जमीन पर पांव न पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या होगा और वाक्य लिख कर बताइए

zameen par pair na padna muhavare ka arth, जमीन पर पाँव न पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

अगर आप जमीन पर पांव नही लगाते हो तो हो गया जमीन पर पांव न पड़ना……….. मजाक कर रहे ऐसा कभी नही होता है ।

बल्की यह एक मुहावरा ‌‌‌जिसका जो अर्थ होता है उसके बारे में हम इस लेख में आपको अच्छी तरह से बता देगे तो कृपा लेख को देखे और मोज करे –

जमीन पर पांव न पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या होगा

‌‌‌मुहावरा ‌‌‌हिंदी में (idiom in Hindi)मतलब‌‌‌ ‌‌‌या अर्थ (Meaning in Hindi)
जमीन पर पांव पड़नाबहुत अधिक खुश होना ।

जमीन पर पांव न पड़ना मुहावरे के अर्थ को समझने का प्रयास करे

वैसे जमीन जो होती है उसे धरती के नाम से जाना जाता है और पांव के बारे में तो आपको पता ही है यानि पैर को पांव कहा जाता है । अगर पैर जो होता है वह धरती पर रखा हुआ है या जीमन से लगा हुआ है तो यह जमीप पर पांव का पड़ना कह सकते है । मगर वही पर जब ‌‌‌पांव जमीन से नही लगता है या रखा हुआ नही होता है तो इसे जमीन पर पांव न पड़ना कहते है।

मगर आपको पता होगा की लोगो के द्वारा कहा जाता है की जब कोई खुश होता है तो वह आसमान की तरफ जाता है और धरती पर पैर तक नही रखता है । तो इस बात का मतलब यह होता है की जमीन पर पांव न पड़ा हुआ है । यानि अब हम कह ‌‌‌सकते है की इस मुहावरे का अर्थ होता है ।

जमीन पर पांव न पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या होगा और वाक्य लिख कर बताइए

जमीन पर पांव न पड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग बताइए

1. वाक्य में प्रयोग बेटा डॉक्टर क्या बन गया रामलाल के तो आजकल जमीन पर पांव न पड़ रहे है ।

2. वाक्य में प्रयोग Munna Bhai ने M.B.B.S. क्या कर ली आजकल उसके तो जमीन पर पांव न पड़ रहे है ।

3. वाक्य में प्रयोग पप्पू पहलवान का बेटा देश का सबसे बड़ा आदमी बन गया ‌‌‌है तभी आजकल इसके जमीन पर पांव न पड़ रहे है ।

4. वाक्य में प्रयोग  जब संतोष ने दसवी कक्षा में 99 नम्बर बना लिए तो उसके जमीन पर पांव न पड़ रहे है ।

5. वाक्य में प्रयोग बेटे के जीएनएम में राज्य में प्रथम आने के कारण से ही उसके जमीन पर पांव न पड़ रहे है ।

‌‌‌6. वाक्य में प्रयोग अब सरला के जमीन पर पांव न पड़ेगे क्योकी अब तो इसके दोनो बेटे और दोनो बहुएं डॉक्टर की नोकरी जो लग गए है ।

7. वाक्य में प्रयोग सरोज ने कहा की अगर बेटा नोकरी लग जाता है तो मां के जमीन पर पांव न पड़ते है यह किसने कहा ।

‌‌‌हाथी (Elephant) के जमीन पर पांव न पड़े , एक अच्छी सी और मजेदार कहानी

वैसे कहानियां तो बहुत हो सकती है मगर हम दाव करते है की इस तरह की कहानी आपने जीवन में नही पढी होगी तो आइए शुरू करते है

बहुत समय पहले भारत के अंदर एक जंगल (Forest) हुआ करता था । हम उसका नाम तो नही बताएगे मगर आप समझ ले की वह जंगल (Forest) जो था वह सबसे बडा ‌‌‌जंगल (Forest) और सबसे सुंदर जंगल (Forest) था । इसमें अनेक तरह के हाथियो का समुंह (group) रहा करता था । और सभी हाथी (Elephant) एक दूसरे से मिल जूल कर रहना पसंद करते थे और यही कारण रहा था की हाथी (Elephant) को यह सब अलग बनाता था ।

