (lion) ने बिल्ली से कहा की अगर तुम ऐसा करती हो तो मैं तुम्हे काफी सारा दूध दे सकता हूं जो की तुम अपने जीवन में आराम से बैठ कर पी सकती हो ।

बिल्ली यह सुन ‌‌‌कर लालच में आ जाती है और शेर (lion) के साथ चोरी करने के लिए चली जाती है । भालू (Bear) आराम से सो रहा था और यही कारण था की शेर (lion) ने अपने शांत स्वभाव का उपयोग करते हुए शेर (lion) के घर से सब कुछ चुरा ले गया । ओर ऐसा होने के कारण से शेर (lion) काफी अधिक खुश हो जाता है और शेर (lion) ने बिल्ली की भी मदद कर दी ।

‌‌‌भालू (Bear) कैसे बना ठन ठन गोपाल, एक मजेदार कहानी

‌‌‌अगले दिन जब भालू (Bear) को इस बारे में पता चलता है की उसका सब कुछ चोर हो गया है तो वह जंगल (Forest) के लोगो से इस बारे में पूछता है । जिसके कारण से जंगल (Forest) के लोगो को पता चल जाता है की भालू (Bear) तो ठन ठन गोपाल हो जाता है । और जैसा की शेर (lion) ने सोचा था सभी भालू (Bear) को सम्मान देना बंद कर देते है और शेर (lion) जंगल (Forest) मे बडा बन जाता है ‌‌‌।

अब शेर (lion) जंगल (Forest) में सबसे बड़ा था और इससे शेर (lion) खुश था और फिर वह इसी तरह से अपना जीवन बिताने लग गया था । तो इस तरह से शेर (lion) ने भालू (Bear) को ठन ठन गोपाल बना दिया था ।

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