दरसल हाथी (Elephant) का जो यह समुंह (group) था उसमें एक हाथी (Elephant) रहा करता था जिसका नाम घुघर था । घुघर हाथी (Elephant) जो था वह सबसे अलग था दरसल यह ‌‌‌जो हाथी (Elephant) था वह काफी कमजोर और सबसे छोटे आकार वाला था । जिसके कारण से घुघर हाथी (Elephant) को सभी परेशान करते रहते थे । इस हाथी (Elephant) का केवल एक ही ख्वाब था की वह जीवन में एक बड़ा हाथी (Elephant) बने और सबसे ताक्तवर बने । मगर आपको पता है  की ऐसा होना संभव तक नही है।

मगर आपको बता दे की एक बार ऐसा कुछ हुआ था जो की घुघर हाथी (Elephant) को यह बता देता है की वह भी किसी से कम नही है ।

दरसल एक बार की बात है घुघर हाथी (Elephant) जो था वह जंगल (Forest) में खेल रहा था तो उसने देखा की एक हाथी (Elephant) को कुछ शिकारी पड़ने की कोशिश कर रहे है । मगर घुघर हाथी (Elephant) कुछ कर नही सकता था क्योकी उसे पता था की अगर वह अन्य हाथियो के पास जरक इस बारे में बताएगे तब तक तो ‌‌‌शिकारी हाथी (Elephant) को पकड़ लेगे । और यहां से चले भी जाएगे ।

तब घुघर हाथी (Elephant) को याद आया की वह भी एक हाथी (Elephant) है और अपनी प्रजाति को बचाना उसका फर्ज बनता है । और यह सब सोच कर घुघर हाथी (Elephant) ने उन शिकारियो पर हमला कर दिया । जिसके कारण से शिकार काफी अधिक डर गए और अपने डर के कारण से वे इधर उधर भागने लगे थे ।

‌‌‌घुघर हाथी (Elephant) ने मोके की तलाश लेकर उस हाथी (Elephant) को भी जंजीरो से आजाद कर दिया था । और अब घुघर हाथी (Elephant) और वह एक और हाथी (Elephant) था दोनो एक साथ मिल गए थे और दोनो ने शिकारियो को जंगल (Forest) से भागने पर मजबुर कर दिया था ।

जब शिकारी जंगल (Forest) से चले गए थे तो घुघर हाथी (Elephant) को दूसरे हाथी (Elephant) ने कहा की भाई घुघर तुमने तो मेरी जान बचा ली । ‌‌‌तुम तो इस जंगल (Forest) में सबसे अच्छा हाथी (Elephant) हो । जोकी सभी की सेवा करते हो । इस तरह से वह हाथी (Elephant) घुघर हाथी (Elephant) को श्रेष्ठ होने के बारे में कहने लगा था । जिसे सुन कर घुघर जमीन पर पांव न रख रहा था ।

‌‌‌हाथी (Elephant) के जमीन पर पांव न पड़े , एक अच्छी सी और मजेदार कहानी

जब घुघर की बहादुरी और ताक्त के बारे में बाकी हाथी (Elephant) को पता चला तो उन्होने भी उसकी ताक्त की तारिफ की । जिसके ‌‌‌कारण से घुघर हाथी (Elephant) जमीन पर पांव न रख रहा था और यह सब दुसरे हाथी (Elephant) अच्छी तरह से देख रहे थे । मगर उन्हे पता था की यह घुघर हाथी (Elephant) ने पहली बार किया है और उसे यह सब अच्छा लग रहा है तभी ऐसा हो रहा है । और यही कारण था की किसी भी हाथी (Elephant) ने घुघर हाथी (Elephant) को ऐसा करने से रोका नही था ।

मगर एक दिन के बाद में ‌‌‌घुघर हाथी (Elephant) वापस पहले जैसा हो गया था । मगर अब उसमें एक बदलावा था की वह हमेशा अपने साथियो की मदद के लिए तैयार हो जाता था । तो इस तरह से घुघर का जीवन बदल गया और वह अपने बदले जीवन के साथ जीने लगा था ।

इस तरह से घुघर हाथी (Elephant) का जीवन था ।

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